Sunday, June 22, 2025
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“शिव शक्ति पाइंट” को माना जाए चांद की राजधानी, चंद्रयान 3 की सफलता के बाद संत चक्रपाणि महाराज के बोल

नई दिल्ली: भारत के मिशन चंद्रयान 3 की सफलता के बाद पीएम मोदी को दुनियाभर से शुभकामना संदेश मिल रहे हैं. भारत ने चांद के साउथ गेट पर कदम रखकर इतिहास रचा हैं. इस सफलता को  पीएम मोदी ने एतिहासिक बताया है.  ISRO के वैज्ञानिकों से बात करते हुए पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि जिस जगह पर मून लैंडर लैंड किया था उस जगह का नाम शिवशक्ति प्वाइंट करने का ऐलान भी किया है.

चांद को हिंदू राष्ट्र के रुप में किया जाए घोषित- स्वामी चक्रपाणि महाराज

चांद की सफलता के बीच अब चांद को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने का मांग उठने लगी है. अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने चांद को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर एक ट्वीट किया हैं. संत चक्रपणि महाराज ने ट्वीट करते हुए लिखा कि संसद से चांद को हिंदू सनातन राष्ट्र के रूप में घोषित किया जाए,चंद्रयान 3 के उतरने के स्थान “शिव शक्ति पॉइंट” को उसकी राजधानी के रूप में विकसित हो ,ताकि कोई आतंकी जिहादी मानसिकता का वहां न पहुंच पाए .

महाराज पहलें भी दे चुके हैं ऐसे बयान

हालांकि यह कोई नही बात नहीं है जब संत चक्रपणि ने इस तरह का अजीबो-गरीब बयान दिया हैं. साल  2020 में, जब भारत सहित पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी से जूझ रही थी, तब संत ने एक “गौमूत्र पार्टी” का आयोजन किया, जहां उन्होंने और उनके साथी अखिल भारतीय हिंदू महासभा के सदस्यों ने बीमारी से बचने के लिए गोमूत्र पिया था. संत चक्रपणि ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा था कि जानवरों को मारकर खाने वाले लोगों की वजह से ही कोरोना वायरस आया है. जब आप किसी जानवर को मारते हैं, तो यह एक प्रकार की ऊर्जा पैदा करती है जो उस स्थान पर विनाश का कारण बनती है. पूरी दुनिया को भारत से गौमूत्र का आयात करवाना चाहिए. क्योकि भगवान सिर्फ भारत की गायों में ही निवास करते हैं.

Raksha Bandhan 2023: 30 या 31 अगस्त, कब है रक्षाबंधन ! जानिए यहां

पुरानी मान्यताओं के अनुसार तथा हिंदू पंचांग में रक्षाबंधन श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. रक्षाबंधन भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है. रक्षाबंधन हिंदुओं का महत्वपूर्ण पर्व है जो भारत के अलावा पूरे विश्वभर में मनाया जाता है पूरे विश्व में जहां पर हिंदू धर्म के लोग रहते हैं, वहां इस पर्व को भाई-बहनों के बीच मनाया जाता है.

भाई और बहन के प्रेम के प्रतीक के इस त्यौहार पर सभी बहनें अपनी भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र के रुप में राखी बांधती हैं. साल 2023 में इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 30 अगस्त और 31 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा. इसके साथ ही रक्षाबंधन पर पूर्णिमा का भी बेहद खास संयोग बनने जा रहा है.

क्या रहेगा रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त, और भद्रा का समय के साथ शुभ संयोग.

वेदों और शास्त्रों के मुताबिक भाई बहने के त्यौहार रक्षाबंधन को भद्रा काल में नहीं मनाना चाहिए. भद्रा काल में रक्षाबंधन मनाना बेहद अशुभ माना जाता है. इस बारल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया 30 अगस्त को रात 9 बजकर 2 मिनट तक रहेगा, इसके बाद से राखी बांधना उपयुक्त रहेगा. 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक राखी बांधी जा सकती है. अगर आप चाहें तो 30 अगस्त को रात 9 बजकर 2 मिनट के बाद कभी भी राखी बांध सकते हैं. इसके अलावा 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट से पहले राखी बांध सकते हैं.

कैसे सजाए रक्षाबंधन पर भाई की पूजा करने के लिए थाली

रक्षांबंधन पर राखी बांधने के बाद बहने अपने भाई की पूजा करती हैं इसके लिए पूजा की थाली को सजाया जाता हैं. इसके लिए आपकी पूजा की थाली में धूप के साथ-साथ घी का दीपक रखा होता हैं. इसके अलावा पूजा की थाली में रोली और चंदन को भी रखा जाता है. जिसके जरिए बहने अपने भाई को टीका लगाती हैं. इसके अलावा थाली में अक्षत रखना चाहिए अक्षत का मतलब वह चावल जो टूटा हुआ न हो. थाली में अपने भाई का रक्षा सूत्र भी रखना है, साथ ही साथ उसमें मिठाई भी रखनी है. अगर आपने अपने घर में बाल गोपाल स्थापित कर रखें हैं तो रक्षाबंधन के दिन आपको बाल गोपाल को भी राखी बांधनी चाहिए.

यहां जानिए रक्षाबंधन का पौराणिक महत्व

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रक्षा के लिए बांधा जाने वाला धागा रक्षासूत्र कहलाता हैं.  राजसूय यज्ञ के समय में भगवान कृष्ण को द्रोपदी ने रक्षासूत्र के रूप में अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था. इसके बाद बहनों द्वारा भाई को राखी बांधने की परंपरा शुरू हुई. साथ ही पहले के समय में ब्राह्मणों द्वारा अपने यजमानों को राखी बांधकर उनकी मंगलकामना की जाती है. इस दिन वेदपाठी ब्राह्मण यजुर्वेद का पाठ शुरू करते हैं. इसलिए रक्षाबंधन वाले दिन यानी श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा वाले दिन शिक्षा का आरंभ करना भी शुभ माना जाता है.

मानहानि मामलें में सीएम गहलोत हुए पेश,कहा- मुझे बरी किया जाए

जयपुर। सोमवार को सीएम गहलोत दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए.  केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह द्वारा किए गए मानहानि के केस में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मामले में शिकायतकर्ता तीन पेशियों से उपस्थित नहीं हो रहे है. ऐसे में उन्हें इस मामले से बरी किया जाए.

मानहानि मामलें को लेकर सीएम गहलोत के वकीलों ने अन्य अदालतों के फैसले भी कोर्ट के समक्ष रखें.  वकीलों ने कहा कि मानहानि के केस में शिकायकर्ता का भी उपस्थित रहना जरूरी है. गजेन्द्र सिंह ने कोर्ट में हाजिरी माफी भी नहीं लगा रखी हैं. वहीं, लगातार तीन पेशियों से वह कोर्ट में उपस्थित भी नहीं हो रहे हैं. गहलोत के पार्थना पत्र पर अदालत 6 सितम्बर को सुनवाई करेगी.

शेखावत की ओर से पेश किए डॉक्यूमेंट्स व सीडी

सीएम गहलोत द्वारा केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व उनके परिवार को संजीवनी घोटाले मामलें में आरोपी बताया गया. इस मामले में शेखावत ने सीएम गहलोत पर मानहानि का दावा किया था. इस दावे पर राउज एवेन्यू कोर्ट ने 6 जुलाई को सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ एक समन भी जारी किया था. सीएम अशोक गहलोत ने सैशन कोर्ट में रिवीजन फाइल की थी. सैशन कोर्ट से राहत नहीं मिलने के कारण सीएम गहलोत को केवल वीसी के जरिए पेश होने की छूट दी थी. इसके बाद से गहलोत अब तक तीन बार कोर्ट में वीसी के जरिए पेश हो चुके है. मामले में आज शिकायतर्ता गजेन्द्र सिंह शेखावत की ओर से डॉक्यूमेंट्स व सीडी गहलोत पक्ष को दी गई. अब मामले की अगली सुनवाई 6 सितम्बर को होगी

PM Modi Rozgar Mela: बेरोजगारों को पीएम मोदी ने बड़ी सौगात, रोजगार मेले के तहत 51 हजार युवाओं को बांटे नियुक्ति पत्र

नई दिल्ली। सोमवार को पीएम मोदी ने रोजगार मेले के 8वें आयोजन के तहर 51 हजार से अधिक युवकों को नियुक्ति पत्र दिया. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी नवनियुक्त कर्मियों को संवाद भी किया . आठवें रोजगार मेले का आयोजन तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि इस दशक में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन जाएगा. मैं जब यह गारंटी देता हूं तो पूरी जिम्मेदारी से निभाता हूं. रोजगार देना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. रोजगार मेले के आयोजन पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे.।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आजादी के इस अमृतकाल में आज जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल रहा है. वे सभी देश की सेवा के साथ-साथ देश के नागरिकों की रक्षा भी करेंगे. इसलिए एक तरह से आप इस अमृतकाल के जन और अमृतरक्षक भी हैं. पीएम मोदी ने संबोधन में आगे कहा कि इस बार रोजगार मेले का ये आयोजन एक ऐसे माहौल में हो रहा है, जब देश गर्व और आत्मविश्वास से भरा हुआ है. हमारा चंद्रयान और उसका रोवर प्रज्ञान लगातार चंद्रमा से ऐतिहासिक तस्वीरें भेज रहा है. ऐसे समय में आप अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा शुरू करने जा रहे हैं.। आप सेना में आकर सुरक्षा बलों के साथ जुड़कर, पुलिस सेवा में आकर हर युवा का सपना होता है वो देश की रक्षा का प्रहरी बने, इसलिए आप पर बहुत बड़ा दायित्व होता है.

आखिर कोटा में क्या हो रहा हैं ? एक दिन में 2 छात्रों ने किया सुसाइड

कोटा। रविवार को राजस्थान की शिक्षा नगरी कहे जाने वाले कोटा में 2 छात्रों ने अपनी जीवन लील समाप्त कर ली.  साल के शुरुआती 8 महीनों के अंदर कोटा में सुसाइड करने वालों की संख्या 22 हो गई. मात्र चार घंटे के अंतराल खुदकुशी करने वाले दोनों छात्रों में से एक महाराष्ट्र के लातूर का निवासी आविष्कार संभाजी कासले था. संभाजी ने रविवार को दोपहर 3:09 बजे कोचिंग इंस्टीट्यूट की छठी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया. लातूर निवासी संभाजी ने सुसाइड से कुछ मिनट पहले ही कोचिंग संस्थान की तीसरी मंजिल पर एक परीक्षा दी थी. संभाजी 3 साल से कोटा के तलवंडी इलाके में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. इस घटना के 4 घंटे बाद नीट की ही तैयारी कर रहे आदर्श राज ने शाम करीब सात बजे अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आदर्श राज बिहार का रहने वाला था. आदर्श राज रविवार को एग्जाम देने के बाद वह घर आया था.

कोटा जिला कलेक्टर ने लगाई परीक्षाओं पर 2 महीने तक रोक

जिला कलेक्टर ने सुसाइड मामलों पर लगाम लगाने के लिए एख बड़ा फैसला लेते हुए जिले के सभी कोचिंग सेंटर में टेस्ट-परीक्षाओं पर दो महीने तक रोक दी. इस संबंध में जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने पत्र जारी करते हुए कहा कि कोटा में संचालित सभी कोचिंग संस्थानों पर प्रभावी नियंत्रण और इनमें अध्ययनरत विद्यार्थियों को मानसिक सम्बलन व सुरक्षा प्रदान करने के लिए आगामी 2 महीने तक कोचिंग में होने वाले टेस्ट-परीक्षाओं पर रोक लगाई जाती है. कलेक्टर ने कहा कि बच्चों के लिए कोचिंग संचालकों को एक वीक ऑफ का निर्देश दिया हुआ है। अब वह अपनी सुविधानुसार संडे को या किसी भी दिन रख सकते हैं.

पूर्व सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्‌ट को IIT कोटा के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का चेयरमैन बनाया

भारतीय सेना के सेवानिवृत सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्‌ट को कोटा के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIT) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का चेयरमैन बनाया गया है. 25 अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अनिल भट्ट को तीन साल के लिए इस पद पर नियुक्त किया. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्‌ट जून 2017 में भारत और चीन के बीच हुए डोकलाम विवाद के दौरान चर्चाओं में आए थे. इस विवाद के दौरान जनरल अनिल भट्ट ने मिलिट्री ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल का पद संभाला था. बाद में अनिल भट्ट ने श्रीनगर स्थित चिनार कॉर्प्स के कमांडिंग अधिकारी का पद भी संभाला. फिलहाल वे इंडियन स्पेस एसोसिएशन के डायरेक्टर जनरल हैं.

आर्थिक तंगी से परेशान पति ने हलवे में मिलाकर परिवार को खिलाया जहर,मां-बेटी का मौत

जयपुर। प्रताप नगर इलाके में आर्थिक तंगी से परेशान एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के साथ सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया। जहां सभी ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जिससे मां-बेटे की मौत हो गई और वहीं पिता और बेटी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। थानाधिकारी जहीर अब्बास ने बताया मूलतः मानसरोवर निवासी मनोज शर्मा (30) प्रताप नगर में सेक्टर-26 स्थित मकान में किराए से परिवार सहित रहता है। उसके परिवार में पत्नी साक्षी (28) बेटी निया (5) और पांच माह का बेटा अथर्व है। मनोज निजी कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ समय से वह बेरोजगार चल रहा था। शुरुआती जांच में सामने आया कि मनोज ने आर्थिक तंगी के चलते शनिवार देर रात अपनी पत्नी, बेटा-बेटी के साथ मिल कर जहरीला पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर मनोज कैब से पत्नी और बच्चों को लेकर महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचा। यहां चिकित्सकों ने साक्षी और अथर्व को मृत घोषित कर दिया। वहीं मनोज को सवाई मान सिंह और बेटी निया को जेके लोन रेफर किया गया। फ़िलहाल दोनों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। जानकारी के अनुसार कई दिनों से परिवार की स्थिती चिंताजनक थी। परिवार में रोजाना किसी भी बात को लेकर खिंचातानी होती रहती थी।

पति ने खुद पहुंचाया परिवार को अस्पताल

जब जहर खाने के बाद परिवार के लोंगो की तबीयत खराब होने लगी.  तो पति मनोज ने कैब बुक करवाकर अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को महात्मा गांधी हॉस्पिटल लेकर पहुंचा. इसके बाद हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा प्रताप नगर थाना पुलिस सामूहिक रुप से जहर खाने की सूचना दी.  सूचना मिलने के बाद  पुलिस महात्मा गांधी हॉस्पिटल पहुंची. अस्पताल मे इलाज के  दौरान साक्षी और 5 महीने के बेटे अथर्व की मौत हो गई. मनोज और 5 साल की बेटी की गंभीर हालत को देखते हुए दोनो को एसएमएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. फिलहाल एसएमएस हॉस्पिटल में मनोज और जेके लोन हॉस्पिटल में 5 साल की बेटी निया का इलाज जारी हैं.

पुलिस के हाथ लगी सुसाइड डायरी

जब पुलिस ने मामले की जांच के लिए घर की तलाश ली तो पुलिस के हाथ एक डायरी लगी. इस डायरी में सुसाइड का मुख्य कारण आर्थिक तंगी और कर्ज को बताया. परिवार के मुखिया मनोज ने बैंक से लोन ले रखा था. जिसे बैंक की रिकवरी करने के लिए मनोज को परेशान कर रही थी. इस कारण पूरे परिवार ने ही सामूहिक जहर खाया लिया, ताकि कर्जे और मानसिक दबाव से मुक्ति मिल सके. अस्पताल में मनोज ने गंभीर हालत में पुलिस को बयान भी दिए गए हैं.

शाह के दूतों ने भाजपाइयों की नब्ज टटोली तो उखड़ी सांसें ज्यादा मिलीं!

इनपुट- प्रकाश चंद कुमावत

जयपुर। प्रदेश में सत्ता वापसी और डबल इंजन की सरकार बनाने का सपना देख रही भाजपा के अंदर गुटबाजी और अंतर्कलह किस कदर हावी है, ये 200 विधानसभा सीटों की थाह लेने आए पार्टी के अन्य प्रदेशों के विधायकों के सामने खुलकर आ गया। धरातल पर हालात इतने संगीन मिलेंगे ये केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोचा नहीं होगा। दरअसल, विधानसभा चुनाव से पूर्व शाह ने प्रदेश में अपने 200 दूतों को सभी विधानसभाओं की नब्ज टटोलने के लिए भेजा। ये काम पूरा करने के बाद सबने पाया कि सत्ता में वापसी के लिए संघर्ष आसान नहीं होगा और घर के अंदरूनी खाके को दुरुस्त करना होगा।

ऐसी गणित बताई, घूम गया सिर

प्रवासी विधायकों ने मंडलों की बैठकें बुलाईं और दावेदारों ने उनके सामाजिक आंकड़े पूछे तो उन्होंने बढ़ा-चढ़ाकर बता दिया। एससी आरक्षित सीट बगरू में यूपी के विधायक सुलभमणि त्रिपाठी को एक दावेदार ने अपनी जाति की संख्या 65 हजार बताई तो दूसरे ने 29 हजार। दावेदारों के बायोडाटा में दर्ज संख्या को यदि जोड़ा जाए तो यह उतनी है, जितने विधानसभा में सभी वर्गों के वोटर हैं। ऐसे में उनका सिर घूम गया, लेकिन जातिगत आंकड़े का सच पता नहीं चला।

यूं सामने आई कलह और गुटबाजी

जयपुर के विद्याधर नगर में आगरा से आए विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ज्यादातर समय विधायक नरपतसिंह राजवी और उनके समर्थकों के साथ रहे। वहीं, नाराज कार्यकर्ताओं को केवल एक घंटे का समय दिया। 15 से अधिक जनप्रतिनिधि, 5 पूर्व पार्षद, पूर्व मंडल पदाधिकारी उनसे मिले और नाराजगी जताते हुए राजवी को टिकट नहीं देने की मांग की। क्षेत्र के भयावह हालात बताए। बगरू विधानसभा में दावेदारों ने दूत को बताया कि सच बताने के बावजूद पिछली बार विधायक को टिकट दे दिया। नाराज लोगों ने भाजपा के बजाय नोटा में वोट डाला। इसी तरह से झोटवाड़ा, सांगानेर, हवामहल, किशनपोल, मालवीय नगर, चौमूं में भी कार्यकर्ताओं में गुटबाजी तथा विधायक और दावेदारों के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी सामने आई। ऐसे हालात ज्यादातर सीटों पर मिले।

खुद भी आरोपों से घिरे दूत

अपनी कार्यशैली को लेकर शाह के दूत खुद भी कई आरोपों से घिर गए। ज्यादातर दूत स्थानीय विधायकों अथवा प्रबल दावेदारों के साथ घूमते रहे। उनकी मर्जी के लोगों से मिले। खूब आवभगत करवाई। वहीं, पार्टी के नाराज कार्यकर्ता उनको ढूंढते रहे। वे मिले तो उनकी बात सुनकर ठंडे छींटें दे दिए। जबकि उन्हें खुद नाराज कार्यकर्ताओं से संपर्क करना था। संबंधित विधानसभा में रहने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ता, संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी, पूर्व मंडल पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों, समाज, स्वयंसेवी, सामाजिक व शैक्षणिक संस्थाओं के प्रमुखों से मिलकर जमीनी फीडबैक लेना था। हालांकि दूतों ने अपना काम बखूबी किया, लेकिन इस दौरान आरोपों से भी घिर गए।

बगावत पर मौन, जीत के दावे 

चाकसू पहुंचे मथुरा विधायक पूरण प्रकाश ने बताया कि यहां दावेदारों की संख्या 30 से 50 के बीच है। जब गुटबाजी पर सवाल पूछा तो चुप्पी साध गए। एक को टिकट मिलने पर बाकी के बागी होने की आशंका पर पूछा तो माननीय उत्साह में बोले- पिछला चुनाव 3 हजार से हारे थे, इस बार 30 हजार से जीतेंगे। चौमूं गई उत्तर प्रदेश की पूर्व मंत्री अनुपमा ने भी गुटबाजी, बगावत जैसे प्रश्नों के जवाब देने के बजाय कहा कि ये तो सर्वाधिक मतों से जीतने वाली सीट होगी। हवामहल गए मुरादाबाद विधायक रितेश गुप्ता ने बताया, यहां जनता में कांग्रेस विधायक व सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध है। हमारा प्रत्याशी हर हाल में जीतेगा। जबकि सच तो यह है कि पूर्व मंत्री रहे दिवंगत भंवरलाल शर्मा जब तक जिंदा रहे, कांग्रेस लहर में भी जीते। लेकिन उनके बाद दो बार भाजपा यहां हार गई।

ये दिया था टास्क

विधायक या प्रत्याशी की छवि कैसी है, कार्यकर्ताओं व आमजन से जुड़ाव कैसा है। कार्यकर्ताओं की नाराजगी या गुटबाजी तो नहीं है। गुटबाजी या नाराजगी पर लगाम कैसे लगाई जा सकती है।

मोदी सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार कैसा है। विधायक ने कितनी रुचि लेकर अपने क्षेत्र में अभियान चलाया है। संगठन के कार्यक्रमों में विधायक, मंडल व वार्ड कार्यकारिणी का सहयोग कैसा रहा है। 

हर बूथ पर पन्ना व पेज प्रमुख बने है या नहीं

प्रमुख दावेदार कौन है, उनकी जीत की स्थिति कैसी है। दमदार निर्दलीय कौन है, जिसे टिकट देकर चुनाव लड़ाया जा सकता है। कांग्रेस के मजबूत दावेदारों में ऐसे कौन हैं जो टिकट नहीं मिलने पर बागी हो सकते हैं। उनके संपर्क व सबसे विश्वनीय कौन हैं?

क्षेत्र के पूर्व जनप्रतिनिधि, पूर्व पदाधिकारी, वरिष्ठ कार्यकर्ता, आरएसएस के जिम्मेदार पदाधिकारी, विधानसभा में बाहुल्य वाले समाजों के प्रमुखों, मंदिरों के महंत, धर्मगुरु, सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधियों से बातचीत करके भाजपा की जीत की स्थिति का पता लगाना और प्रमुख मुद्दे व समस्याओं की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करना।

Neeraj Chopda Diet Plan: इस डाइट से नीरज चोपड़ा रखते है अपने आप को फिट

भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया हैं. लेकिन जिस मेहनत और खान-पान के जरिए नीरज अपने आप को फिट रखते हैं वो जानना आपके लिए बहुत जरूरी हैं. वैसे नीरज चोपड़ा अपनी डाइट को बहुत ही साधारण रखने की कोशिश करते हैं इस साधारण डाइट में एक पौष्टिक ब्रेकफास्ट, जो उनकी ट्रेनिंग सेशन के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण होता है.

ऐसे होती ही नीरज के दिन की शुरुआत, पसंद है यह नाश्ता

भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने बताया कि “मैं अपने दिन की शुरुआत जूस या नारियल पानी से करता हूं। इसके अलावा नाश्ते में मेरे पास तीन-चार सफेद अंडे, दो ब्रेड, एक कटोरी दलिया और फल शामिल रहता है।”  नीरज चोपड़ा का सबसे पसंदीदा नाश्ता ब्रेड ऑमलेट है लंच में नीरज आमतौर पर दही और चावल के साथ दाल, ग्रिल्ड चिकन और सलाद खाते हैं.

इसके अलावा नीरज ट्रेनिंग सेशन और जिम के बीच, वह सूखे मेवों, विशेष रूप से बादाम और फ्रेश जूस का सेवन करते हैं. नीरज अपने डिनर में ज्यादातर सूप, उबली सब्जियां और फलों का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा, “मैं ज्यादातर फल और सब्जियां खाने की कोशिश करता हूं।” नीरज अपनी डाइट को पूरा करने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट का भी उपयोग करते हैं. कुछ समय पहले नीरज चोपड़ा के डाइट चार्ट में साल्मन फिश को शामिल किया गया है, जिसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है.

गोल्ड जीतने पर नीरज चोपड़ा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने और पीएम मोदी ने दी बधाई

नयी दिल्ली। विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने नीरज चोपड़ा को बधाई देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्होंने भारतीय खेलों के इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना लिख दिया है. मौजूदा ओलंपिक चैम्पियन चोपड़ा ने बुडापेस्ट में चल रही विश्व चैम्पियनशिप में कल देर रात पुरूषों की भालाफेंक स्पर्धा में 88 . 17 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता. वह ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप स्वर्ण एक समय पर जीतने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए.

यह देश के लिये गर्व की बात मुर्मू

राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्हे बधाई देते हुए कहा ,‘‘ नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बनकर भारतीय खेलों के इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना जोड़ दिया. बुडापेस्ट में भालाफेंक फाइनल में उनका बेहतरीन प्रदर्शन हमारे लाखों युवाओं को प्रेरित करेगा ।’’ उन्होंने अंतिम आठ में जगह बनाने वाले तीनों भालाफेंक खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा ,‘‘ यह देश के लिये गर्व की बात है कि तीन भारतीय नीरज चोपड़ा, किशोर जेना और डी पी मनु विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की भालाफेंक स्पर्धा में फाइनल तक पहुंचे और शीर्ष छह में रहे । मैं उन सभी को बधाई देती हूं ।’’ सभी एथलीटो ने भारतीय एथलेटिक्स को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. मैं उन्हें भविष्य में और उपलब्धियां हासिल करने के लिये शुभकामनायें देती हूं ।’’

प्रतिभाशाली नीरज चोपड़ा उत्कृष्टता का उदाहरण- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा को गोल्ड जीतने पर बधाई देते हुए  ट्वीट किया. पीएम ने लिखा कि , ‘प्रतिभाशाली नीरज चोपड़ा उत्कृष्टता का उदाहरण हैं. उनका समर्पण, सटीकता और जुनून उन्हें न केवल एथलेटिक्स में चैंपियन बनाता है बल्कि पूरे खेल जगत में अद्वितीय उत्कृष्टता का प्रतीक बनाता है. विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने के लिए उन्हें बधाई.’

नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहात, विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक किया अपने नाम

Neeraj Chopra Gold Medal :  ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने फिर इतिहास रच दिया और विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए. नीरज चोपड़ा ने पुरूषों की भालाफेंक स्पर्धा में 88 . 17 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर यह उपलब्धि हासिल की. इसके साथ ही भारत के किशोर जेना पांचवें स्थान पर रहे जिन्होंने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 84 . 77 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका. वहीं डी पी मनु छठे स्थान पर रहे जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 84 . 14 मीटर का था. विश्व चैम्पियनशिप में यह मौका पहली बार था कि जब शीर्ष 8 में तीन भारतीय रहे हों.

पाकिस्तान को मिला सिल्वर

भारतीय दिग्गज जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने जहां गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया वहीं पाकिस्तान के एथलीट को सिर्फ सिल्वर के साथ संतोष करना पड़ा.  भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. नीरज चोपड़ा के लिए आगाज अच्छा नहीं रहा. भारतीय दिग्गज पहले प्रयास के बाद 12वें नंबर पर थे. खेल के शुरुआत में नीरज चोपड़ा का थ्रो अमान्य करार कर दिया गया था. लेकिन इसके बाद नीरज चोपड़ा ने खेल में गजब की वापसी करते हुए गोल्ड पदक अपने नाम कर लिया.

पाकिस्तान के एथलीट अरशद नदीम को लगाया गले

गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा ने दूसरे नंबर पर रहे पाकिस्तान के अरशद नदीम गले लगाया. दोनो एथलीट नीरज और अरशद की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.  नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीतने के बाद अरशद को गले लगाया और उनके साथ फोटो भी क्लिक करवाई. नीरज चोपड़ा का यह अंदाज फैंस को काफी पसंद आया.

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