Monday, June 9, 2025
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भरण-पोषण कानून माता-पिता को बच्चों को घर से निकालने का अधिकार नहीं देता है – अदालत

लखनऊ। इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने शुक्रवार को एक अहम फैसले में कहा कि माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम 2007 माता-पिता को बच्चों को घर से बाहर निकालने का अधिकार नहीं देता है।

अदालत ने अपने फैसले में कहा कि कानून के तहत गठित अधिकरण माता-पिता की अर्जी पर संतान को माता-पिता के उचित भरण-पोषण का निर्देश दे सकता है लेकिन वह संतान को घर से बाहर निकालने का आदेश पारित नहीं कर सकता। अदालत ने कहा कि अधिनियम की मंशा माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के लिए उचित भरण-पोषण और उनका कल्याण सुनिश्चित करना है। अदालत ने कहा कि दीवानी प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत तय होने वाले कानूनी अधिकारों के बाबत इस अधिनियम के तहत आदेश पारित नहीं किये जा सकते हैं।

न्‍यायमूर्ति श्रीप्रकाश सिंह की एकल पीठ ने कृष्‍ण कुमार की ओर से दाखिल रिट याचिका का निपटारा करते हुए उक्त आदेश पारित किया। दरअसल याची अपनी अर्जी में कहा था कि उसने अपने माता-पिता की इच्छा के विरूद्ध दूसरी जाति की लड़की से विवाह कर लिया जिसके कारण वे खफा हो गये और अब उन्होंने माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण और कल्याण अधिनियम 2007 के तहत अधिकरण में अर्जी देकर उसे घर से बेदखल करने का आदेश देने का अनुरोध किया है।

अधिकरण के पीठासीन अधिकारी के रूप में उप जिलाधिकारी (एसडीएम) ने 8 जुलाई, 2019 को आदेश दिया कि याची घर के जिस कमरे में रहता है और जिस दुकान का उपयोग करता है उसके अलावा वह घर के अन्य किसी हिस्से में माता-पिता के अधिकार में दखल नहीं देगा। याची के माता-पिता एसडीएम के उक्त आदेश से सहमत नहीं हुए और उन्होंने एसडीएम के आदेश के खिलाफ जिलाधिकारी, सुल्तानुपर के यहां अपील दाखिल कर दी जिस पर जिलाधिकारी ने 22 नवंबर, 2019 को एसडीएम के आदेश को रद करते हुए याची को अपने माता-पिता का मकान एवं दुकान खाली करने का आदेश जारी कर दिया और कहा कि यदि डेढ़ महीने में याची ऐसा नहीं करता तो पुलिस की मदद से उससे जगह खाली करवा ली जाएगी। इस आदेश को याची ने उच्‍च न्‍यायालय में चुनौती दी थी।

हादसे में 3 महिलाओं की मौत, 4 घायल

जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में एक हादसे में 3 महिलाओं की मौत हो गई. हादसे में 4 लोग भी घायल हो गए. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हादसा शनिवार तड़के हुआ. हादसे में एक निजी बस ने जैसलमेर के रामदेवरा जा रहे जातरुओं को टक्कर मार दी.  यह हादसा शनिवार सुबह 4.20 बजे के आस-पास जिले के बिलाड़ा थाना क्षेत्र में खारिया-मीठापुर के पास हुआ. राहगीरों ने हादसे की सूचना बिलाड़ थाना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही बिलाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया.

मृतकों की पहचान आशा पत्नी भोमाजी निवासी नैनवां जिला बूंदी, बादाम देवी पत्नी राजेश, निवासी राजनगर देवली जिला टोंक और प्रेम देवी पत्नी रमेश निवासी देवली जिला टोंक के रुप में हुई. बिलाड़ा एसएचओ घेवर सिंह ने बताया कि हादसा सुबह करीब 4.30 बजे हुआ. नेशनल हाईवे-25 पर पैदल रामदेवरा जा रहे यात्रियों के जत्थे को जयपुर से आ रही स्लीपर बस ने पीछे से टक्कर मार दी. जिसमें 3 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई. इस हादसे में घायल यात्रियों का इलाज सरकारी अस्पताल में जारी है.

हादसे पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता और सांसद हनुमान बेनीवाल ने  ट्वीट कर दुख जताया है. बेनीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि जोधपुर जिले के बिलाड़ा थाना क्षेत्र में खारिया-मीठापुर के निकट रामदेवरा पैदल जा रहे श्रद्धालुओं के जत्थे को स्लीपर बस द्वारा रौंद देने से 3 महिलाओं की मौत व कुछ श्रद्धालुओं का घायल हो जाना पीड़ादायक खबर है. ईश्वर दिवंगत महिलाओं की आत्मा को शांति प्रदान करें व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.

दोहरे हत्याकांड मामले में बिहार के पूर्व सांसद दोषी करार

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को बिहार के पूर्व लोकसभा सदस्य प्रभुनाथ सिंह को 1995 के दोहरे हत्याकांड के मामले में दोषी ठहराया और इसी के साथ उसने सुनवाई अदालत और पटना उच्च न्यायालय के आदेश को पलट दिया। सुनवाई अदालत एवं पटना उच्च न्यायालय ने सिंह को इस मामले में बरी कर दिया था। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि वह एक ऐसे मामले से निपट रहा है जो हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली का बेहद दर्दनाक प्रकरण है।

सर्वोच्च न्यायालय देश की सर्वोच्च अपीलीय अदालत है और उसका किसी आरेापी को दोषी ठहराना दुर्लभ मामला है। आम तौर पर उच्चतम न्यायालय किसी मामले में अपील पर व्यक्ति की सजा को बरकरार रखता है या उसे रद्द कर देता है। उच्चतम न्यायालय ने बिहार के महाराजगंज क्षेत्र से कई बार सांसद रह चुके सिंह को दोषी करार देते हुए कहा कि इसमें जरा भी संदेह नहीं है कि सिंह ने अपने खिलाफ सबूतों को मिटाने के लिए हरसंभव प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अभियोजन मशीनरी के साथ ही सुनवाई अदालत के पीठासीन अधिकारी को भी उनकी निरंकुशता के एक औजार के रूप में इस्तेमाल किया गया था।

यह मामला सारण जिले के छपरा में मार्च 1995 में विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के दिन 2 लोगों की हत्या से जुड़ा है। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि आपराधिक मुकदमे में 3 मुख्य हितधारक – जांच अधिकारी, लोक अभियोजक और न्यायपालिका होते हैं और वे अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में पूरी तरह से विफल रहे हैं। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने सिंह को दरोगा राय और राजेंद्र राय की हत्या और एक महिला की हत्या के प्रयास के आरोप में दोषी ठहराया। इस पीठ में न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ भी शामिल थे।

पीठ ने कहा कि 25 मार्च, 1995 को राजेंद्र राय के बयान के आधार पर छपरा में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पीठ ने आरोपी-प्रतिवादी संख्या 2 (सिंह) को दरोगा राय और राजेंद्र राय की हत्या और एक महिला की हत्या के प्रयास के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 307 के तहत दोषी ठहराया। पीठ ने बिहार के गृह विभाग के सचिव और राज्य के पुलिस महानिदेशक को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सिंह को तुरंत हिरासत में लिया जाए और सजा के संबंध में सुनवाई के लिए सर्वोच्च अदालत के समक्ष पेश किया जाए। पीठ ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 1 सितंबर की तारीख तय की है। पीठ ने उस तारीख को प्रभुनाथ सिंह को अदालत के समक्ष पेश करने का निर्देश दिया। सिंह जनता दल विधायक अशोक सिंह की उनके आवास पर 1995 में हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अभी हजारीबाग जेल में बंद हैं।

दिल्ली और पंजाब के सीएम का रायपुर दौरा, कार्यकर्ताओं को देंगे जीत का मंत्र

रायपुर। दिल्ली के सीएम एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल आज रायपुर के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे. यह पांच महीनों में उनकी तीसरी यात्रा है. राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. साथ में पंजाब के सीएम भगवंत मान भी दौरा रहेंगे.

पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने ने बताया कि केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी होंगे और दोनों दोपहर 12 बजे रायपुर हवाई अड्डे के सामने जैनम मानस भवन में पार्टी कार्यकर्ता के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे. हुपेंडी ने बताया कि इस मौके पर केजरीवाल छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए ‘‘गारंटी कार्ड’’ भी जारी करेंगे, जिसमें इस बात का जिक्र है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह लोगों के लिए क्या-क्या काम करेगी.

वर्तमान में राज्य में कांग्रेस का सरकार है हुपेंडी ने बताया कि आप के शीर्ष नेतृत्व के दौरे और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उनकी बातचीत से विधानसभा चुनाव की तैयारी में मजबूत मिलेगी. आम आदमी पार्टी ने 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमाई थी और 90 में से 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली थी

छात्रसंघ चुनावों पर रोक के बाद छात्रों का आंदोलन जारी, बेनीवाल ने जूस पिलाकर तुड़वाई भूख हड़ताल

जयपुर। प्रदेश में छात्रसंघ चुनावों पर रोक के कारण विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में शैक्षणिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। विवि में चुनाव करवाने की मांग को लेकर जहां विद्यार्थी आंदोलनरत है तो ओल्ड पेंशन स्कीम की विसंगति दूर करने की मांग को लेकर शिक्षक एवं कर्मचारियों का भी प्रदर्शन जारी है। इसके चलते विवि में हॉस्टल खाली होने लगे और प्रमुख पार्टियों के नेता विद्यार्थियों को महज वोट बैंक मानकर उन्हें अपने पाले में करने में जुटे हैं।

राजस्थान विवि में शुक्रवार को भी कमोबेश यही स्थिति रही और विवि में शैक्षणिक के साथ सभी प्रशासनिक कामकाज पूरी तरह से ठप रहे। प्रवेश प्रक्रिया के साथ ही रोजमर्रा के काम करवाने कैम्पस आए छात्रों को भी इस परेशानी का सामना करना पड़ा। देर शाम तक वे सिर्फ कर्मचारियों के अपनी सीट पर आने का इंतजार करते दिखाई दिए। विवि में छात्रों के प्रदर्शन का असर प्रमुख वीआईपी मार्ग जेएलएन रोड पर भी दिखाेई दिया और यहां कई बार जाम की स्थिति रही।

इधर, विधायकों के दबाव में उड़ी नियमों की धज्जियां

राजस्थान विश्वविद्यालय में शिक्षक एवं छात्रों के प्रदर्शन के बीच शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों ने भी शिरकत की और नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए गत दिनों जारी हुई सिंडिकेट बैठक की मिनिट्स में कुलपति से बदलाव करवाया। जानकारों के अनुसार गत बैठक में यह तय था कि राज. विवि में 2018 का रेगुलेशन उसी हाल में पास होगा, जो अकैडमिक काउंसिल द्वारा भेजा गया था। इसके बावजूद विधायक गोपाल मीणा और अमीन कागजी ने कुलपति निवास पर पिछले दरवाजे से पहुंचकर कुलपति से नियमों को तत्काल प्रभाव से बदलने की मांग की। इसके बाद दबाव में आए कुलपति ने बंद कमरे में मिनिट्स को बदल डाला। मामले में कुलपति निवास के बाद शिक्षकों की ओर से प्रदर्शन किया गया। राजस्थान विवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार ने कहा कि विधायक अपनी सुविधा के लिहाज से नियम बदलवा रहे हैं, जो गलत है। उन्होंने बताया कि विधायक के प्रयासों से वरिष्ठता के क्रम में केवल 30 शिक्षकों को लाभ मिलेगा, जबकि इस एक निर्णय से 350 से अधिक शिक्षक प्रभावित होंगे। उन्होंने मामले में राजभवन से दखल की मांग की।

सीएम गहलोत खुद हारे हुए छात्र नेता- बेनीवाल

इस बीच राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल भी राज. विवि पहुंचे। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री तो बन गए, लेकिन गहलोत खुद विवि का चुनाव हार गए थे। इसी कारण उन्होंने चुनाव रद्द करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री इस बात से नाराज हो सकते हैं कि 40 साल पुरानी बात को आज क्यों बता रहे हैं, लेकिन यह सच है। गत 6 दिनों से चल रहे छात्रों के धरने में पहुंचे बेनीवाल ने कहा कि आज सत्ता में बैठे अनेक मंत्री छात्रनेताओं से चिड़े हैं, ऐसे नेताओं में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हैं, क्योंकि वो खुद चुनाव हारे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में सरकार ने छात्रसंघ चुनाव बंद करने का निर्णय लिया था, लेकिन हमनें विरोध किया और नतीजा तीन महीने बाद आखिरकार सरकार को चुनाव करवाने पड़े। आखिरकार इस बार भी राज्य सरकार को चुनाव करवाने पडें़गे। बेनीवाल ने निर्वतमान छात्रसंघ पदाधिकारियों को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि गत वर्ष छात्रसंघ चुनाव जीतकर आए छात्र नेताओं को शर्म आनी चाहिए। क्योंकि, अब जबकि सरकार चुनाव रद्द कर रही है तो उन्हें चुप्पी तोड़कर आम छात्रों की लड़ाई लड़नी चाहिए और चुनाव करवाने चाहिए। इस दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने पिछले 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेताओं को जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त करवाई। उन्होंने छात्र राजनीति से विधायक और सांसद बनने वाले नेताओं से छात्रसंघ चुनाव के समर्थन में खड़े होने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गहलोत की सरकार जाने वाली है। सरकार ने जल्द छात्रों की मांगों को पूरा नहीं किया तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजधानी जयपुर को घेरेगी। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव सिर्फ इस बार ही नहीं बल्कि, हर साल लोकसभा, विधानसभा और निकाय पंचायत के पहले होते हैं। बेनीवाल राज. विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं।

BJP के लोगों ने नहीं दिया महात्मा गांधी का साथ – अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष और उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन में भाजपा (की विचारधारा) के लोगों ने महात्‍मा गांधी और क्रांतिकारियों का साथ नहीं दिया था।

लोक जागरण अभियान के तहत शुक्रवार को फतेहपुर में समाजवादी पार्टी के प्रशिक्षण शिविर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा भाजपा की विचारधारा के लोगों और उनके मातृ संगठन (संघ) ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुए भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था। उन्होंने कहा उसी को छिपाने के लिए अब (ये लोग) घर-घर झंडा लगाने का काम कर रहे हैं।

उन्‍होंने कहा भाजपा (की विचारधारा) के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, क्रांतिकारियों और समाजवादियों का साथ नहीं दिया था। सपा मुख्‍यालय से जारी एक बयान में यादव ने कहा केन्द्र की सरकार में आने के बाद भाजपा नए तरीके का भारत छोड़ो आंदोलन चला रही है। भाजपा के तमाम करीबी उद्योगपति बैंकों से पैसा लेकर भारत छोड़ गए। बेंगलुरु के उद्योगपति से लेकर गुजरात के कारोबारियों तक की लम्बी सूची है और जनता यह सब जानती है। भाजपा सरकार ने डीजल, पेट्रोल एवं रसोईगैस के दाम बहुत बढ़ा दिए हैं। महंगाई आसमान पर है। भाजपा गरीबों की जेब काट कर अमीरों की जेब भर रही है।

अखिलेश ने कहा बुल्डोजर वाली भाजपा सरकार सबसे बड़ी भूमाफिया सरकार है। अयोध्या में भाजपा नेताओं ने सबसे ज्यादा जमीन पर कब्जा किया है। पिछड़े, दलितों, अल्पसंख्यकों पर अन्याय और अत्याचार कर रही है। सपा प्रमुख ने चेतावनी दी लेकिन याद रखें बुलडोजर को दिमाग नहीं होता है। सरकार बदलेगी तो बुलडोजर की दिशा बदल जाएगी। समाजवादी प्रशिक्षण शिविर के 2 दिवसीय सत्र में राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल सहित अन्य प्रमुख नेताओं ने भी संबोधित किया।

राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने सैट की पिच!

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना पिच सैट कर दी है। 65 फीसदी ओबीसी वोटरों के इस पिच पर खेलना प्रदेश की सभी पार्टियों के लिए मजबूरी बन जाएगा। जो पार्टी इस पिच को समझकर धैर्य के साथ बल्लेबाजी करेगी, उसे फायदा मिल सकता है, लेकिन जिसने इसे समझे बिना ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने की सोची, उसे पवेलियन लौटना पड़ेगा।

बता दें कि बांसवाड़ा में कांग्रेस की आदिवासी रैली में राहुल गांधी के सामने सीएम गहलोत ने जातिगत जनगणना कराने और ओबीसी आरक्षण 21 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी करने की घोषणा कर यह पिच तैयार किया है। गहलोत विगत दो वर्षों से इसके लिए तैयारी कर रहे थे। कहा जा रहा है कि गहलोत मूल ओबीसी वोटरों के भरोसे ही इस बार के चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। रणनीति यह तैयार की गई है कि ओबीसी के साथ एससी-एसटी और मुस्लिम वोटरों के सहयोग से कांग्रेस की सत्ता में वापसी कराई जाए।

मूल ओबीसी नजर में: गहलोत की नजर मूल ओबीसी की ओर इसलिए लगी हुई है, क्योंकि एक ओर तो ओबीसी में सबसे बड़ा वर्ग जाट समाज उनके साथ नाराजगी रखता है। वहीं दूसरी ओर जाटों के साथ गुर्जर समाज के नेता अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के चलते हर चुनाव में पाला बदलते हैं। ऐसे में मूल ओबीसी को खुश करके कांग्रेस को अच्छा फायदा मिल सकेगा।

भाजपा नहीं तैयार कर पाई 85-15 का पिच

गुटबाजी में फंसी भारतीय जनता पार्टी अभी तक राजस्थान में कोई सियासी पिच तैयार नहीं कर पाई। भाजपा आलाकमान राजस्थान में 85-15 का पिच तैयार करने में जुटा था। इसके लिए उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी योगी जैसा दमदार चेहरा खोजा जा रहा था। राजस्थान भाजपा में उन्हें ऐसा कोई चेहरा नहीं दिखाई दिया, जो खुलकर हिन्दूू-मुसलमान कर सके। ऐसे में भाजपा ने दो वर्ष पूर्व गुजरात मॉडल अपनाया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चेहरे के तौर पर आगे कर दिया।

गहलोत को चुनाव के समय ही याद आता है आरक्षण

ओबीसी आरक्षण 6 फीसदी बढ़ाने पर उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा था और कहा था कि उन्हें चुनाव के समय ही आरक्षण क्यों याद आया। मुख्यमंत्री अब जो घोषणाएं कर रहे हैं और जिस तरीके की बातें कर रहे हैं, ये सब केवल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए हैं। इनके अलावा भी भाजपा के नई नेता गहलोत को आड़े हाथों ले चुके हैं।

भाजपा आखिरी समय में करेगी मैच शिफ्ट

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने पिच पर भाजपा को खेलने के लिए मजबूर कर रहे हैं, लेकिन भाजपा मैच को ही शिफ्ट करने में लगी हुई है। चुनाव के समय भाजपा खेल कर सकती है और प्रदेश की सियासत को 85-15 की बाउंड्री में ला सकती है। चार राज्यों में चुनावों से पहले यूसीसी बिल, काशी विश्वनाथ और मथुरा कृष्ण जन्मभूमि मामलों में भी तेजी आ सकती है, जिससे मैच शिफ्ट होने के अनुमान है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इन मामलों का असर लोकसभा चुनावों तक रहने वाला है।

हिस्सेदारी के हिसाब से टिकट

आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी सत्यपाल चौधरी का कहना है कि उनकी पार्टी का ही नारा है जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी है। हमारा पूरा फोकस ओबीसी, एससी-एसटी, और मुस्लिम वर्ग पर है। गहलोत ओबीसी को लेकर घोषणाएं कर भ्रम फैला रहे हैं। नासिर जुनैद के हत्यारों को आज तक पकड़ नहीं पाए हैं, तो मुस्लिम वर्ग उन्हें वोट कैसे देगा।

85 फीसदी टिकट देने को तैयार

बसपा प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि पार्टी शुरुआत से ही एससी-एसटी, ओबीसी और माइनोरिटीज के लिए काम करती आई है। इनके लिए 85 फीसदी टिकट तैयार हैं। हम तो यही चाहते हैं कि समाज का यह बड़ा वर्ग एक झंडे के नीचे आए, लेकिन आज तक इन वर्गों को आपस में बांट कर रखा गया है। मुस्लिम वोटरों पर कांग्रेस का एकाधिकार नहीं है।

हरियाली तीज आज, निकलेगी माता की सवारी

जयपुर–  हरियाली तीज का त्योहार प्रदेश भर में शनिवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। तीज पर शनिवार को महिलाएं लहरिया में सज-धज कर तीज माता का पूजन कर कहानी सुनेगी। घरों में घेवर, खीर व अन्य पकवान बनाए जाएंगे।

शाम को 5 बजे सिटी पैलेस की जनानी ड्योढी से पूर्व राजपरिवार की महिलाएं तीज माता को पालकी में बिठाकर व पूजन करेंगी। इसके बाद सोलह शृंगार और कीमती आभूषणों से सजी-धजी तीज माता की सवारी निकाली जाएगी। जनानी ड्योढी से माताजी की सवारी गाजे-बाजे के साथ रवाना होकर त्रिपोलिया पहुंचेगी। जहां गजराज माताजी का स्वागत करेंगे। इसके बाद हिंद होटल की छत से देसी-विदेशी पर्यटक और शहर के नागरिक माताजी का दर्शन करेंगे और पुष्प और सिक्कों की बारिश करेंगे। माता का लवाजमा यहां से बैंड की मधुर स्वनियों के बीच रवाना होगा। लोककलाकार नृत्यगान करते माताजी को रिझाएंगे। चौगान स्टेडियम में मेला भरेगा.

हरियाली तीज का त्योहार प्रदेश भर में शनिवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। सिंजारा शुक्रवार का मनाया गया। दिनभर घेवर की दुकानों पर भीड़ लगी रही। लोगों ने जमकर खरीदारी की। वहीं विवाहिताओं और नववधुओं ने अपने हाथों पर मेहंदी रचावाई। तीज पर शनिवार को महिलाएं लहरिया में सज-धज कर तीज माता का पूजन कर कहानी सुनेगी। घरों में घेवर, खीर व अन्य पकवान बनाए जाएंगे।

महिलाएं बाग-बगीचों में झूलों पर झोटे लगाएंगी। शाम को 5 बजे सिटी पैलेस की जनानी ड्योढी से पूर्व राजपरिवार की महिलाएं तीज माता को पालकी में बिठाकर व पूजन करेंगी। इसके बाद सोलह श्रृंगार और कीमती आभूषणों से सजी-धजी तीज माता की सवारी निकाली जाएगी। जनानी ड्योढी से माताजी की सवारी गाजे-बाजे के साथ रवाना होकर त्रिपोलिया पहुंचेगी। जहां गजराज माताजी का स्वागत करेंगे। इसके बाद हिंद होटल की छत से देसी-विदेशी पर्यटक और शहर के नागरिक मातजी का दर्शन करेंगे और पुष्प और सिक्कों की बारिश करेंगे। माता का लवाजमा यहां से बैंड की मधुर स्वनियों के बीच रवाना होगा। लोककलाकार नृत्यगान करते माताजी को रिझाएंगे।.

पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं रखती हैं व्रत

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है। सुहागिनों के लिए यह त्योहार बहुत ज्यादा मायने रखता है। हरियाली तीज के दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस त्योहार पर हरित वर्ण का अधिक महत्व है| महिलाएं इस दिन हरे रंग की साड़ी, हरी चूड़ियां पहनती हैं। इस बार शनिवार को हरियाली तीज है| आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि इस दिन रवि योग, सिद्ध योग और महा लक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है। सिंह में स्थित सूर्य के साथ बुध होने से बुधादित्य योग और कन्या राशि में चंद्रमा के साथ मंगल की युति से महालक्ष्मी योग का संयोग भी रहेगा।  पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी पार्वती की कठिन तपस्या से खुश होकर इसी तिथि पर शिवजी प्रकट हुए थे और पार्वती को पत्नी बनाने का वरदान दिया था। इस दिन व्रत रख कर पूजा करने से मनोकामना की इच्छा पूरी होती हैं | शनिवार को पूजा के लिए शुभ समय सुबह 7:36 से 9: 13 बजे तक रहेगा| इसके बाद दूसरा मुहूर्त दोपहर में अभिजित सहित 12: 03 से शाम 5: 20 बजे  तक है। उल्लेखनीय है कि इसे मधुश्रवा तीज भी कहते हैं। यह सौंदर्य और प्रेम का पर्व है। इसे श्रावणी तीज के नाम से भी जाना जाता है। यह सावन मास का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। महिलाएं इस दिन का पूरे वर्ष इंतजार करती हैं। तीज का व्रत करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

Loksabha Election 2024: Rahul Gandhi अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे !

Up News: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्षल और वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. यूपी कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने जानकारी देते हुए कहा कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे. साथ ही अजय रॉय ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा चाहें तो वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं. प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के लिए हमारा एक-एक कार्यकर्ता जान लगा देगा. लेकिन राहुल गांधी किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, अभी तक इस संबंध में शीर्ष नेतृत्व की तरफ से कोई दावा या पुष्टि नहीं की गई है.

दरअसल यूपी का अमेठी कांग्रेस का गढ़ रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने यूपी की अमेठी और केरल की वायनाड, दो सीटों से चुनाव लड़ा था. अमेठी में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55 हजार वोटों से हराया था. वायनाड से राहुल गांधी चुनाव जीते थे. पूर्व विधायक अजय राय को कांग्रेस हाईकमान ने गुरुवार को यूपी का अध्यक्ष बनाया है.

पिछले दिनों प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने भी संकेत दिए थे कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाराणासी से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं.रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था कि प्रियंका योग्य हैं. उन्हें लोकसभा में होना चाहिए. वह संसद में होने की हकदार हैं.

ISRO ने दिखाई चंदा मामा की झलक की नई तस्वीर, वीडियो जारी कर दी जानकारी

नई दिल्ली। इसरो ने चंद्रमा का नया वीडियो जारी किया है इस वीडियो के द्वारा चंद्रमा का नई तस्वीर को दिखाया गया है इस वीडियो को चंद्रयान 3 में लगे LPDC सेंसर ने बनाया है. इसी सेंसर के जरिए चंद्रयान अपने लिए लैंडिंग की परफेक्ट लोकेशन भी ढूंढेगा. साथ ही यह सुनिश्चित भी करेगा कि कहीं चंद्रयान-3 किसी क्रेटर में तो नहीं जा रहा है. बिल्कुल इसी तरह का सेंसर चंद्रयान-2 में भी लगाया गया था.

इसके साथ ही चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर पहुंचने के और करीब भी पहुंच गया. चंद्रयान-3 ने शुक्रवार को बड़ी सफलता हासिल की. इसरो के मुताबिक शाम 4 बजे लैंडर मॉड्यूल को डिबूस्ट किया गया. चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद विक्रम लैंडर अपने आप आगे की दूरी तय कर रहा है. वहीं, लैंडर मॉड्यूल डीबूस्टिंग के बाद चंद्रयान चंद्रमा की थोड़ी निचली कक्षा में उतर गया. इसरो ने ट्वीट करते हुए कहा कि “लैंडर मॉड्यूल (एलएम) अच्छी स्थिति में है. अब दूसरा डीबूस्टिंग ऑपरेशन 20 अगस्त 2023 के लिए निर्धारित है”

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