नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के भारतीय क्रिकेट में अपार योगदान के सम्मान में उनकी सात नंबर की जर्सी को ‘रिटायर’ करने का फैसला किया है। भारत के इस दिग्गज कप्तान ने देश की तरफ से अपना आखिरी मैच 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। उन्होंने 15 अगस्त 2020 को संन्यास लेने की घोषणा की और उसके बाद किसी भी अन्य खिलाड़ी ने सात नंबर की जर्सी नहीं पहनी।
यहां तक की महान सचिन तेंदुलकर के 2013 में संन्यास लेने के बाद तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को छोड़कर उनकी 10 नंबर की जर्सी किसी खिलाड़ी ने नहीं पहनी थी। ठाकुर ने श्रीलंका के खिलाफ 2017 में वनडे में पदार्पण के दौरान 10 नंबर की जर्सी पहनी थी, लेकिन सोशल मीडिया पर इसके लिए उनकी जमकर खिंचाई हुई थी। इसके बाद किसी भी खिलाड़ी ने ऐसी जर्सी नहीं पहनी जिसके पीछे 10 नंबर लिखा हो।
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बताया कि धोनी की सात नंबर की जर्सी को ‘रिटायर’ करने का फैसला गुरुवार को किया गया। शुक्ला ने कहा,‘‘वह महान खिलाड़ी हैं। उन्होंने भारतीय और विश्व क्रिकेट में अपार योगदान दिया है। बीसीसीआई ने उनके योगदान के सम्मान में सात नंबर को रिटायर करने का फैसला किया है।‘‘ अन्य खेलों में भी दिग्गज खिलाड़ियों की जर्सी को ‘रिटायर’ करने का चलन रहा है। शिकागो बुल्स ने बास्केटबॉल के दिग्गज माइकल जॉर्डन की नंबर 23 जर्सी को उनके संन्यास लेने के बाद ‘रिटायर’ कर दिया था।
धोनी के समकालीन रहे विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक उन खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्होंने 2020 में विश्व कप विजेता कप्तान के संन्यास लेने के बाद सात नंबर की जर्सी को ‘रिटायर’ करने की मांग की थी। संयोग से कार्तिक और धोनी न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल के उस मैच में खेले थे जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा था। कार्तिक ने तब पोस्ट किया था,‘‘उम्मीद है कि बीसीसीआई सफेद गेंद की क्रिकेट (सीमित ओवर) में सात नंबर की जर्सी को रिटायर कर देगा।’’