New Criminal Laws in Jammu Kashmir : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की उपस्थिति में जम्मू-कश्मीर में नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन की स्थिति की समीक्षा की.
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में जम्मू-कश्मीर CM उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मौजूद रहे। pic.twitter.com/nxsNEWwLtM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 18, 2025
गृहमंत्री से मुलाकात के बाद उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा ?
गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा- एक हद तक इन कानूनों के क्रियान्वयन में जम्मू-कश्मीर की भूमिका अच्छी रही है. कुछ बिंदुओं पर हमारी कमी रही है, उसे दूर किया जाएगा.
VIDEO | After meeting with Home Minister Amit Shah in Delhi, J&K CM Omar Abdullah (@OmarAbdullah) says, "It was the discussion with Home Minister on the new criminal laws that have been implemented, how they are being implemented, what are the limitations. It was now the turn of… pic.twitter.com/I2g5qbVlJT
— Press Trust of India (@PTI_News) February 18, 2025
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश है, इसलिए इसे लागू करना हमारी जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन चूंकि ये नए कानून हैं, इसलिए लोगों को जागरूक करने के प्रयास किए जाने चाहिए, इसके लिए चुनी हुई सरकारों को और अधिक प्रयास करने की जरूरत है.
पिछले साल लागू हुए थे नए कानून
अधिकारियों ने बताया कि अब्दुल्ला और सिन्हा के अलावा केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर सरकार के शीर्ष अधिकारी नॉर्थ ब्लॉक में बैठक में शामिल हुए. भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने क्रमशः औपनिवेशिक युग की भारतीय दंड संहिता, आपराधिक प्रक्रिया संहिता और 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम का स्थान लिया है. नए कानून पिछले साल एक जुलाई से लागू हुए थे.
उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री अमित शाह इससे पहले उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और गुजरात सहित कई राज्यों में नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन की स्थिति की समीक्षा कर चुके हैं.