अजमेर। किशनगढ़ स्थित सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान में लड़की की फोटो वायरल करने के मामले अभी पुलिस जांच जारी है. इस बीच जागो इंडिया जागो की पड़ताल में एक रजिस्टर हाथ लगा. इस रजिस्टर में कुछ छात्र हंगामे वाले दिन पार्टी करने बाहर गए थे.
जब रजिस्टर में छात्रो की एंट्री की गई तो उनका जाने का समय रात 11 बजकर 15 मिनिट था. लेकिन विश्वविद्यालय के नियमनुसार रात्रि 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे के दौरान कैंपस से बाहर जाने की परमिशन नही हैं. अगर किसी को आपातकालीन स्थिति में बाहर जाना हो तो वह अपने माता -पिता की परमिशन के बाद ही कैम्पस से बाहर जा सकते हैं. इसके लिए बकायदा रजिस्टर में एक कॉलम भी दिया गया है जिसमें आपात कालीन स्थिति में बाहर जाने वाले छात्र को जिनसे परमिशन ली ही उसका मोबाईल नंबर लिखना होता हैं. उस रात यह सभी छात्र बाहर गए हुए थे इनका आने का समय रजिस्टर में नोट किया गया है तथा कॉलम के अनुसार कहां से आ रहे हैं के स्थान पर सिर्फ बंदर सिंदरी लिखा है जाने का परपज नहीं लिखा गया है तथा आने का समय रात 11:15 बजे से रात 11:57 तक था. इन छात्रों रे पास उनका पहचान पत्र भी नहीं था और ना ही कोई परमिशन थी.
सूत्रों से पता चला है कि बाहर जाने वाले सभी छात्र पीपीएलजी विभाग के है तथा हाईवे स्थित किसी होटल में पार्टी कर कर आए थे. लेकिन लेकिन उस रात 11 बजे के बाद बाहर जाने वाले छात्रों ने किसी भी तरह की परमिशन नहीं ली. ना ही रजिस्टर के उस कॉलम को भरा गया. अब इस जांच से एक तरफ यह सवाल उठता है कि बिना परमिशन के उन छात्रों को बाहर कैसे जाने दिया. वहीं दूसरी तरफ छात्रों ने कैंपस के नियमों की अवहेलना की. तो अब तक उन छात्रों पर क्या कार्रवाई की गई ?
मामले में की गई पड़ताल को लेकर जागो इंडिया जागो के सवाल
- उन छात्रों का परिसर में आने का समय रात्रि 11:15 से 11:57 तक था जो साफ-साफ विश्वविद्यालय के नियमों की अवहेलान थी. ऐसे में उन छात्रों पर क्या कार्रवाई की गई.
- जब सुरक्षा कर्मी द्वारा छात्रों की जांच की गई तो उनके पास उनका पहचान पत्र भी नहीं थे. ऐसे में सवाल बनता है कि उनके छात्र होने की पुष्टि कैसे की जाए, हो सकता है वह बाहरी लोग हो।
- क्या उन छात्रों के अभिभावक आधी रात्रि में हो रही पार्टी से अवगत थे या नहीं. ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा सकता है की विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों पर उनके हॉस्टल प्रबंधन आदि का कोई नियंत्रण नहीं है. तो माता पिता की परमिशन के बिना कैसे छात्रों का कैंपस परिसर के बाहर भेजा गया ?