Monika Kapoor Arrest: CBI ने कथित आर्थिक अपराधी मोनिका कपूर को अमेरिका में हिरासत में लिया है. कपूर करीब 25 साल से अधिक समय से फरार थी. CBI की टीम मोनिका को बुधवार रात भारत लाएगी. इसे भारतीय एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है.
मोनिका के भारत प्रत्यर्पण को अदालत से मिली मंजूरी
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने कपूर को अमेरिका में हिरासत में ले लिया है और उसे अमेरिकन एयरलाइंस के विमान से भारत लाया जा रहा है, जो बुधवार रात को भारत पहुंच सकता है. ‘यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट फॉर द ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयॉर्क’ ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के तहत कपूर के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी.अमेरिकी विदेश मंत्री ने कपूर के इस दावे को खारिज कर दिया था कि भारत लौटने पर उसे प्रताड़ित किया जाएगा और उसके खिलाफ सरेंडर वारंट जारी किया था.
New Delhi: The CBI successfully extradited fugitive Monika Kapoor from the US after two decades. Monika Kapoor, accused in a 2002 import-export fraud case involving duty-free gold worth ₹2.36 crore, had evaded trial since 2006. Her extradition follows persistent efforts,… pic.twitter.com/AJA1dg8WTg
— IANS (@ians_india) July 9, 2025
धोखाधड़ी के बाद 1999 में चली गई थी अमेरिका
कथित धोखाधड़ी के बाद कपूर 1999 में अमेरिका चली गई थी. धोखाधड़ी के इस मामले में उसने अपने 2 भाइयों के साथ मिलकर आभूषण व्यवसाय के लिए जाली दस्तावेज बनाए. इन दस्तावेजों का इस्तेमाल कथित तौर पर भारत सरकार से कच्चे माल को शुल्क मुक्त आयात करने के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए किया गया था. कथित धोखाधड़ी से भारतीय खजाने को 6,79,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ. अधिकारियों ने कहा कि भारत ने दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि के अनुसार अक्टूबर, 2010 में कपूर के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए अमेरिका से संपर्क किया था.
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