Shubhanshu Shukla : अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को मंगलवार को डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के 23वें दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए शुक्ला को डॉक्टरेट ऑफ साइंस (डीएससी) की उपाधि प्रदान की।
दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को 37 स्वर्ण और 26 रजत सहित कुल 88 पदक प्रदान किये गये। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने शुभांशु शुक्ला अपना एक्सिओम-4 मिशन पूरा करने के बाद पिछली 15 जुलाई को धरती पर लौटे थे। भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुक्ला गत 25 अगस्त को अपने गृहनगर लखनऊ आए थे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्ला के नाम से एक छात्रवृत्ति योजना शुरू करने का ऐलान किया है।

शुभांशु शुक्ला ने अतिथि उद्बोधन में कहा कि सफलता कोई बड़ी बात नहीं है। यह आपके हर दिन के प्रदर्शन से आती है। वह प्रदर्शन चाहे आपको पसंद हो या नहीं। इंतजार को समय का नष्ट करना न समझा जाए। यह धैर्य है। हमने अंतरिक्ष में जाने के बाद 32 दिन तक क्वारंटीन रहकर बाहर आने का इंतजार किया।