लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं.गुजरात में भी कांग्रेस को एक झटका लगा है.दरअसल कांग्रेस की गुजरात इकाई के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व विधायक अर्जुन मोढवाडिया पार्टी से इस्तीफा देने के एक दिन बाद मंगलवार को पार्टी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर के साथ भाजपा में शामिल हो गए.
दोनों नेता यहां भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय ‘कमलम’ में कई अन्य नेताओं के साथ भाजपा में शामिल हुए.गुजरात में भाजपा सरकार में है.प्रदेश भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने उन्हें भगवा टोपियां एवं दुपट्टे पहनाकर पार्टी में शामिल किया. मोढवाडिया और डेर ने अयोध्या में जनवरी में राम मंदिर में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ‘बहिष्कार’ करने के कांग्रेस के निर्णय से सोमवार को नाराजगी प्रकट करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
न्याय यात्रा के 3 दिन पहले बदला पाला
दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों नेताओं ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के गुजरात में निर्धारित प्रवेश से महज 3 दिन पहले कांग्रेस छोड़ने के अपने निर्णय की घोषणा की.इन दोनों के भाजपा में शामिल होने से कुछ दिन पहले कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री नारण राठवा अपने बेटे और बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गये थे.आपको बता दें कि पोरबंदर से विधायक मोढवाडिया ने सोमवार शाम गांधीनगर में गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को विधानसभा सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा था. विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने इस्तीफा स्वीकार किए जाने की पुष्टि की.
कौन हैं अर्जुन मोढवाडिया ?
गुजरात में सबसे वरिष्ठ और सबसे प्रभावशाली विपक्षी नेताओं में से एक मोढवाडिया (67) लगभग 40 वर्ष तक कांग्रेस से जुड़े रहे.वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रहे.मोढवाडिया ने 2022 के चुनावों में पोरबंदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के दिग्गज नेता बाबू बोखिरिया को हराया था.मोढवाडिया के इस्तीफे के साथ ही 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 14 रह गई है.मोढवाडिया पिछले 4 महीनों में चिराग पटेल और सी जे चावड़ा के बाद इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं.पटेल ने दिसंबर में और चावड़ा ने जनवरी में इस्तीफा दिया था.
डेर 2017 से 2022 तक अमरेली जिले की राजुला विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक थे.उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य के मंत्री परषोत्तम सोलंकी के छोटे भाई हीरा सोलंकी हो हराया था.2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले डेर को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था.