हरदा/भोपाल। मध्य प्रदेश के हरदा में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में धमाका हो गया। इसे लगी आग में 7 लोगों की मौत हो गई। जबकि 100 से ज्यादा घायल हो गए। धमाका इस कदर भीषण था कि फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे मजदूरों को जान बचाने का मौका तक नहीं मिला। ब्लास्ट के बाद फैक्ट्री परिसर और आस-पास की सड़कों केवल शव पड़े दिखाई दिए। प्रशासन ने 25 से ज्यादा घायलों को हरदा जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पटाखों की यह फैक्ट्री मगरधा रोड पर बैरागढ़ गांव में है। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना की मदद ली जा रही है। सेना के आने के बाद लोगों को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरदा ब्लास्ट को लेकर आपात बैठक बुलाई। साथ ही मंत्री उदय प्रताप सिंह के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को हरदा रवाना होने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च भी सरकार ही उठाएगी।
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। फायर ब्रिगेड भी आग बुझाने के लिए पहुंच गई। ब्लास्ट होने का सिलसिला थम नहीं रहा, जिससे राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं। एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। आग लगने के समय 30 से अधिक मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। घायलों और मृतकों में बच्चों और महिलाओं के होने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। शुरुआती जानकारी के अनुसार यह पटाखा फैक्ट्री राजू अग्रवाल की है। ब्लास्ट इतने भीषण थे कि आसपास के मकान गिर गए।
हादसे के बाद पास की सड़क पर वाहन उछलकर दूर गिर गए। कुछ लोगों की मौत सड़क पर ही हो गई। उनकी लाशें सड़क किनारे पड़ी है। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग ने मौतों की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा कि 20 से 25 लोग घायल हुए हैं। कुछ की हालत गंभीर है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है। हमारा फोकस बचाव एवं राहत कार्यों पर है।
आस-पास के क्षेत्र के 100 से ज्यादा घर खाली कराए
पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद आसपास के 60 से ज्यादा घरों में आग लग गई। फैक्ट्री के आसपास सड़क पर कुछ शव पड़े दिखे हैं। 25 से अधिक घायलों को हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने 100 से ज्यादा घर खाली करवा दिए हैं। धमाके की चपेट से पास की सड़क पर चल रहे वाहन भी कुछ दूरी तक उछल गए। क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है।
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। पटाखा फैक्ट्री के घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से भोपाल के हमीदिया अस्पताल और एम्स भोपाल लाने की तैयारी है। पटाखा फैक्ट्री के विस्फोट में घायल कुछ लोगों को हरदा जिला अस्पताल से भोपाल रेफर किया गया है
खंडवा, नर्मदापुरम से एंबुलेंस रवाना
हादसा इतना बड़ा है कि हरदा जिले की एंबुलेंस कम पड़ गई। नर्मदापुरम और खंडवा से भी एंबुलेंस हरदा के लिए रवाना की गई हैं। भोपाल और इंदौर में इलाज के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए धमाके के वीडियो
अधिकारी ने बताया कि कारखाने और उसके आसपास कई लोगों के फंसे होने की भी आशंका है। घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं जिसमें घटनास्थल पर रुक-रुक कर हो रहे धमाके के साथ ऊंची आग की लपटें दिखाई दे रही हैं और लोग खुद को बचाने के लिए भागते हुये नजर आ रहे हैं। हरदा के जिलाधिकारी ऋषि गर्ग ने बताया कि पटाखा कारखाने में भीषण आग लगी है। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबंधित अधिकारियों से बात कर घटना के बारे में जानकारी मांगी है।
सीएम ने मंत्री और अधिकारियों को मौके पर किया रवाना
मुख्यमंत्री ने मंत्री उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी और होम गार्ड के महानिदेशक अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा पहुंचने का निर्देश दिया। अधिकारी ने बताया कि इंदौर, भोपाल के अस्पतालों और राज्य की राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को आपात स्थिति के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। आग पर काबू पाने के लिए इंदौर और भोपाल से भी दमकल गाड़ियां भेजी गईं।अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घटना के संबंध में एक बैठक भी बुलाई है।