Sunday, June 22, 2025
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विधानसभाध्यक्ष जोशी बोले- सीएम गहलोत मेरे दोस्त नहीं… मैं उनका सहयोगी, हमारे बीच वैचारिक मतभेद

जोधपुर। सोशल मीडिया पर विधानसभा सीपी जोशी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में विधानसभा अध्यक्ष सीपीजोशी को सीएम अशोक गहलोत के लिए एक बयान देते हुए सुना जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी कह रहें है कि “मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेरे दोस्त नहीं हैं और ना ही मैं उनका फॉलोअर हूं”

अशोक जी की वजह से मुझे काम करने का मौका मिला- जोशी

विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने आगे कहा कि मैने अशोक गहलोत के साथ पॉलिटिक्स शुरु की तब मै उनका फॉलोअर था. आज मै अशोक गहलोत को फॉलोअर नही हूं. मै उनका कॉलोबरेटर (सहयोगी) हूं अशोक जी मेरे दोस्त नहीं हैं . राजनीति में अशोक जी के साथ जुड़कर काम करने का मौका मिला. अशोक जी की वजह से मुझे काम करने का मौका मिला.मै अशोक जी की लीडर्सशिप को कॉलोबरेट करता हूं

पिछले बयानों में की थी सीएम गहलोत की तारीफ

विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने पहले भी सीएम गहलोत की तारीफ करते हुए बयान दिया था. विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने कहा थी कि आज राजनीति में जिस जगह पहुंचा हूं,उसमें CM गहलोत का बड़ा रोल है.मेरे और गहलोत के लंबे समय से वैचारिक मतभेद रहे हैं व आगे भी रहेंगे.क्योंकि इनके और मेरे काम करने के तरीके में बड़ा अंतर है. गहलोत में जो गुण है वो बहुत कम लोगों में होते हैं.

राजनीतिक सफर की शुरुआत में सीएम गहलोत को करता था फॉलो

दरअसल सीएम गहलोत और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी रविवार और सोमवार को जोधपुर दौरे पर थे. सोमवार की शाम एक होटल में मीडिया से मुखातिब होते हुए सीपी जोशी  ने यह बयान दिया था. सीपी जोशी ने कहा कि पहले में सीएम गहलोत का फॉलोअर हुआ करता था, तब मैंने राजनीति के सफर की शुरुआत की थी. अब मैं उनका सहयोगी हूं, दोस्त नहीं हूं और ना ही फॉलोअर हूं. हमारे बीच वैचारिक मतभेद हैं. सीपी जोशी ने फर्क बताते हुए कहा कि एक फॉलोअर, कॉलोबरेटर और एक पार्टनर होता है. फॉलोअर और कॉलोबरेटर में अंतर होता है. फॉलोअर आंख बंद कर अपने नेता की बात को फॉलो करता है, जबकि कॉलोबरेटर सोच-समझ कर अपनी बात रखकर फॉलो करता है. मैं अपनी स्पेस क्रिएट कर फिर इनको लीडरशिप देता हूं, इसलिए मैं दोस्त नहीं, कॉलोबरेटर हूं.

टोयोटा ने बनाई पूरी तरह से एथेनॉल पर चलने वाली कार, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया लॉन्च

नई दिल्ली। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री मंत्री नितिन गडकरी ने टोयोटा इनोवा के एक संस्करण को लॉन्च किया, यह कार पूरी तरह से एथेनॉल पर चलेगी. लॉन्चिग कार्यक्रम में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे. भारत सरकार की नीति है कि आयातित पेट्रोलियम पर भारत की निर्भरता को कम किया जाए तथा फॉसिल फ्यूल को उपयोग में लाया जाए. इसी मकसद को पूरा करने के लिए इस कार को लॉन्च किया गया.

टोयोटा के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार टोयोटा इनोवा का एथेनॉल-फ्यूल संस्करण दुनिया का पहला बीएस-VI (स्टेज-II) विद्युतीकृत फ्लेक्स-फ्यूल वाहन होगा. साल 2022 में गडकरी ने टोयोटा की मिराई ईवी को पेश किया था. जो पूरी तरह से हाइड्रोजन-जनित बिजली पर चलती है.

क्या होती है फ्लेक्‍स फ्यूल (Flex Fuel) तकनीकी

फ्लेक्‍स फ्यूल (Flex Fuel) एक तरह की तकनीक है. इस तकनीक के लगने के बाद कार एक से ज्‍यादा प्रकार के ईंधन से चलने में सक्षम हो जाती है. फ्लेक्‍स फ्यूल (Flex Fuel) तकनीक को ऐसे भी समझा जा सकता है कि ये किसी भी वाहन को 20 प्रतिशत से ज्‍यादा इथेनॉल से चलने में सक्षम बना देती है.

कैसे बनता है फ्लेक्‍स फ्यूल (Flex Fuel) ईंधन?

फ्लेक्‍स फ्यूल (Flex Fuel) ईंधन के तौर पर इथेनॉल को जाना जाता है. इसे गन्‍ने से मक्‍के से बनाया जाता है. भारत में इसका उत्‍पादन बड़े पैमाने पर होता है, क्‍योंकि ये फसलें देश में पर्याप्‍त मात्रा में होती हैं. इथेनॉल की सबसे खास बात ये है कि ये पेट्रोल के मुकाबले काफी सस्‍ता है. जहां पेट्रोल 100 रुपये लीटर है वहीं इसकी लागत 60 से 70 रुपये तक आती है. इसलिए इसे एक बेहतर विकल्‍प के तौर पर देखा जा रहा है.

क्या होता है एथेनॉल, कैसे होता है इसका निर्माण ?

एथेनाल एक तरह का ईंधन है, जो पेट्रोल के साथ मिलकर काम करता है. पेट्रोल की कीमत से सस्ता होने के कारण भारत सरकार ने साल 2025 तक पेट्रोल में करीब 20 प्रतिशत एथेनॉल के मिश्रण का लक्ष्‍य रखा है. भारत के अलावा दुनिया के और भी देश इसके इस्‍तेमाल के लिए प्रयास कर रहे हैं. एथेनॉल एक तरह के अल्कोहल के रुप में काम करता है. जिसे वाहनों के पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका निर्माण गन्ने की फसल से होता है, लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है.

रक्षाबंधन पर्व की सीएम गहलोत ने दी शुभकामनाएं, कहा- यह पर्व सामाजिक और पारिवारिक एकसूत्रता का प्रतीक

जयपुर। सीएम गहलोत ने रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रक्षाबंधन महिलाओं के प्रति सम्मान और विश्वास के साथ ही पौराणिक एवं सांस्कृतिक महत्व का पर्व है. यह पर्व सामाजिक और पारिवारिक एकसूत्रता का प्रतीक है.

प्रदेश का सर्वांगीण विकास महिलाओं के बिना अधूरा

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार महिलाओं की आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति के लिए संकल्पबद्ध होकर सभी क्षेत्रों में समान अवसर उपलब्ध करा रही है.  CM अशोक गहलोत ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से आह्नवान किया कि हमें महिला सशक्तिकरण और उनकी प्रगति की दिशा में मिलकर एक आदर्श समाज का निर्माण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश का सर्वांगीण विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है.

इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना एक अनूठी पहल- अशोक गहलोत

सीएम गहलोत ने संदेश में कहा कि राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना की अनूठी पहल की है. इसमें प्रदेश की 1.35 करोड़ जनाधार महिला मुखियाओं को इंटरनेट सहित मोबाइल फोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. प्रथम चरण में 40 लाख महिलाओं को फोन मिलना शुरू हो गया है. इससे महिलाओं में जागरूकता बढ़ेगी और वे अपने परिवार की समृद्धि एवं प्रगति में भागीदारी निभाएंगी.

लेक सिटी उदयपुर में ED की एंट्री, पांच सितारा होटल रैफल्स में दिल्ली से आई टीम जांच रही दस्तावेज

उदयपुर। मंगलवार को लेक सिटी उदयपुर में ED की एंट्री हुई. राजधानी दिल्ली और राजस्थान की प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पांच सितारा होटल रैफल्स में छापेमारी शुरू दस्तावेजों की जांच शुरु की. लेक सिटी उदयपुर में स्थित यह होटल विदेशी होटल ग्रुप की एक चेन का हिस्सा है. सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि इस होटल में राजस्थान का एक बड़ा पॉलिटिकल ग्रुप जुड़ा हुआ है.

फिलहाल इसको लेकर ईडी ने सभी जानकारियों को गुप्त रखा है. एक अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार देर शाम तक ही छापेमारी को लेकर कुछ कहा जा सकेगा. होटल में सुबह से ही दिल्ली और राजस्थान की टीमें सर्च कर रही है. होटल में किए गए निवेश को लेकर भी ईडी के द्वारा पूछताछ की जाएगी, होटल में कई बड़े लोगों की हिस्सेदारी होने की जानकारी ईडी के हाथ लगी है.


होटल के दस्तावेजों के साथ-साथ अन्य ट्रांजेक्शनों को लेकर भी होटल स्टाफ से ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं.  हालांकि होटल के डायरेक्टर सहित मैनेजमेंट से जुड़े हुए लोगों को रेड की जानकारी देते हुए उन्हें भी सहयोग करने के लिए कहा गया हैं। ईडी के कुछ सवाल हैं जो होटल को बनाने से लेकर उस में निवेश करने वालों से होने वाले हैं। होटल स्टाफ से भी होटल से जुड़े हुए ग्रुप मेंबर को लेकर पूछताछ की जा रही हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लेक सिटी उदयपुर में स्थित यह होटल काफी समय से चर्चाओं में था. आमजन की पहुंच से दूर रखने के लिए इस होटल को झील के बीचोंबीच बनाया गया. इस होटल के अधिकतर क्लाइंट एनआरआई और विदेशी ही होते हैं. होटल रैफल्स को झील के ऊपर बनाया गया है. इस होटल में जाने के लिए वाटर बोट का उपयोग किया जाता है. जब इस मामले में राजस्थान ब्यूरो से जुड़े अधिकारियों से जानकारी लेनी चाही तो उन्होने बताया कि यह पूरी कार्रवाई दिल्ली से ऑपरेट की जा रही है. हम केवल वहां की यूनिट सहयोग कर रहे हैं.

प्रहार : कैसे धुलेगा कोचिंग सिटी कोटा पर लगा ये बदनुमा दाग ?

– राजेश कसेरा

देश को श्रेष्ठ इंजीनियर और डॉक्टर्स देने वाली कोचिंग सिटी को बीते एक वर्ष में क्या हो गया, इस सवाल का जवाब इस समय हर कोई तलाश रहा है। सिर्फ आठ महीनों में इस शहर के अंदर 28 घरों के चिराग असमय बुझ गए। कितनी उम्मीद और भरोसे के साथ माता-पिता ने अपने इन बच्चों को यहां भेजा था। यही सोचकर कि वे पढ़-लिखकर उनका नाम रोशन करेंगे और आने वाले कल में बेहतर जिन्दगी जी सकेंगे। पर, ऐसा हो नहीं सका और इन बच्चों की जिन्दगी मुट्ठी में बंद रेत की मानिंद फिसल गई। किसे दोष दें?

सबके अपने-अपने तर्क हैं, अभिभावक उस घड़ी को कोस रहे होंगे, जब उन्होंने अपने बच्चों को खुद से दूर भेजा। कोचिंग संस्थान ये सोच रहे होंगे, हमने तो अपना बेस्ट देने का प्रयास किया, पर बच्चा परफॉर्म नहीं कर पाया। आम लोग माता-पिता और कोचिंग संस्थान पर नाकामी का ठीकरा फोड़ने में जुट गए। किसी ने परिजनों को खुदगर्ज बना दिया, तो कइयों ने कोचिंग संस्थानों को पैसा लूटने का डाकू, जिसे सिवाय फीस के कुछ नहीं दिख रहा। जो बुद्धिजीवी हैं, वे अपना ताना-बाना बुन रहे हैं तो जो नामसझ हैं, वे अपनी थ्योरी दे रहे हैं। वहीं, सब पर लगाम कसने वाला प्रशासन सब कुछ लुटाकर होश में आने के बहाने ढूंढ रहा है। पर, इन सबके बीच किसी के पास उस गहरी जड़ों को तलाशने की चिंता नहीं है, जो बढ़ते-बढ़ते विषबेल बन चुकी है। कुछ किया तो बस इसको पोषित करने का और इसे दाना-पानी देने का। 

इन सबका हिसाब-किताब तो वही पिता सबसे अच्छा लगा सकता है, जिसने अपने जवान बच्चे की अर्थी को कांधा दिया है। बाकियों ने तो अफसोस जताकर फिर से उसी कमरे को खोल दिया, जहां कुछ दिन पहले तक एक बच्चे की सांसें थमी थीं। कोटा पर लगा ये दाग कैसे धुलेगा, इसकी चिंता के लिए कम से कम शहर और प्रदेश को एकजुट होना ही होगा। जिस शहर ने लोगों को संघर्ष करने की परिभाषा सिखाई है, उस शहर की पहचान सुसाइड सिटी के रूप में बन जाए, इससे बड़ी शर्मनाक बात और क्या होगी?

कोटा ने कोचिंग सिटी का तमगा ऐसे ही हासिल नहीं किया। न जाने कितने शिक्षकों और विद्यार्थियों का परिश्रम इसके पीछे है। करीब ढाई दशक का संकल्प, समर्पण, सब्र और विश्वास इसके पीछे है। इसी पूंजी को फिर से जोड़ने की जरूरत है। इस शहर में आने वाला एक भी बच्चा असमय काल का ग्रास नहीं बने, इस दृढ़ सोच को स्थापित करना ही होगा। उसके लिए जो कुछ हो सके, करना होगा।

एक-एक बच्चे के मन को टटोलना होगा। उसे भरोसा दिलाना होगा कि जीवन से बड़ा कुछ नहीं। माता-पिता और परिजनों से बड़े हितैषी उनके लिए संसार में कोई नहीं। शिक्षा का रास्ता केवल डॉक्टर या इंजीनियर बनने तक पूरा नहीं होता, सैकड़ों नौकरियों और हजारों अवसर उनका इंतजार कर रहे हैं।

देश को इन बच्चों की जरूरत है। इनके दम पर अभी चांद छुआ है, फिर सूरज को फतह कर लेंगे। ये देश का कल हैं और इनके बूते ही विकसित राष्ट्र का सपना साकार होगा। इन लाखों बच्चों से केवल इनके परिजनों या अपनों की आस नहीं बंधी है, बल्कि समाज, प्रदेश और देश की भी जुड़ी हैं। इन्हें खुलकर कह दें, सारे संकल्प इनके साथ ही पूरे होंगे। बस डटे रहें और खड़े रहें।

यूपीएससी (UPSC) सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी, ऐसे करें डाउनलोड

नई दिल्ली।  संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के प्रवेश पत्र 2023 जारी कर दिए है. जिन उम्मीदवारों ने सीएसई की प्री परीक्षा पास की थी अब वे मुख्य परीक्षा के लिए संघ लोक सेवा आयोग की आधिकारिक साइट upsc.gov.in और upsconline.nic.in से भी अपना प्रवेश पत्र जारी कर सकते हैं.

संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज की मुख्य परीक्षा 2023 का आयोजन 15, 16, 17, 23 और 24 सितंबर को किया जाएगा. दो शिफ्टों में आयोजित होने वाली यह परीक्षा की पहली शिफ्ट सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगी. एडमिट कार्ड डाउनलोड करने की अंतिम तिथि 24 सितंबर, 2023 तक रहेगी.

पहली शिफ्ट (सुबह 9 बजे से 12 बजे तक) दूसरी शिफ्ट (दोपहर 02 बजे से शाम 05 बजे तक)

15 सितंबर 2023       पेपर I (निबंध)                              कोई पेपर नहीं

16 सितंबर 2023       पेपर-II (सामान्य अध्ययन-I)             पेपर-III (सामान्य अध्ययन-II)

17 सितंबर 2023       पेपर-IV (सामान्य अध्ययन-III)         पेपर-V (सामान्य अध्ययन-IV)

23 सितंबर 2023       पेपर- ए (भारतीय भाषा)                  पेपर- बी (अंग्रेजी)

24 सितंबर 2023      पेपर-VI (वैकल्पिक विषय)             पेपर-VII (वैकल्पिक विषय पेपर-2)

संघ लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा 2023 के एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए आपको पहले यूपीएससी की आधिकारिक साइट upsc.gov.in पर जाना होगा. उसके बाद होम पेज पर उपलब्ध यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य एडमिट कार्ड 2023 लिंक पर क्लिक करें. इसके बाद उम्मीदवार आवश्यक विवरण दर्ज कर सब्मिट पर क्लिक करें. इसके बाद आपकी स्क्रीन पर एडमिट कार्ड खुल जाएगा. अब स्क्रीन पर जारी एडमिट कार्ड को डाउनलोड करें और आगे की आवश्यकता के लिए इसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें.

बता दें कि यूपीएससी सिविल सेवा 2023 की प्रारंभिक परीक्षा 28 मई को आयोजित की गई थी और इसका परिणाम 12 जून को घोषित किया गया था. UPSC सीएसई 2023 के माध्यम से लगभग 1105 पदों रिक्तियां भरी जाएंगी.

30 अगस्त से होगा एशिया कप 2023 का आगाज, भारत के प्लेइंग इलेवन में ये खिलाड़ी होंगे शामिल

Asia Cup 2023 : 30 अगस्त से एशिया कप 2023 सीजन का आगाज होने जा रहा हैं. पाकिस्तान के मुल्तान में होने वाले एशिया कप में पहला मुकाबला मेजबान पाकिस्तान और नेपाल के बीच खेला जाएगा. एशिया कप 2023 को इस बार हाइब्रिड मॉडल के आधार पर वनडे फॉर्मेट में खेला जा रहा है. पाकिस्तान में एशिया कप के सिर्फ 4 मैच होंगे, एशिया कप का फाइनल और बाकी के 9 मुकाबले पड़ोसी देश श्रीलंका में खेले जाएंगे. ऐसे में भारतीय टीम खिताब जीतकर टूर्नामेंट को श्रीलंका में खत्म कर सकती है.

एशिया कप में भारत की बादशाहत रहेगी कायम !

एशिया कप में इस बार भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में है. यदि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय जीत का परचम लहराती है तो पूरे 4 साल बाद एशिया कप में टीम की बादशाहत कायम होगी. आकंड़ो को देखा जाए तो एशिया कप में हमेशा भारतीय टीम का जलवा रहा है. भारतीय टीम ने 2018 में पिछला खिताब जीता था.

7 जीत के साथ भारत पहले स्थान पर

एशिया कप के इतिहास में अब तक  हुए 15 सीजन में से भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा 7 बार (1984, 1988, 1990–91, 1995, 2010, 2016, 2018) खिताब जीता है. जीत के मामले में श्रीलंका दूसरे नंबर पर है, जो 6 बार (1986, 1997, 2004, 2008, 2014, 2022) चैम्पियन रही है. वहीं पाकिस्तान दो ही बार (2000, 2012) खिताब अपने नाम कर सकी.

2 सितंबर को होगा भारत-पाकिस्तान में मुकाबला

एशिया कप में भारत का पहला मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ होगा. भारत-पाकिस्तान के बीच यह मैच 2 सितंबर को श्रीलंका के कैंडी में खेला जाएगा.एशिया कप के वनडे फॉर्मेट में भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक कुल 13 वनडे मैच हुए, जिसमें टीम इंडिया ने 7 बार जीत दर्ज की है. जबकि पाकिस्तान को सिर्फ 5 जीत से संतुष्ट करना पड़ा है.

भारत-पाकिस्तान एक ही ग्रुप में शामिल

दो ग्रुपों में होने वाले एशिया कप में भारत और पाकिस्तान को एक ग्रुप में शामिल किया है. ग्रुप-A में भारत, पाकिस्तान और नेपाल है तो ग्रुप-B में श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान को शामिल किया गया है.

इस तरह रहेगा एशिया कप का शेड्यूल:

30 अगस्त: पाकिस्तान vs नेपाल – मुल्तान
31 अगस्त: बांग्लादेश vs श्रीलंका – कैंडी 
2 सितंबर: भारत vs पाकिस्तान – कैंडी
3 सितंबर: बांग्लादेश vs अफगानिस्तान – लाहौर
4 सितंबर: भारत vs नेपाल – कैंडी
5 सितंबर: श्रीलंका vs अफगानिस्तान – लाहौर

सुपर-4 स्टेज का शेड्यूल

6 सितंबर: A1 Vs B2 – लाहौर 
9 सितंबर: B1 vs B2 – कोलंबो  ( श्रीलंका vs बांग्लादेश हो सकता है)
10 सितंबर: A1 vs A2 – कोलंबो  (भारत vs पाकिस्तान हो सकता है) 
12 सितंबर: A2 vs B1 – कोलंबो  
14 सितंबर: A1 vs B1 – कोलंबो 
15 सितंबर: A2 vs B2 – कोलंबो 
17 सितंबर: फाइनल – कोलंबो

एशिया कप 2023 भारतीय टीम में इन खिलाडियों को किया गया शामिल

  1. रोहित शर्मा (कप्तान)
  2. शुभमन गिल
  3. विराट कोहली
  4. केएल राहुल
  5. श्रेयस अय्यर
  6. हार्दिक पंड्या (उप-कप्तान)
  7. रवींद्र जडेजा
  8. जसप्रीत बुमराह
  9. मोहम्मद शमी
  10. मोहम्मद सिराज
  11. कुलदीप यादव

इसके अलावा अतिरिक्त खिलाडियों में इनको किया शामिल

  1. ईशान किशन
  2. अक्षर पटेल
  3. शार्दुल ठाकुर
  4. सूर्यकुमार यादव
  5. तिलक वर्मा
  6. प्रसिद्ध कृष्णा

Onam Celebrations 2023: राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं

मंगलवार 29 अगस्त को दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहार ओणम का आखिरी दिन है.  ओणम पर्व के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने देशवासियों को ट्वीट करके बधाई दी. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि बीते कुछ सालों में भारत के इस त्यौहार को वैश्विक पहचान मिली है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट करते हुए बधाई दी और कहा कि, मैं करेल के अपने सभी भाईयों और बहनों को ओणम की शुभकामनाएं प्रेषित करती हूं. यह पवित्र त्योहार प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रेषित करने का त्योहार है. मैं प्रार्थना करती हूं कि यह त्योहार लोगों के बीच सद्भाव और समृद्धि लेकर आए.

पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘सभी को ओणम की शुभकामनाएं! आपका जीवन बेहतर स्वास्थ्य, अद्वितीय आनंद और अपार समृद्धि से भरा रहे। पिछले कई वर्षों में ओणम एक वैश्विक त्योहार बन गया है और यह केरल की जीवंत संस्कृति को खूबसूरती से प्रदर्शित करता है।’’

फसल कटाई के अवसर पर मनाया जाने वाला त्योहार ओणम केरल में विशेष तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है।

RAS अफसरों की मनमर्जी से परेशान DOP ने नोटिस जारी कर मांगा जवाब, 16 RAS अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी

जयपुर। राजस्थान में पिछले दिनों प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले हुए. लेकिन, उन RAS अधिकारियों अभी तक पदभार ग्रहण नहीं किया. इसको लेकर अब कार्मिक विभाग(DOP) सख्त एक्शन लेने के मूड में आ गया है. विभाग ने 16 RAS अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जबाव मांगा है. वहीं 11 RAS अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को प्रस्तावित किया है. बता दें राजस्थान में पिछले महीने की 31 जुलाई, 10 अगस्त, 16 अगस्त और 20 अगस्त को आरएएस अधिकारियों के तबादले हुए थे. आदेश की अवहेलना करते हुए कुछ RAS अधिकारियों ने अभी तक ज्वाइन नहीं किया है.

इन्हें जारी हुआ कारण बताओ नोटिस

RAS अनिता मीना, अमृता चौधरी, राजपाल सिंह, आशीष कुमार, RAS भगवत सिंह, मान सिंह मीणा, प्रियंका विश्नोई, RAS शैफाली कुशवाहा, रोहित चौहान, प्रियंका तलानिया, RAS विशाल दवे रामस्वरूप चौहान, सोहनराम चौधरी, RAS राधेश्याम डेलू, कनक जैन, अशुल सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.

इन पर होगी विभागीय कार्रवाई

RAS अंजना सहरावत, बालकिशन तिवाड़ी, चेतन चौहान, RAS दुर्गाशंकर मीणा, गंगाधर मीणा, मीनू वर्मा, RAS नरेश सिंह तंवर, राकेश कुमार गुप्ता, RAS संतोष  मीना, RAS विनित सुखाडिया, RAS विष्णु गोयल के खिलाफ विभाग अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा.

भूकंप के झटकों से हिली धरती, 7.4 रही तीव्रता

देनपासर। इंडोनेशिया के रिजॉर्ट द्वीप बाली और देश के अन्य हिस्सों में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में घबराहट पैदा हो गई, भूकंप से किसी भी प्रकार की जन हानि नहीं हुई हैं. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण कसे मिली जानकारी के अनुसार, भूकंप के शुरुआती झटके की तीव्रता 7.1 मापी गई. भूकंप की केंद्र लोम्बोक द्वीप के तट के पास एक छोटे-से द्वीप गिली एयर से 181 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में बाली सागर में जमीन से 513.5 किलोमीटर की गहराई में था.

भूकंप की तीव्रता 7.4 बताई

इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है, लेकिन क्षेत्र में कई और झटके महसूस किए जा सकते हैं. एजेंसी ने भूकंप के शुरुआती झटके की तीव्रता 7.4 बताई है. भूकंप के कुछ मिनट बाद ही बाली सागर में 5.4 और 5.6 तीव्रता के झटके महसूस होने से अफरा-तफरी मच गई. कई निवासी और पर्यटक अपने घरों तथा होटलों से बाहर निकल आए. उन्हें संदेश मिला कि भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है, जिसके बाद स्थिति सामान्य हो गई.

पिछले साल भूकंप में हुई थी 331 लोगों की मौत

भूकंप के लिहाज से इंडोनेशिया बेहद संवेदनशील क्षेत्र है. पिछले साल वेस्ट जावा के सियानजुर शहर में 5.6 तीव्रता के भूकंप से कम से कम 331 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 600 लोग घायल हो गए थे. यह 2018 के बाद इंडोनेशिया में आया सबसे भीषण भूकंप था. सुलावेसी में 2018 में आए भूकंप और उससे समुद्र में उठी सुनामी की लहरों से करीब 4,340 लोगों की मौत हो गई थी.

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