Sunday, June 8, 2025
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भाजपा का मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनाव को लेकर हुआ मंथन

नई दिल्ली। भाजपा हैडक्वार्टर पर सीईसी की बैठक आयोजित हुई। इसमें इस साल के अंत में होने वाले मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनावों की तैयारियों पर चर्चा हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ की विधानसभा सीटों को 4 कैटेगरी में बांटा गया। PM मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह सहित सभी 15  सीईसी मेंबर्स मीटिंग में पहुंचे।

जल्द घोषित होंगे उम्मीदवार

सूत्रों का कहना है कि मीटिंग में मध्यप्रदेश की करीब 60 से 70 और छत्तीसगढ़ की करीब 30 से 40 सीटों पर मंथन किया गया। मध्य प्रदेश में BJP की सरकार है, लेकिन पिछले चुनाव की तरह परिणाम ना रहे, इसलिए भी BJP ने नई रणनीति के तहत उम्मीदवारों पर समय से पहले मंथन करने का निर्णय लिया है।

राज्य नेतृत्व से लेंगे फीडबैकसूत्रों ने कहा कि पार्टी का राज्य नेतृत्व केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने सहित जमीनी स्तर पर किए जा रहे कामों की जानकारी देगा। बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा और अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए। इस साल के अंत में जिन पांच राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें से केवल मध्य प्रदेश में ही BJP सत्ता में है।आमतौर पर BJP अपने उम्मीदवारों की घोषणा तभी करती है, जब संबंधित राज्य में आचार संहिता लग जाती है और चुनाव की तारीख़ों का ऐलान हो जाता है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में BJP का कैडर बहुत मजबूत है, लेकिन बैठक में ऐसी सीटों पर विशेष रणनीति के तहत उम्मीदवारों का समय से पहले ही चयन करने पर बात हो सकती है। जिससे उन्हें पर्याप्त समय मिल जाएगा।

NMML का नाम बदलना ओछापन – Congress

नई दिल्ली। कांग्रेस ने नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय (NMML) का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) सोसाइटी किए जाने को लेकर बुधवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लगातार हमले के बावजूद देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की विरासत हमेशा जिंदा रहेगी और वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि NMML का नाम बदलना इस सरकार के ओछेपन और द्धेष को दिखाता है। NMML का नाम 14 अगस्त से आधिकारिक तौर पर बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) सोसाइटी कर दिया गया। इसी साल जून में नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूर किया गया था। अब स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इसको अमली जामा पहना दिया गया है।

रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को नया नाम मिल गया है। विश्व प्रसिद्ध नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय (NMML) अब प्रधानमंत्री स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) बन गया है।

उन्होंने आरोप लगाया PM मोदी भय, हीन भावना और असुरक्षा से भरे नज़र आते हैं, विशेष रूप से तब, जब बात हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले PM की आती है। उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को ग़लत ठहराना, बदनाम करना, तोड़ मरोड़कर पेश करना और नष्ट करना है। उन्होंने N को मिटाकर उसकी जगह P लगा दिया है। यह P वास्तव में ‘पीटीनेस’ (ओछापन) और ‘पीवी’ ( द्धेष) को दर्शाता है।

नई दिल्ली स्थिति तीन मूर्ति भवन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास हुआ करता था। बाद में इस परिसर को संग्रहालय में बदल दिया गया और नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की स्थापना की गई। PM नरेंद्र मोदी ने 2016 में एक विचार रखा था कि तीन मूर्ति परिसर के अंदर भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय होना चाहिए, जिसे नेहरू मेमोरियल की कार्यकारी परिषद ने मंजूर कर लिया।

साल 2022 में प्रधानमंत्रियों को समर्पित ये संग्रहालय बनकर तैयार हुआ, जिसके बाद अप्रैल 2022 में इसे जनता के लिए खोला गया। सभी प्रधानमंत्रियों का संग्रहालय होने की वजह से कार्यकारी परिषद ने महसूस किया था कि इसके नाम में वर्तमान स्वरूप की झलक दिखनी चाहिए। इसी वजह से बीते जून की बैठक में नाम बदलने का फैसला हुआ। PM मोदी के मुख्य सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्र PM म्यूजियम की कार्यकारी परिषद अध्यक्ष हैं।

रमेश ने कहा स्वतंत्रता आंदोलन में नेहरू के व्यापक योगदान और भारतीय राष्ट्र-राज्य की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, वैज्ञानिक और उदार नींव डालने में उनकी महान उपलब्धियों को कभी भी कम नहीं किया जा सकता। चाहे इन उपलब्धियों पर PM मोदी और उनके लिए ढोल पीटने वाले जितना हमला करते रहें। उन्होंने यह भी कहा लगातार हो रहे हमलों के बावजूद, जवाहरलाल नेहरू की विरासत दुनिया के सामने जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि नेहरू की विरासत को धूमिल करने का प्रयास सूरज को दीया दिखाने की तरह है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा यह सरकार मानसिक और सैद्धांतिक विरोधाभास से घिरी हुई है। इतिहास रचा जाता है, इतिहास बदला नहीं जाता। इमारतें बना देने और किसी जगह का नाम बदल देने से प्रधानमंत्री की संकीर्ण सोच दिखाई देती है। श्रीनेत ने जवाहर लाल नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम लिए बिना उनके कार्यकाल की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा  जिनके अंदर जज्बा होता है वे पाकिस्तान के 2 टुकड़े करके दुनिया का भूगोल बदल देते हैं। जिनके अंदर जज्बा होता है वो आजादी के समय IIT, IAIM और ISRO बनाते हैं। सुप्रिया ने दावा किया कि PM मोदी ने एक भी ऐसा काम नहीं किया जिससे देश उन्हें अच्छी तरह से याद करेगा।

महिला कोच निलंबित, संदीप सिंह पर लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप

चंडीगढ़। हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली एक जूनियर एथलेटिक्स कोच को आचरण नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में सेवा से निलंबित कर दिया गया है। हरियाणा के खेल विभाग के निदेशक यशेन्द्र सिंह ने 11 अगस्त को निलंबन के आदेश जारी किए। हालांकि इसमें निलंबन के कारणों का उल्लेख नहीं है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि महिला कोच को कथित अनुशासनहीनता और सेवा आचरण नियमों के उल्लंघन के आरोप में निलंबित किया गया है। आदेश के अनुसार जूनियर एथलेटिक्स कोच की सेवाओं को बिना किसी पूर्वाग्रह के तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। आदेश में कहा गया निलंबन की अवधि में वह हरियाणा सिविल सेवा (सामान्य) नियम 2016 के अंतर्गत नियम 83 के तहत निर्वाह भत्ता पाने की हकदार हैं।

इस बीच महिला कोच ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ माह से उन पर दबाव बनाया जा रहा है। साथ ही महिला कोच ने कहा कि अगर उनकी सेवाएं बर्खास्त भी की गई तो भी वह लड़ाई जारी रखेंगी। महिला कोच ने कहा कि वह अनुचित निलंबन के खिलाफ अदालत में जाने पर विचार कर रही हैं। कौन दबाव डाल रहा है, यह पूछे जाने पर महिला कोच ने कहा मीडिया को सब कुछ पता है। उन्होंने मुझे निलंबित किया है लेकिन इसके लिए कोई कारण नहीं दिया है। मुझ पर कई माह से दबाव बनाया जा रहा है और यह मेरे ऊपर दबाव बनाने का सरकार का एक और तरीका है।

उन्होंने कहा मुझे पता है कि मुझे निलंबित क्यों किया गया है। मैं इस मामले में पीछे नहीं हट रही हूं, उन्हें मेरी सेवा समाप्त करने दीजिए, लेकिन मैं अपने अधिकारों के लिए लड़ूंगी। मैं अदालत से न्याय मांगूंगी।

महिला कोच ने कहा कि वह बेहद अनुशासन और नियम के साथ अपना काम करती आ रही हैं। उन्होंने कहा मैं किसी की गुलाम नहीं हूं। मैं एक भी कदम पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हूं। उन्हें मेरी सेवा बर्खास्त करने दीजिए, लेकिन मैं अपने अधिकारों के लिए लड़ूंगी। अगर किसी को निलंबित किया जाता है तो नियम के अनुसार उसे पहले चेतावनी दी जाती है।

महिला कोच ने आरोप लगाया उन्होंने सीधे निलंबन का आदेश थमा दिया। शुक्रवार को मुझे इंतजार कराया गया और रजिस्टर में मुझे हाजिरी नहीं लगाने दी गई। खेल विभाग के किसी भी अधिकारी ने मुझे नहीं बताया कि मुझे निलंबित कर दिया गया है। सोमवार शाम को उन्होंने मुझे आवास पर निलंबन आदेश थमाया। मैं खिलाड़ी हूं। 4 माह से ट्रैक (एथलेटिक्स) में मेरा प्रवेश प्रतिबंधित है और एक खिलाड़ी के लिए इससे पीड़ादायक और क्या हो सकता है। खेल विभाग ने और सरकार ने मुझसे मेरे मूलभूत अधिकार छीन लिए हैं। लेकिन मैं यह लड़ाई अकेले लड़ने में सक्षम हूं। अंत में सत्य की जीत होती है।

संदीप सिंह वर्तमान में प्रिंटिंग और स्टेशनरी राज्य मंत्री हैं। वह पहली बार विधायक बने हैं और भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रह चुके हैं। पिछले वर्ष महिला कोच की शिकायत पर उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 354 (किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 354 ए (यौन उत्पीड़न), 354 बी (उसे निर्वस्त होने के लिए मजबूर करना), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था।

पुलिस ने बाद में मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित किया था। सिंह ने मामला दर्ज होने के बाद खेल विभाग छोड़ दिया था और तब कहा था कि उन्होंने नैतिकता के आधार पर यह कदम उठाया है। साथ ही उन्होंने दावा किया था कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। खेल विभाग इस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पास है।

बारां जिले में 11 केवी लाइन की चपेट में आए मजदूर

बारां- जिले के अंता क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है. नेशनल हाईवे 27 पर ठीकरिया पेट्रोल पंप के पास 4 मजदूर 11 केवी लाइन की चपेट में आ गए. ये चारों मजदूर होटल हाइवे किंग ढाबे पर मजदूरी करते थे. 11 केवी लाइन की कि चपेट में आने से 2 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य मजदूरो का गंभीर अवस्था में नजदीक अंता अस्पताल में भर्ती करवाया गया. मजदूरों की मौत पर परिजनों ने कुछ देर के लिये हंगामा खड़ा कर दिया लेकिन DYSP विजय कुमार व थानाधिकारी राम लक्ष्मण ने समझाइस कर मामला को शांत किया.

मृतकों की पहचान महेश निवासी खवासपुर व रामस्वरूप निवासी बम्बोरी के रुप में हुई. और कुलदीप व राहुल नामके युवक घायल हो गए. फिलहाल घायलों का अंता अस्पताल में उपचार जारी है. घटना की सूचना मिलने पर अंता पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने दोनों मृतको का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है.

सत्ता में आने पर बजरंग दल पर प्रतिबंध नहीं लगाएगी कांग्रेस – दिग्विजय सिंह

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो वह बजरंग दल पर प्रतिबंध नहीं लगाएगी, लेकिन गुंडों और दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।

सिंह ने हिंदू राष्ट्र पर कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ की टिप्पणियों को लेकर उनका बचाव किया। बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की युवा शाखा है। विहिप ने हरियाणा के नूंह जिले में सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में गिरफ्तार गौरक्षक बिट्टू बजरंगी से संगठन को पृथक कर लिया है। भोपाल में पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा बजरंग दल गुंडों और असामाजिक तत्वों का एक समूह है… यह देश सभी का है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देश को बांटना बंद करें। देश में शांति स्थापित करें, जिससे विकास होगा।

यह पूछने पर कि क्या सत्ता में आने पर कांग्रेस बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएगी, राज्यसभा सदस्य ने कहा हम प्रतिबंध नहीं लगाएंगे। बजरंग दल में कुछ अच्छे लोग भी हो सकते हैं, लेकिन, जो गुंडे हैं और दंगों में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हिंदू राष्ट्र पर कांग्रेस नेता कमलनाथ की टिप्पणी के संबंध में एक सवाल पर सिंह ने कहा आप लोगों ने कमलनाथ के बयान को गलत तरीके से पेश किया है। उन्होंने कभी वह नहीं कहा जो आप लोग और भाजपा कह रही है। मैं भाजपा, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने संविधान की शपथ ली है या हिंदू राष्ट्र की?

कुछ पत्रकारों ने 8 अगस्त को कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री की भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की कथित मांग पर कमलनाथ से प्रतिक्रिया मांगी थी। उस वक्त कमलनाथ ने कहा था दुनिया की सबसे बड़ी हिंदू आबादी हमारे देश में रहती है। यहां 82 प्रतिशत हिन्दू आबादी निवास करती है। यह कोई बहस का मुद्दा नहीं है। यह बताने वाली बात नहीं है। ये आंकड़े हैं, इसमें अलग से कहने की क्या जरूरत है? इस साल मई में तेज हवाओं के कारण उज्जैन में महाकाल लोक की कुछ मूर्तियों के गिरने के मामले का संदर्भ देते हुए दिग्विजय सिंह ने राज्य में भाजपा शासन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया।

लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज, खरगे और राहुल ने दिल्ली के नेताओं के साथ की बैठक

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पार्टी की दिल्ली इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की गई।

सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में खरगे और राहुल गांधी ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं के बीच एकजुटता की जरूरत पर जोर दिया।

बैठक के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार, वरिष्ठ नेता अजय माकन, जयप्रकाश अग्रवाल और कई अन्य नेता मौजूद थे। खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र, आज दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ मंत्रणा हुई। दिल्ली प्रदेश का का नवसंचार हमारी प्राथमिकता है, जिसमें सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की सहभागिता ज़रूरी है। हमने दिल्ली को समृद्ध और ख़ुशहाल बनाया था, आगे भी दिल्ली के लोगों के लिए हमारा संघर्ष जारी है।

शांति एवं अहिंसा निदेशालय के ‘लोगो‘ का सीएम गहलोत ने किया विमोचन

जयपुर। बुधवार को सीएम अशोक गहलोत ने शांति एवं अहिंसा निदेशालय के ‘लोगो‘ का विमोचन किया. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विमोचन करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि शांति एवं अहिंसा की राह पर चलते हुए राजस्थान का चहुंमुखी विकास किया जा रहा है. अब शांति एवं अहिंसा विभाग और निदेशालय द्वारा गांधी जी के सिद्धांतो और उनके जीवन दर्शन को घर-घर पहुंचाने का सबसे बड़ा कार्य किया जा रहा है. इससे युवा पीढ़ी सकारात्मक सोच के साथ प्रदेश के विकास में अहम योगदान निभाएगी.

इस अवसर पर निदेशालय के निदेशक मनीष कुमार शर्मा, गांधी शांति प्रतिष्ठान नई दिल्ली के अध्यक्ष कुमार प्रशांत, शांति एवं अहिंसा विभाग के शासन सचिव नरेश ठकराल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

राजस्थान के चुरू में चौंकाने वाला मामला, युवक की मौत…

चुरू । राजस्थान के चुरू जिले में मंगलवार की रात फेंकी गई छर्रे वाली विस्फोटक सामग्री की चपेट में आने से 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई। पुलिस उपाधीक्षक (SP) राजेंद्र बुरडक ने बताया कि रतन नगर पुलिस थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में आरोपी को भी चोटें आई।

उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ जिला निवासी आरोपी झाबर सिंह की शादी चूरू की एक महिला से हुई थी। पिछले 3 साल से वह किसी विवाद के कारण पति से अलग रह रही थी और झाबर सिंह का आरोप था कि महिला के माता-पिता ने उसकी शादी कहीं और कर दी है। सिंह खुद तैयार की गई विस्फोटक सामग्री लेकर मंगलवार रात अपने ससुराल गया। उसने सामग्री मुख्य दरवाजे पर फेंकी। आवाज सुनकर उनके साले का बेटा मोनू सिंह (20) बाहर आया तो उसने दुबारा अपनी बनाई सामग्री फेंकी। इससे निकले छर्रे लगने से दोनों घायल हो गए।

उन्होंने बताया कि मोनू सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि झाबर सिंह घायल अवस्था में वहां से भाग निकला। बाद में उसे एक कृषि फार्म से पकड़ लिया गया और स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। SP ने कहा कि विस्फोटक की प्रकृति तुरंत स्पष्ट नहीं है और मामले में जांच की जा रही है।

Manipur Violence : जब तक हथियार बरामद नहीं किए जाते, मणिपुर में शांति नहीं होगी – गोगोई

गुवाहाटी। लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने बुधवार को कहा कि मणिपुर में जब तक लूटे गए 6,000 आधुनिक हथियार और 6 लाख कारतूस बरामद नहीं कर लिए जाते, तब तक कोई शांति नहीं होगी। गोगोई ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ये हथियार और गोलियां सुरक्षा बलों से लूटी गई थीं और इनका इस्तेमाल राज्य के आम नागरिकों पर होगा। मणिपुर में 3 मई से हिंसा का दौर जारी है।

कांग्रेस नेता ने कहा तो जब तक दोनों पक्षों के बीच सुलह के लिए बात नहीं हो तब तक वहां शांति कैसे हो सकती है और हालात कैसे सामान्य हो सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि मेइती और कुकी दोनों ही समुदाय के लोग मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के रवैये से नाखुश हैं। कांग्रेस नेता ने कहा गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में पूरी तरह से मुख्यमंत्री को समर्थन दिया जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शांति समितियों में मुख्यमंत्री की मौजूदगी के कारण ही शांति वार्ताएं विफल हुई हैं।

गोगोई ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले से लोगों को गुमराह किया क्योंकि राहत शिविरों में रह रहे 60,000 लोगों के पुनर्वास के बिना और 6,000 हथियारों की बरामदगी तक वहां शांति नहीं हो सकती।

PM ने पारसी नववर्ष पर देशवासियों को दी बधाई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को पारसी नववर्ष नवरोज के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और सब के बेहतर स्वास्थ्य व समृद्धि की कामना की। नवरोज पारसी नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।

मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया नवरोज मुबारक। पारसी नववर्ष के विशेष मौके पर ढेर सारी शुभकामनाएं। भारत पारसी समुदाय की संस्कृति और उनकी परंपराओं पर गौरव करता है। इस समुदाय ने राष्ट्रीय प्रगति को समृद्ध किया है। मैं कामना करता हूं कि आने वाला वर्ष उल्लास, बेहतर स्वास्थ्य और समृद्धि से भरा हो।

पारसी नववर्ष को नवरोज भी कहा जाता है। पारसी भाषा में नव का मतलब नया और रोज का मतलब दिन होता है, इसलिए नवरोज को नया दिन कहा जाता है। इस दिन से नए पारसी कैलेंडर की शुरूआत की जाती है।

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