नई दिल्ली। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि बाढ़ का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है और लोगों को जलमग्न इलाकों में न तो तैरने का प्रयास करना चाहिए और न ही सेल्फी लेनी चाहिए।
CM की यह अपील ऐसे वक्त में आई है जब उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के मुकुंदपुर चौक इलाके में बाढ़ के पानी में डूबने से 3 बच्चों की मौत हो गई।
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि कई जगहों से ऐसी खबरें हैं कि कुछ लोग जलमग्न इलाकों में खेलने जा रहे हैं, सेल्फी ले रहे हैं या वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं। कृपया ऐसा न करें, यह जानलेवा हो सकता है। बाढ़ का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है। पानी का बहाव काफी तेज है, और जलस्तर किसी भी वक्त बढ़ सकता है।
उन्होंने दिल्ली के शांतिवन इलाके में बाढ़ के पानी में खेल रहे बच्चों का वीडियो ट्वीट करते हुए कहा मैं सबसे अपील करता हूं कि ऐसा न करें। यह जानलेवा हो सकता है। दिल्ली में ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में कई दिनों की भारी बारिश के बाद यमुना का पानी राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में घुस गया, जिसके बाद निचले इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों को उन स्थानों से पलायन करना पड़ा है।
दिल्ली में उफान पर बह रही यमुना नदी में शनिवार सुबह जलस्तर घटना शुरू हुआ, लेकिन यह कुछ सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से ही कम हो रहा है।
केंद्रीय जल आयोग के बाढ़ निगरानी पोर्टल के अनुसार, यमुना का जल स्तर शनिवार सुबह 7 बजे घटकर 207.62 मीटर पर आ गया। बृहस्पतिवार रात 8 बजे यह 208.66 मीटर पर था। बहरहाल, यमुना अब भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से 2 मीटर ऊपर बह रही है।
यमुना नदी के तेज बहाव के कारण इंद्रप्रस्थ के पास क्षतिग्रस्त हुए जल रेगुलेटर की मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है और दिल्ली यातायात पुलिस ने शांतिवन से गीता कॉलोनी तक रिंग रोड के दोनों ओर कार, ऑटो-रिक्शा और अन्य हल्के वाहनों की आवाजाही की अनुमति दे दी है।
यातायात पुलिस विभाग ने ट्वीट किया कि शांतिवन से राजघाट और आईएसबीटी की ओर जाने वाली सड़क अभी भी बंद है।
राजस्थान। उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल में एक मालगाड़ी के दो डिब्बे शनिवार को पटरी से उतर गए जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार जयपुर मंडल के आसलपुर जोबनेर एवं हिरनोदा स्टेशन के मध्य मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए जिससे रेल यातायात व्यवस्था चरमरा गई। उन्होंने बताया कि रेलवे प्रशासन की ओर से घटनास्थल पर तुरंत दुर्घटना राहत गाड़ी भेज दी है। वहीं संबंधित अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। डिब्बे कैसे पटरी से उतर गए, इस पर जांच होगी। यातायात पुन: चालू हो सके इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है।
सात रेलगाड़ियां हुई रद्द— यातायात बाधित होने के कारण सात रेलगाड़ियों का परिचालन रद्द किया गया है। गाड़ी संख्या 19735 जयपुर-मारवाड़ रेल सेवा, गाड़ी संख्या 19736 मारवाड़-जयपुर रेल सेवा, गाड़ी संख्या 22977 जयपुर-जोधपुर रेल सेवा, गाड़ी संख्या 22978 जोधपुर-जयपुर रेल सेवा, गाड़ी संख्या 09605 अजमेर-जयपुर रेल सेवा, गाड़ी संख्या 09606 जयपुर-अजमेर रेल सेवा,गाड़ी संख्या 19719 जयपुर-सूरतगढ़ रेल सेवा आज रद्द हैं।
Lorsqu’il est question de manifester quelqu’un, il y a quelques points à conserver à l’esprit. Tout d’abord, vous devez être clairet sur le type de corrélation sommaire vous souhaitez avec cette personne. Ensuite, vous devez votre personne concentrer sur les émotions positives, les affirmations et la affichage. Cela vous permettra de rester dans une vibration haute et dans attirer dans votre bonne marche ce qui est destiné à vous. Enfin, il est nécessaire de être doux et avoir confiance que l’univers vous donnera exactement ce succinct vous demandez.
Que votre personne cherchiez dans manifester une âme sœur, une éclat jumelle et aussi le plus bel ami parfait, il est nécessaire de suivre certaines étapes afin de y réussir. Dans ce billet, nous verrons comment manifester quelqu’un en utilisant la règle de vie positive ainsi la loi de l’attraction. Vous parlerons également de certaines techniques qui jouent bien, tel que les tableaux de visualisation, la tenue d’un journal et la répétition d’affirmations. Manifester consiste à être clair sur https://www.vice.com/en/article/d34k5x/how-to-marry-somebody-of-a-different-religion-in-indonesia ce sommaire vous voulez & à acquérir des textes alignées en ce qui concerne .
Il y a de nombreuses fantaisies de manifester quelque chose, et individus utilisent utilisent de multiples méthodes diverses. Certaines individus affectionnent tenir un journal, si d’autres préfèrent créer un ensemble de tableaux de vision ou visualiser à elles désirs en méditant. L’important est relatives au trouver un procédé qui fonctionne pour vous sans compter la la joindre systématiquement. Une fois sommaire vous aurez établi une routine, il restera beaucoup plus aisé d’entrer au sein du flux de nombreuses manifestations.
Lorsque votre personne essayez du manifester quelqu’un, c’est la meilleure idée relatives au vous concentrer sur les influences positives sans compter la les envisager aussi souvent que qui soit. Cela vous en votre for intérieur aidera à demeurer
La meilleure façon de manifester quelqu’un se révèle être relatives au passer des années chaque jour avec lui, quand bien même ce n’est que afin de ancienneté. Cela vous donnera la possibilité de faire leur connaissance et de développer un lien . C’est aussi un excellent moyen relatives au à eux faire examiner que votre personne pensez à ceux-là.
Une autre méthode pour manifester quelqu’un est d’essayer de l’attirer avec la attitude positive et de mettre en oeuvre la gratitude. Cela vous en votre for intérieur aidera à continuer en vibration résonnante grâce à eux, ce qui donnera les moyens à l’univers de les amener au sein de votre quotidien. Vous pouvez https://order-bride.com/fr/asian-girls/india/ également manifester une personne sous prêtant attention aux avertisseurs que celle-ci vous apporte. Par exemple, au cas où vous seriez dans une qualité ambiance avec quelqu’un, votre personne remarquerez qu’il sourira mieux généralement et semblera plus hédoniste avec vous.
Manifester quelqu’un est un procédés qui prend du temps, mais cela peut sans doute être très gratifiant une fois que on peut donc dire les résultats. Le plus important se révèle être de demeurer dans une mi-temps élevée & d’être persévérant avec le processus. L’univers vous fournira juste ce sommaire vous demandez, et ce sera généralement meilleur que cela que votre personne sauriez pu imaginer.
Néanmoins, il est important de noter que vous en votre for intérieur ne devriez pas manifester quelqu’un contre bruit libre intermédiaire. Si votre ex choisit aléatoirement qu’il n’est pas intéressé à travers vous ou bien si votre entière béguin n’est plus amoureux, il n’est plus au pied de votre self-contrôle de “jouer” ainsi changer d’avis. Vous devez toujours rester respectueux mais aussi positif, mais aussi ne jamais forcer quelqu’un à s’engager dans une proximité qui ne lui convient pas .
बेंगलुरु। भारत ने शुक्रवार को यहां एलवीएम3-एम4 रॉकेट के जरिए अपने तीसरे चंद्र मिशन-‘चंद्रयान-3’ का सफल प्रक्षेपण किया। इस अभियान के तहत चंद्र सतह पर एक बार फिर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास किया जाएगा। इसमें सफलता मिलते ही भारत ऐसी उपलब्धि हासिल कर चुके अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन जैसे देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा और यह इस तरह का कीर्तिमान स्थापित करने वाला विश्व का चौथा देश बन जाएगा।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष के. सिवन ने शुक्रवार को कहा कि चार साल पहले चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के विफल प्रयास के बाद अंतरिक्ष संगठन ने सुधारात्मक कदम उठाए हैं और वह चंद्रयान-3 मिशन के चंद्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने, हालांकि इसे एक चुनौतीपूर्ण कार्य बताया है। सिवन ने चंद्रयान-3 मिशन के प्रक्षेपण के बाद कहा, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्षेपण है और हम इसमें सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी उद्यम से भारत में बहुत अधिक उम्मीदें हैं। चंद्रयान-2 मिशन के दौरान इसरो के अध्यक्ष रहे सिवन ने श्रीहरिकोटा के स्पेसपोर्ट से फोन पर कहा, पिछली बार हम ‘लैंडिंग मिशन’ (चंद्रयान -2) में विफल हो गये थे। इसलिए, इस बार हम (फिर से) प्रयास कर रहे हैं। हमने इस बार की योजना में सभी सुधारात्मक उपाय किये हैं। प्रक्षेपण आज सफलतापूर्वक हुआ। इस तरह पहला चरण सफलतापूर्वक समाप्त हो गया है।उन्होंने कहा, चंद्रमा पर ‘लैंडिंग’ कोई आसान काम नहीं है। यह एक चुनौतीपूर्ण काम है…हमें उम्मीद है कि हम सफल रहेंगे।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने इसरो को दी बधाई
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भारत के महत्कांशी चंद्रमा अभियान- ‘चंद्रयान-3’ के पहले चरण की सफलता पर खुशी जाहिर की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अध्यक्ष, वैज्ञानिकों और अन्य तकनीकी कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं।मुख्यमंत्री ने कहा, ‘चंद्रयान-3 के पहले चरण की सफलता के साथ ही भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र ने एक बड़ा मील का पत्थर पार कर लिया है।’ इसरो ने शुक्रवार को एलवीएम3-एम4 रॉकेट के जरिए अपने तीसरे चंद्र मिशन-‘चंद्रयान-3’ का सफल प्रक्षेपण किया।
23 अगस्त को ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की योजना
इसरो ने कहा कि चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 47 मिनट पर किए जाने की योजना है। पंद्रह साल में इसरो का यह तीसरा चंद्र मिशन है। कल शुरू हुई 25.30 घंटे की उलटी गिनती के अंत में एलवीएम3-एम4 रॉकेट यहां स्थित अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र के दूसरे ‘लॉन्च पैड’ से आज अपराह्न 2.35 बजे निर्धारित समय पर धुएं का घना गुबार छोड़ते हुए शानदार ढंग से आकाश की ओर रवाना हुआ। इसरो के अधिकारियों के अनुसार, उड़ान भरने के लगभग 16 मिनट बाद प्रणोदन मॉड्यूल रॉकेट से सफलतापूर्वक अलग हो गया और यह चंद्र कक्षा की ओर बढ़ते हुए पृथ्वी से 170 किमी निकटतम और 36,500 किमी सुदूरतम बिंदु पर एक अण्डाकार चक्र में लगभग पांच-छह बार पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। एलवीएम3-एम4 रॉकेट अपनी श्रेणी में सबसे बड़ा और भारी है जिसे वैज्ञानिक ‘फैट बॉय’ या ‘बाहुबली’ कहते हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ‘चंद्रयान-3’ मिशन पर लगभग 600 करोड़ रुपये की लागत आई है। ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ इस अभियान का सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा होगी।
जयपुर। विधानसभा का घेराव करने पहुंचे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में ABVP के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा समेत 12 कार्यकर्ता घायल हो गए।
करौली में हुए दलित युवती हत्याकांड मामले में ABVP के कार्यकर्ता शुक्रवार को जयपुर में विधानसभा घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में ABVP से जुड़े छात्र ग्रेटर नगर निगम पर इकट्ठा हुए फिर विधानसभा की ओर कूच किया। पुलिस ने उन्हें सवाई मानसिंह स्टेडियम के बाहर ही बैरिकेडिंग पर रोक दिया। जहां ABVP कार्यकर्ता दंडवत होकर विधानसभा तक पहुंचने की गुजारिश करते रहे। इसके बाद ABVP कार्यकर्ताओं ने जबरन विधानसभा की ओर जाने की कोशिश की तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। दोपहर को ABVP के कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर विधानसभा की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने 12 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
ABVP के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने कहा राजस्थान में कानून-व्यवस्था बदतर हो गई है। बदमाश बेखौफ लूट, चोरी, रेप और हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। CM अशोक गहलोत आंख बंद कर अपनी सत्ता बचाने में जुटे हुए हैं। करौली में दलित बेटी के साथ रेप कर बर्बरता पूर्वक उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस प्रशासन की ओर से अपराधियों को पकड़ने की जगह उनके खिलाफ आवाज उठाने वालों पर लाठियां बरसाई गई। मीणा ने कहा परिषद के कार्यकर्ता आखिरी सांस तक दलित बेटी के हक की लड़ाई लड़ेंगे। चाहे हमें हमारी ही जान ही क्यों न देनी पड़े? आज पुलिस ने हमें हिरासत में ले लिया है। हम फिर से दलित बेटी के लिए विधानसभा घेराव करेंगे।
जयपुर पुलिस के ASP भरत लाल मीणा ने कहा कि परिषद के छात्र बिना अनुमति प्रदर्शन करने पहुंचे थे। उन्हें शांतिप्रिय तरीके से रोका गया। छात्र जबरन विधानसभा की ओर बढ़ने लगे। ऐसे में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें विधानसभा से पहले ही रोक लिया।
जयपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (Draupadi Murmu) ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को मैं, मेरा के स्थान पर मेरा देश, मेरी जनता, मेरा समाज की सोच रखते हुए कार्य करना चाहिए। उन्होंने विधायकों से समावेशी विकास और जनहित की परम्परा को मजबूत बनाते हुए विधानसभा के जरिए संसदीय गरिमा को बढ़ाने और राजस्थान के समग्र विकास के लिए कार्य करने का आह्वान किया।
राष्ट्रपति मुर्मु (Draupadi Murmu) 15वीं राजस्थान विधानसभा के 8वें सत्र के पुन: आरम्भ होने पर शुक्रवार को यहां आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत विशेष रूप से सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को जनता बहुत प्यार से चुनकर भेजती है, ऐसे में उनका चाल-चलन, व्यवहार, आचार-विचार सब जनता के हित को ध्यान में रखते हुए ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि कानून बनाते समय जनता की वर्तमान जरूरतों और व्यापक जनहित का ध्यान रखें। उन्होंने स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों को अपनाते हुए सामाजिक न्याय और बंधुत्व की भावना के लिए कार्य किए जाने का आह्वान किया।
राष्ट्रपति (Draupadi Murmu) ने कहा कि वर्तमान संसद के दोनों सदनों के अध्यक्ष राजस्थान से आते हैं, यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है। मुर्मु (Draupadi Murmu) ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 168 के अंतर्गत प्रदेश में विधानसभाओं के गठन का प्रावधान लागू हुआ। राजस्थान में पहली विधानसभा 1952 में अस्तित्व में आई, लेकिन 1956 में प्रदेश के एकीकरण के साथ विधानसभा का वर्तमान स्वरूप निर्धारित होने लगा। राजस्थान में गणतंत्र की परम्परा प्राचीन काल से ही देखने को मिलती हैं, यहां उत्तरी राजस्थान के भूभाग में 5वीं शताब्दी तक यौधेय जनजाति का गणराज्य था।
मुर्मु (Draupadi Murmu) ने राजस्थानी भाषा में सभी के अभिनंदन से अपने उद्बोधन की शुरुआत की। राजस्थान विधानसभा के निर्माण और उसकी एतिहासिक यात्रा को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि राजस्थान अपनी गौरवमय परम्पराओं, स्थापत्य और शिल्प धरोहर में अनूठा है। जयपुर को यूनेस्को द्वारा एतिहासिक नगरी का दर्जा दिए जाने के लिए बधाई भी दी। राष्ट्रपति (Draupadi Murmu) ने अपने सम्बोधन में राजस्थान के गौरवशाली इतिहास, शूर-वीरता, सभ्यता, संस्कृति, साहित्य और पधारो म्हारे देस के आतिथ्य सत्कार सहित सभी आयामों की चर्चा की।
राष्ट्रपति (Draupadi Murmu) ने महाकवि माघ, चन्दवरदाई, मीरांबाई के साहित्यिक अवदान को स्मरण किया, तो उन्होंने पृथ्वीराज चौहान, राणा सांगा और महाराणा प्रताप के साथ-साथ उनके सहयोगी रहे राणा पूंजा को भी याद किया। उन्होंने (Draupadi Murmu) डूंगरपुर की आदिवासी बालिका कालीबाई के आजादी में रहे योगदान को याद करते हुए गोविंद गुरु को महान स्वतंत्रता सेनानी बताते हुए कहा कि स्वाभिमान की भावना राजस्थान के लोगों में कूट-कूट कर भरी है।
राष्ट्रपति (Draupadi Murmu) ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मोहनलाल सुखाडिया से लेकर पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरोंसिंह शेखावत द्वारा राजस्थान के विकास के लिए किए गए कार्यों को याद किया। उन्होंने (Draupadi Murmu) बाल विवाह निरोधक कानून (शारदा एक्ट) को महत्वपूर्ण बताते हुए सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए प्रदेश में किए गए कार्यों की भी चर्चा की।
वहीं राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने विधायकों से सदन की मर्यादा को कायम रखते लोकतंत्र के सशक्तिकरण के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने (Kalraj Mishra) कहा कि विधायिका यदि प्रभावी रूप में कार्य करती है तो उसका सीधा असर कार्यपालिका पर पड़ता है और कालान्तर में इससे जनता के हित से जुड़े मुद्दों, विकास कार्यों, जन—कल्याण योजनाओं को धरातल पर लाते हुए उनका बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सकता है।
राज्यपाल (Kalraj Mishra) ने कहा कि भारतीय परंपराओं में आरम्भ से ही लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था रही है। उन्होंने (Kalraj Mishra) कहा कि संसदीय लोकतंत्र के लम्बे अनुभव के आधार पर वह यह कह सकते हैं कि लोकतंत्र की वास्तविक शक्ति जनता में ही निहित है जो जनप्रतिनिधियों को चुनकर भेजती है। उन्होंने (Kalraj Mishra) कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाओं में बैठे प्रतिनिधियों का यह कर्तव्य है कि जन विश्वास पर खरा उतरते हुए उनके सर्वांगीण विकास के लिए काम करें।
मिश्र (Kalraj Mishra) ने विधायी दायित्वों की चर्चा करते हुए कहा कि संविधान में लोकसभा, राज्यसभा, विधानमंडलों के अंतर्गत चुने हुए प्रतिनिधियों को बहुत सारे अधिकार और विशेषाधिकार दिए गए हैं। उन्होंने (Kalraj Mishra) कहा कि सदस्य प्रयास करें कि सदन निरर्थक बहस और आरोप—प्रत्यारोप लगाने का स्थान नहीं बने और वे अपने अधिकारों, विशेषाधिकारों का उपयोग करते हुए यहां जन—कल्याण से जुड़े मुद्दों को सार्थक रूप से उठाने का कार्य करें। उन्होंने (Kalraj Mishra) यह भी कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए सदन की बैठकें समय पर आहूत होनी चाहिए। एक ही सत्र को लम्बा नहीं चलाया जाए बल्कि सत्रावसान की कार्यवाही समुचित ढंग से यथासमय होनी चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी (Dr. C.P. Joshi) ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र की ही विशेषता है कि एक साधारण परिवार से आकर कोई देश के राष्ट्रपति के सर्वोच्च पर पर पहुंचता है। उन्होंने (Dr. C.P. Joshi) पहली बार राज्य विधानसभा में राष्ट्रपति के आगमन को एतिहासिक बताते हुए द्रौपदी मुर्मु का स्वागत किया। उन्होंने आजादी के बाद संसदीय लोकतंत्र के माध्यम से देश और राज्य में हुए विकास की चर्चा करते हुए कहा कि लोकतंत्र जनता को समता और न्याय के लिए कार्य करने को प्रेरित करता है। उन्होंने सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए सभी को मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
डॉ. जोशी (Dr. C.P. Joshi) ने कहा कि संविधान में संसदीय लोकतंत्र के माध्यम से केंद्र सरकार और राज्य सरकार को कानून बनाने का अधिकार दिया गया है उनके अनुसार हमें ऐसे कानून बनाने चाहिए जो देश और प्रदेश को आगे बढ़ाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस सदन के सदस्यों ने संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करते हुए राजस्थान के नव निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 75 वर्ष में देश में राजनीतिक न्याय तो सुनिश्चित हुआ है, लेकिन आर्थिक और सामाजिक स्तर पर बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने इन चुनौतियों को स्वीकार करते हुए सामाजिक विषमता कम करने और सौहार्द बढ़ाने के लिए साथ मिलकर कार्य करने पर बल दिया।
सत्र के शुरुआत में राज्यपाल मिश्र (Kalraj Mishra) ने राष्ट्रपति मुर्मु (Draupadi Murmu) को हरियाली और खुशहली के प्रतीक के रूप में पौधा और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी (Dr. C.P. Joshi) ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
विधानसभा में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में राज्यमंत्रिपरिषद् के सदस्य, विधायकगण एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।
चंद्रयान-3 आज लॉन्च हो गया। लॉन्च के साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का तीसरा मून मिशन शुरू हो गया। चंद्रयान-3 को ले जा रहे 642 टन वजनी, 43.5 मीटर ऊंचे रॉकेट LVM3-M4 ने श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी। चंद्रयान-3 के पृथ्वी की कक्षा में पहुंचने के बाद लूनर ट्रांसफर ट्रेजेक्टरी में डाला गया। अगले 42 दिनों में 30,00,00 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए यह चंद्रमा तक पहुंच जाएगा।
लॉन्च से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘भारतीय अंतरिक्ष के क्षेत्र में 14 जुलाई 2023 का दिन हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा और यह राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा। चंद्रयान-3 के लॉन्च पर PM नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा, चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा। यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं।
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुक्रवार को चंद्रमा पर भारत के तीसरा मिशन चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण किया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का 642 टन वजन वाला एलवीएम3 रॉकेट ने दोपहर बाद 2.35 बजे चंद्रयान के साथ उड़ान भरी। चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचने में करीब 40 दिन लगेंगे। अंतरिक्ष यान द्वारा ले जाए गए लैंडर के 23 या 24 अगस्त को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है।
ISRO 4 साल बाद एक बार फिर पृथ्वी के इकलौते उपग्रह चांद पर चंद्रयान पहुंचाने के लिए तैयार है। पूरे देश की नजरें ISRO वैज्ञानिकों पर टिकी हैं। इसरो का चांद पर यान को ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कराने यानी सुरक्षित तरीके से यान उतारने का यह मिशन अगर सफल हो जाता है तो भारत चुनिंदा देशों की एलीट लिस्ट में शामिल हो जाएगा। अगर भारत ऐसा कर पाने में सफल हो जाता है वह अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद इस सूची में चौथा देश बन जाएगा।
मुंबई। नेटफ्लिक्स ने अपनी नई सीरीज ‘काला पानी’ की घोषणा की, इसी के साथ फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर एक बार फिर अभिनय की दुनिया में वापसी कर रहे हैं। अंडमान व निकोबार द्वीप समूह की पृष्ठभूमि पर आधारित इस सीरीज में जिंदा रहने के लिए कोई व्यक्ति किस हद तक जा सकता है इस बात पर जोर दिया गया है। सीरीज में आशुतोष के अलावा मोना सिंह, अमेय वाघ, सुकान्त गोयल, आरुषि शर्मा, राधिका मेहरोत्रा, विकास कुमार, चिन्मय मंडलेकर और पूर्णिमा इंद्रजीत जैसे कलाकार भी नजर आएंगे। ‘सर्कस’, ‘कभी हां कभी ना’ और ‘चमत्कार’ जैसे धारावाहिकों में काम कर चुके फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर एक बार फिर इससे अभिनय की दुनिया में वापसी कर रहे हैं। आखिरी बार वह 2016 में मराठी फिल्म ‘वेंटिलेटर’ में अभिनय करते नजर आए थे। आशुतोष ने गीत ‘पहला नशा’ से निर्देशन की शुरुआत की और फिर ‘लगान’, ‘स्वदेश’ और ‘जोधा अकबर’ हिट फिल्मों का निर्देशन किया। फिल्म ‘जादूगर’ के बाद नेटफ्लिक्स और ‘पोशम पा पिक्चर्स’ दूसरी बार ‘काला पानी’ के लिए साथ आए हैं। ‘जादूगर’ के निर्देशक समीर सक्सेना इसके सह-निर्देशक हैं। सक्सेना ने बताया कि सीरीज के किरदार खुद को प्रकृति के प्रकोप से बचाने की कोशिश करते नजर आएंगे। यह मनुष्य और प्रकृति के बीच एक अदृश्य लड़ाई है। कहानी के आगे बढ़ने के साथ ही इसके किरदारों को एहसास होता है कि कैसे उनकी किस्मत न केवल एक-दूसरे से बल्कि पर्यावरण से भी जुड़ी है।
नेटफ्लिक्स तलाशता नए विचार नेटफ्लिक्स इंडिया की ‘सीरीज हेड’ तान्या बामी ने कहा, ‘नेटफ्लिक्स हमेशा नए विचारों की तलाश में रहता है, जो व्यापक स्तर पर दर्शकों को आकर्षित करते हैं।’
भुवनेश्वर,पूरी दुनिया आज भारत के चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का बेसब्री से इंतजार कर रही है। वहीं भुवनेश्वर के ‘सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर’ के तकनीशियन और छात्र इस यान को चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करता देखने के लिए उत्सुक हैं। लॉचिंग में कुछ ही मिनट बाकी है। संस्थान के महाप्रबंधक एल राजशेखर ने कहा, ”हम व्याकुल हैं और परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे छात्र जैसा महसूस कर रहे हैं। हम अत्यधिक आशावादी हैं कि इस बार भारत इतिहास रचेगा।” देशभर में कुल 23 सीटीटीसी हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कार्यों को बेहद सटीकता और निर्धारित मानकों के अनुरूप पूरा करने के भुवनेश्वर केंद्र के रिकॉर्ड को देखते हुए उसे इस मिशन के लिए चुना। राजशेखर कहते हैं कि तकनीशियनों के समर्पित प्रयासों के बलबूते सीटीटीसी भुवनेश्वर को मिशन का हिस्सा बनने का दुर्लभ मौका मिल सका। भुवनेश्वर स्थित इस सरकारी उपक्रम (पीएसयू) ने चंद्रयान-3 प्रक्षेपण वाहन के एलवीएम3 (लॉन्च व्हीकल मार्क-3), सेंसर और रेग्युलेटर में इस्तेमाल किए जाने वाले कई प्रवाह नियंत्रण वाल्व का निर्माण किया है। संस्थान ने यान के लिए गाइरोस्कोप और प्रक्षेपक के कलपुर्जों की भी आपूर्ति की है। सीटीटीसी भुवनेश्वर ने अगले महीने के अंत में चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के लिए लैंडर के पहिया तंत्र के कुछ घटकों का भी निर्माण किया है।
लैंडर के डिजाइन में कुछ बदलाव राजशेखर ने कहा कि 2019 में चंद्रयान-2 के दौरान चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में आंशिक विफलता के बाद इसरो ने वाहन लैंडर के डिजाइन में कुछ बदलाव किए हैं। उन्होंने बताया कि इस अंतरिक्ष मिशन के लिए नए घटकों का इस्तेमाल करने से पहले उनका कई बार परीक्षण किया गया साथ ही चंद्र मिशन में इस्तेमाल होने वाले 50,000 से ज्यादा अहम घटकों के निर्माण के लिए 150 से अधिक तकनीशियनों ने पिछले दो वर्षों में दिन-रात काम किया।
नई दिल्ली। PM (Narendra Modi) नरेंद्र मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से नवाजा. PM (Narendra Modi) के 2 दिवसीय यात्रा पर पेरिस पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया. मोदी (Narendra Modi) राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के साथ फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस में शुक्रवार को विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होंगे.
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ‘एलिसी पैलेस’ (राष्ट्रपति आवास) में आयोजित पुरस्कार समारोह की तस्वीरें Twitter पर साझा कीं और लिखा साझेदारी की भावना का प्रतीक, PM (Narendra Modi) मोदी को राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने फ्रांस के सर्वोच्च पुरस्कार ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से नवाजा.
विदेश मंत्रालय ने कहा PM (Narendra Modi) ने भारत के लोगों की ओर से इस अद्वितीय सम्मान के लिए राष्ट्रपति मैक्रों (Emmanuel Macron) का आभार व्यक्त किया. इससे पहले, फ्रांस के राष्ट्रपति (Emmanuel Macron) और प्रथम महिला ब्रिजिट मैक्रों ने एलिसी पैलेस में PM (Narendra Modi) मोदी के लिए एक निजी रात्रिभोज का आयोजन किया. PM (Narendra Modi) ने गुरुवार को एक कला केंद्र में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया.
उन्होंने कहा था कि भुगतान प्रणाली ‘यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस’ (UPI) के इस्तेमाल को लेकर भारत और फ्रांस के बीच सहमति बनी है, जिसके परिणामस्वरूप अब यहां इसका उपयोग किया जा सकेगा और भारतीय नवाचार के लिए एक बड़ा बाजार खुलेगा. PM (Narendra Modi) ने कहा कि अब फ्रांस में स्नातकोत्तर के छात्रों को पढ़ाई के बाद 5 वर्ष का कार्य वीजा भी दिया जाएगा.