नई दिल्ली। केंद्र देश में सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने पर चर्चा के लिए 30 जून को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहकारिता मंत्रियों की बैठक करेगा। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह यहां भारत मंडपम में ‘मंथन बैठक’ की अध्यक्षता करेंगे।
बैठक में सरकार की सभी प्रमुख पहलों पर चर्चा होगी, जिसमें अंतिम छोर तक ग्रामीण सेवा वितरण को मजबूत करने के लिए दो लाख नई बहुउद्देश्यीय प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस), डेयरी और मत्स्य पालन सहकारी समितियों की स्थापना शामिल है। इसके अलावा सहकारी क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना पर विचार-विमर्श भी होगा।
सहकारी क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए एक मंच के रूप में काम करेंगे
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बैठक प्रगति की समीक्षा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और देश में सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी। इस आयोजन का मकसद आपसी तालमेल के जरिये प्रधानमंत्री के ‘सहकार से समृद्धि’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए एक साझा समझ को बढ़ावा देना है।
तीन नई राष्ट्रीय बहु-राज्य सहकारी समितियों, राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल), राष्ट्रीय सहकारी जैविक लिमिटेड (एनसीओएल) और भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (बीबीएसएसएल) की गतिविधियों में राज्यों की भूमिका की भी समीक्षा की जाएगी।