Monday, July 14, 2025
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Rajasthan Election: कांग्रेस कार्यकर्ताओं के फोन पर गूंज  रही एक आवाज….. नमस्कार, मैं अशोक गहलोत…. जानिए पूरा मामला….

जयपुर। सोमवार को भारतीय निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. इसके साथ सभी दलो के द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि कैसे भी करके चुनावों में फतह हासिल कर सके. इसको लेकर कांग्रेस भी अपने सभी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे रही है. इसके तहत सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के फोन पर एक ऑडियो संदेश भेजा जा रहा है. इस संदेश में अशोक गहलोत कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए सुनाई दे रहे हैं. अशोक गहलोत कह रहे हैं कि कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत से ही 2018 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी. अब इसे 2023 में भी दोहराना है.

कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने अपने ऑडियो संदेश में कहा, ‘नमस्कार, मैं अशोक गहलोत हूं। आप कांग्रेस परिवार के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं. जैसा कि आप जानते हैं कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. यह आपकी दिन-रात की अथक मेहनत का ही परिणाम है कि 2018 में राजस्थान में सरकार बन सकी.  आपके द्वारा ऐतिहासिक जनकल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के कारण ही कांग्रेस सरकार दोबारा इसे दोहरा सकती है. आपकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. अगले दो महीनों तक हमें सभी आपसी मतभेद भुलाकर केवल पार्टी हित में काम करना होगा।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विचारों को मजबूत करने और कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए फिर से एकजुट होकर बड़ा संकल्प लेना होगा.

कांग्रेस का नया नारा… काम किया दिल से

मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि इस बार चुनौती बहुत बड़ी है। देश के सामने भी और पार्टी के सामने भी. ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम राजस्थान में कैसे सफल हो सकें, जिससे देश में एक संदेश जाए और हम आने वाले समय में सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकें। ‘काम किया दिल से, कांग्रेस फिर से.’ अशोक गहलोत का यह संदेश ऐसे समय में कार्यकर्ताओं को मिला है, जब राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची जारी होने वाली है. आज दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक भी हुई, जिसमें पार्टी आलाकमान के साथ उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की खबर है. ऐसे में राजस्थान के सियासी गलियारों में सीएम के इस ऑडियो संदेश के कई मायने निकाले जा रहे हैं.

हम सब एक जुट- डोटासरा

कांग्रेस राजस्थान के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पार्टी में एकजुटता को लेकर पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस में कोई फूट नहीं है. उन्होंने कहा कि हम एक हैं. हम एकजुटता से काम करते हैं. हम अब जनता के बीच जाकर राजस्थान सरकार के सभी कामों के बारे में बताएंगे और हमें पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार का समर्थन करेगी.

राजस्थान में आचार संहिता लागू, तबादलों और नियुक्तियों पर रोक…

जयपुर। निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राजस्थान में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है और इसके साथ ही अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादलों पर रोक लग गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने सोमवार को यहां मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता भी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।

आचार संहिता लागू होने के साथ ही राज्य में स्थानान्तरण और नियुक्तियों पर रोक लग गई है। अति आवश्यक होने पर राज्य सरकार निर्वाचन आयोग से मंजूरी लेने के बाद ही चुनाव से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को स्थानान्तरित कर सकेगी। उन्होंने कहा कि घोषित कार्यक्रम के अनुसार राज्य की सभी दो सौ सीटों के लिए आगामी 23 नवबंर को मतदान होगा और तीन दिसंबर को मतगणना होगी। राज्य में कुल 5 करोड़ 27 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। 30 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन दाखिल करने का काम शुरू हो जाएगा। राज्य में छह नवंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। सात नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 9 नवम्बर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में 34 अनुसूचित जाति, 25 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। विधानसभा चुनाव में सभी दो सौ सीटों पर केन्द्रीय पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया और उम्मीदवारों के खर्चे पर नजर रखेंगे। प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव के कानून एवं व्यवस्था के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे। गुप्ता ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए प्रदेश में पहली बार विधानसभा आम चुनावों में होम वोटिंग की पहल की गई है। इन चुनावों में पात्र 18.05 लाख से अधिक मतदाताओं को विकल्प के तौर पर ये सुविधा मिल सकेगी।

Rajasthan Assembly Elections : राजस्थान विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर होगा रोचक मुकाबला…

जयपुर। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को घोषित किये गए (चुनाव) कार्यक्रम के अनुसार मतदान 23 नवंबर को और मतगणना 3 दिसंबर को होगी। राज्य विधानसभा की कुल 200 सीट में इन 15 सीट पर मुख्य रूप से सभी की नजर रहेगी-

1. सरदारपुरा:

जोधपुर जिले में कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली सरदारपुरा सीट पर 1999 से अशोक गहलोत लगातार जीत रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें 63 फीसदी वोट मिले थे।

2. झालरापाटन:

झालावाड़ जिले में भाजपा के इस गढ़ का प्रतिनिधित्व 2003 से वसुंधरा राजे कर रही हैं। राजे ने पिछले चुनाव में यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह जसोल को लगभग 35,000 मतों के अंतर से हराया था।

3. टोंक:

राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व को चुनौती दे रहे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने 2018 में यह सीट जीती थी। इस विधानसभा क्षेत्र में गुर्जर, अनुसूचित जाति और मुस्लिम मतदाताओं का अनुपात अधिक है।

4. लक्ष्मणगढ़:

भाजपा इस सीट पर सिर्फ एक बार 2003 में जीती है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा 2008 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

5. झुंझुनू:

जाट नेता शीशराम ओला ने 3 बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया, और उनके बेटे बृजेंद्र ओला 2008 से यहां जीत रहे हैं। राजस्थान के पहले विधानसभा अध्यक्ष नरोत्तम लाल (कांग्रेस) यहीं से थे। विधानसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा सिंह यहां से 6 बार निर्वाचित हुई, जिनमें से 4 बार उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की।

6. चुरू:

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने 1990 के बाद भाजपा के इस गढ़ का 6 बार प्रतिनिधित्व किया है। कांग्रेस नेता डोटासरा का दावा है कि इस निर्वाचन क्षेत्र में जनता का मिजाज बदल गया है, और उन्होंने राठौड़ को चुनौती दी है कि वे यहां से फिर चुनाव लड़ें।

7. उदयपुरवाटी:

हाल ही में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए गए राजेंद्र गुढ़ा ने 2008 और 2018 में बसपा के टिकट पर यह सीट जीती थी, लेकिन दोनों ही बार वह कांग्रेस में चले गए। गुढ़ा का दावा है कि उनके पास गहलोत के भ्रष्टाचार के विवरण वाली लाल डायरी है। गुढ़ा हाल में एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना में शामिल हो गए।

8. कोटा उत्तर:

1993 से यह सीट बारी-बारी से भाजपा और कांग्रेस जीतती रही है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 2003 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। राजस्थान के मंत्री और वर्तमान विधायक शांति धारीवाल इस निर्वाचन क्षेत्र से हैं, और वह चाहते हैं कि इस बार उनके बेटे को यहां से कांग्रेस का टिकट दिया जाए।

9. अंता:

राजस्थान के खान मंत्री प्रमोद जैन भाया इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन अगर कांग्रेस ने उन्हें फिर से प्रत्याशी बनाया तो उन्हें अपनी ही पार्टी के भरत सिंह कुंदनपुर से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

10. उदयपुर:

गुलाब चंद कटारिया इस साल की शुरुआत में असम के राज्यपाल नियुक्त किए गए, जिससे यह सीट खाली हुई। कटारिया 6 बार यहां से विधायक रहे। ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा अब यहां पूर्व मेवाड़ राजपरिवार के किसी सदस्य को चुनाव मैदान में उतार सकती है।

11. खाजूवाला:

चर्चा है कि इस सीट पर दलित नेता और राजस्थान के मंत्री गोविंद राम मेघवाल और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बीच मुकाबला हो सकता है।

12. पोकरण:

यहां अक्सर चुनाव धार्मिक आधार पर लड़े जाते हैं। मुस्लिम धर्मगुरु गाजी फकीर के बेटे सालेह मोहम्मद ने 2018 में हिंदू संत और भाजपा उम्मीदवार प्रताप पुरी को हराया था। दोनों का एक दूसरे से फिर से आमना-सामना होने की संभावना है।

13. बीकानेर पश्चिम:

शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला इस सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन गहलोत के ओएसडी (विशेष अधिकारी) लोकेश शर्मा लगातार दौरा कर रहे हैं और पार्टी के टिकट के दावेदार हो सकते हैं।

14. खींवसर:

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल जाटों के गढ़ नागौर में स्थित इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।

15. ओसियां:

सचिन पायलट समर्थक दिव्या मदेरणा यहां से पहली बार की कांग्रेस विधायक हैं। लेकिन आरएलपी के बेनीवाल यहां कई रैली कर चुके हैं और उनकी पार्टी उनके लिए चुनौती खड़ी कर सकती है।

राजस्थान में चुनाव का बजा बिगुल , बीजेपी ने की 41 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है. सोमवार को भारत निर्वाचन आयोग ने प्रेस कांफ्रेस कर पांच राज्यो में चुनाव की तारीखो का एलान किया. इसको लेकर बीजेपी ने अपना पहली सूची जारी कर दी है. बीजेपी ने 41 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है.

बीजेपी ने सांसद पर खेला अपना दाव

बीजेपी ने सांसद पर खेला अपना दाव

बीजेपी ने राजस्थान में भी एमपी के तरह ही कई सांसदों पर दाव खेला है राजकुमारी दिया कुमारी को जयपुर के विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया है. इसके साथ ही झोटवाड़ा विधानसभा से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को उम्मीदवार घोषित किया है इसके अलावा मंडावा से नरेंद्र कुमार, तिजारा से बाबा बालकनाथ, सवाई माधोपुर से किरोड़ी लाल मीणा, किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी, सांचौर से सांसद देवजी पटेल पर अपना दाव खेला है.वहीं टोंक के देवली से स्व.किरोड़ी सिंह बैसला के बेटे विजय बैसला को मैदान में उतारा है.

पहली सूची में सिर्फ 10 फीसदी महिला उम्मीदवारों के नाम

वही महिला आरक्षण बिल को लाने वाली भाजपा ने अपनी पहले 41 उम्मीदवारों के नामों की सूची में केवल 10 फीसदी महिलाओं को टिकट दिया है. गंगानगर विधानसभा झेत्र से जयदीप बिहाणी, भादरा विधानसभा क्षेत्र से संजीव बेनीवाल, डूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से ताराचंद सारस्वत, चुरु के सुजानगढ़ से संतोष मेघवाल, झुंझुनू से बबलू चौधरी, मंडावा से नरेन्द्र कुमार, नवलगढ़ से विक्रम सिंह जाखल को टिकट मिला.

रिटार्यड IAS को बीजेपी दे रही मौका

बीजेपी ने उदयपुरवाटी सीट से शुभकरण चौधरी, फतेहपुर से श्रवण चौधरी, लक्षमणगढ़ से सुभाष मेहरिया, सीकर के दातारामगढ़ से गजानंद कुमावत, कोटपुतली से हंसराज पटेल गुर्जर, दूदू से प्रेम चंद बैरवा, बस्सी से चन्द्रमोहन मीणा रिटायर्ड IAS, बानसूर से देवी सिंह शेखावत, अलवर ग्रामीण से जयराम जाटव पर अपना दाव खेला है.  

पहली लिस्ट में इनका कटा टिकट

सोमवार को बीजेपी ने पहली लिस्ट में राजपाल सिंह शेखावत और नरपत सिंह राजवी के टिकट काटते हुए क्रमश विद्याधर नगर (जयपुर) से विधायक नरपत सिंह राजवी की जगह सांसद दीया कुमारी और झोटवाड़ा (जयपुर) से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत की जगह सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को मौका दिया गया है. वहीं सीकर की हाट सीट से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने लक्ष्मणगढ़ से बीजेपी ने सीकर के पूर्व सांसद सुभाष महरिया को टिकट दिया है. महरिया ने हाल में बीजेपी जॉइन की थी. इसके अलावा देवली उनियारा से कर्नल किरोड़ीलाल बैंसला के बेटे विजय बैंसला को बीजेपी ने टिकट दिया है. इसके अलावा 2022 में हुए विधानसभा उपचुनाव में सहाड़ा (भीलवाड़ा) से लड़े रतनलाल जाट का टिकट बीजेपी ने काट दिया है जहां इस बार लादूलाल पितलिया को बीजेपी ने मौका दिया है.

अमेरिकी नेता शूमर ने हमास हमले के बाद इजराइल का समर्थन नहीं करने पर चीन की आलोचना की

बीजिंग। अमेरिकी सीनेट में बहुमत दल के नेता चक शूमर ने सोमवार को चीन की आलोचना की और चीन के विदेश मंत्री वांग यी को बताया कि हाल में हमास के हमले पर चीन की टिप्पणी को लेकर वह बहुत निराश हैं क्योंकि एशियाई राष्ट्र ने इजराइल के प्रति किसी प्रकार की सहानुभूति या फिर समर्थन नहीं दिखाया. संसद के उच्च सदन में बहुमत दल के नेता शूमर, इस सप्ताह चीन के दौरे पर पहुंचे छह अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. तीन डेमोक्रेट और तीन रिपब्लिकन सांसदों वाले इस प्रतिनिधिमंडल का 2019 के बाद से अमेरिकी सांसदों द्वारा किया जाने वाला यह पहला चीनी दौरा है. यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब अमेरिकी संसद में चीन पर लगातार हमला बोला जा रहा है.

हमले मे हजारों लोगो की हुई मृत्यु

शूमर ने कहा, ”मैं आपसे और चीनी लोगों से इजराइली लोगों के साथ खड़े होने और इन कायरना व घातक हमलों की निंदा करने का आग्रह करता हूं।” चीन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में दोनों पक्षों से संयम बरतने और दुश्मनी को तुरंत समाप्त करने का आह्वान किया था। हालांकि बयान में शनिवार को तड़के हमास द्वारा किए गए इस घातक हमले का कोई उल्लेख नहीं किया गया. इजराइल-फलस्तीन संघर्ष में 1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं और दोनों पक्षों के हजारों लोग घायल हुए हैं। इजराइली सैनिक सीमा को सुरक्षित करने और दक्षिणी इजराइली इलाकों से आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए सोमवार को भी लड़ रहे हैं. चीन के मंत्रालय ने अपने बयान में यह भी कहा था कि एक स्वतंत्र देश के रूप में फलस्तीन की स्थापना इस मुद्दे को हल करने का सबसे सही तरीका है.

Sikkim Flood : मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 34, वायुसेना ने शुरु किया फंसे हुए पर्यटकों को निकालना…

गंगटोक। सिक्किम को तबाह करने वाली तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद गाद और मलबे से अब तक सेना के 10 जवानों सहित 34 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 105 से अधिक लोगों की तलाश जारी है जो अब भी लापता हैं। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि वायु सेना ने हिमालयी राज्य सिक्किम में बचाव और राहत अभियान शुरू कर दिया है और फंसे हुए पर्यटकों के पहले जत्थे को लाचेन से उत्तरी सिक्किम के मंगन तक पहुंचाया है।

मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सशस्त्र बलों के साथ समन्वित राहत और बचाव कार्यों के लिए मुख्य सचिव वीबी पाठक, गंगटोक पहुंचे थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सिक्किम में 34 लोगों की मौत की सूचना के अलावा निकटवर्ती उत्तरी पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कहा कि तीस्ता नदी के निचले हिस्से से 40 शव निकाले गए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने आगाह किया कि दोनों राज्यों द्वारा बताए गए आंकड़े में कुछ दोहराव हो सकता है।

सिक्किम के पाकयोंग जिले में सबसे अधिक 22 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 10 सेना के जवान शामिल हैं। इसके बाद गंगटोक में छह, मंगन में चार और नामची में दो लोग मारे गए हैं। मंगन जिले में ल्होनक झील पर बादल फटने के छह दिन बाद कुल 105 लोग लापता हैं। बादल फटने के कारण तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई, जिससे हिमालयी राज्य के चार जिलों में नदी बेसिन के कई शहरों में बाढ़ आ गई। सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बुलेटिन के अनुसार, लापता लोगों में से 63 पाकयोंग से, 20 गंगटोक से, 16 मंगन से और छह नामची से हैं।

कच्चे और पक्के दोनों तरह के 3,432 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुल 5,327 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है। कुल 14 पुल या तो बह गए या जलमग्न हो गए, जिससे राज्य में सड़क संपर्क प्रभावित हुआ। अचानक आई बाढ़ से कुल 6,505 लोग बेघर हो गए हैं और उन्होंने चार जिलों में 26 राहत शिविरों में शरण ली है। अचानक आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या 85,870 थी। इस बीच, मुख्यमंत्री तमांग ने अपने आधिकारिक आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई जहां उन्होंने मुख्य सचिव वीबी पाठक, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और अन्य अधिकारियों के साथ चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।

एक अधिकारी ने बताया कि बैठक रक्षा बलों के साथ मिलकर फंसे हुए लोगों को तेजी से बचाने के उपायों पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी। भारतीय वायु सेना ने सिक्किम में मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू कर दिया है और लाचेन से मंगन तक फंसे पर्यटकों के पहले जत्थे को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित जगह पहुंचाया है। इसने लाचेन तक आपातकालीन सेवा कर्मियों और आवश्यक साजो सामान भी पहुंचाया। पहले जत्थे में बचाए गए पर्यटकों की कुल संख्या तुरंत ज्ञात नहीं है, लेकिन अभियान में इस्तेमाल किए गए एमआई-17 हेलीकॉप्टर की क्षमता 25-30 लोगों को ले जाने की है।

रक्षा अधिकारी ने कहा वायुसेना दिवस पर वायुसेना ने सिक्किम के बाढ़ पीड़ितों के लिए वायु सेना अड्डा बागडोगरा से मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू किया। वायु सेना ने रविवार से चिनूक और एमआई 17 वी5 हेलीकॉप्टरों द्वारा गरुड़ कमांडो, संचार उपकरण, ईंधन, दवाएं, खोज और बचाव उपकरण राज्य में पहुंचाना शुरू कर दिया है। पूर्वी वायु कमान मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) कार्यों का समन्वय कर रही है। वायुसेना बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिसने इस छोटे से हिमालयी राज्य को तबाह कर दिया है। मौसम की स्थिति में सुधार होते ही फंसे हुए पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।

मौसम विभाग ने सोमवार को अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कई स्थानों पर गरज और बिजली कड़कने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है। इस बीच पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कहा है कि उन्होंने अब तक तीस्ता नदी से 40 शव बरामद किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 10 शवों की पहचान की जा चुकी है। चूंकि दोनों राज्यों में तीस्ता द्वारा छोड़ी गई गाद और मलबे से अब भी शव मिल रहे हैं, इसलिए विस्तृत जानकारी जुटाने के बाद अगले कुछ दिनों में मृतकों की कुल संख्या स्पष्ट हो जाएगी।

महिलाओं के योगदान को आज भी नहीं है मान्यता…

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि कृषि-खाद्य प्रणाली में महिलाओं के योगदान को मान्यता नहीं दी गई है और इससे अब बदलने की जरूरत है। महिलाओं को कृषि संरचना के पिरामिड में सबसे नीचे रखा जाता है और उन्हें ऊपर आने और निर्णय लेने वालों की भूमिका निभाने के अवसर से वंचित किया जाता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि वास्तव में कोविड-19 वैश्विक महामारी से कृषि-खाद्य प्रणाली और समाज में संरचनात्मक असमानता के बीच मजबूत संबंध सामने आया। महिलाएं भोजन बोती हैं, उगाती हैं, फसल काटती हैं, संसाधित करती हैं और उसका विपणन करती हैं। वे भोजन को खेत से थाली तक लाने में अपरिहार्य भूमिका निभाती हैं, लेकिन अब भी दुनिया भर में उन्हें भेदभावपूर्ण सामाजिक मानदंडों द्वारा रोका जाता है… उनके योगदान को मान्यता नहीं दी जाती।

मुर्मू ने कृषि क्षेत्र में लैंगिक मुद्दों पर एक वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा  उनकी भूमिका को हाशिए पर रखा जाता है। कृषि-खाद्य प्रणालियों की पूरी श्रृंखला में उनके अस्तित्व को नकार दिया गया है। इस कहानी को बदलने की जरूरत है। कृषि को केवल व्यावसायिक आधार पर बढ़ावा नहीं दिया जा सकता क्योंकि इसका सामाजिक दायित्व मानवता के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। मुर्मू ने साथ ही कहा कि जलवायु परिवर्तन एक बड़ा खतरा है और समय हाथ से निकल रहा है। हमें अब तेजी से काम करने की जरूरत है।

4 दिन के इस सम्मेलन का आयोजन कंसोर्टियम ऑफ इंटरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च सेंटर्स (सीजीआईएआर) जेंडर इम्पैक्ट प्लेटफॉर्म और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे, कृषि सचिव मनोज आहूजा, आईसीएआर के महानिदेशक हिमांशु पाठक, सीजीआईएआर के कार्यकारी प्रबंध निदेशक एंड्रयू कैंपबेल और सीजीआईएआर जेंडर इम्पैक्ट के निदेशक निकोलिन डी हान भी उपस्थित रहे।

कांग्रेस अध्यक्ष का केंद्र सरकार पर हमला,कहा- जाति आधारित जनगणना के विषय पर मौन क्यों भाजपा सरकार

नई दिल्ली।  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर जाति आधारित जनगणना के विषय पर मौन रहने का आरोप लगाया और कहा कि कल्याणकारी योजनाओं में उचित सहभागिता के लिए यह जरूरी है कि कमजोर तबकों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति के आंकड़े उपलब्ध हों. उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पार्टी नेताओं से राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों के लिए प्रभावी रणनीति बनाने पर जोर दिया और कहा कि राजनीतिक दलों के साथ ही संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भी सक्रिय हैं, ऐसे में खामोश नहीं रहा जा सकता. कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार पर प्रचार एवं वोटबैंक की राजनीति के लिए महिला आरक्षण विधेयक लाने तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की महिलाओं को प्रतिनिधित्व नहीं देने का आरोप लगाया और कहा कि अगले साल सत्ता में आने पर उनकी पार्टी ओबीसी महिलाओं की उचित भागीदारी के साथ लोकसभा एवं विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व से संबंधित महिला आरक्षण लागू करेगी.

संसद के विशेष सत्र पर भी बोला हमला

उन्होंने कहा, ‘‘हमने सामूहिक रूप से देश को विभाजनकारी और ध्रुवीकरण की राजनीति से मुक्त करने, सामाजिक न्याय की स्थापना और एक जवाबदेह, संवेदनशील और पारदर्शी सरकार देने का संकल्प लिया है।’’ खरगे ने कहा, ‘‘आप ने देखा कि हाल में अचानक संसद का विशेष सत्र बुलाया गया जिसमें मोदी सरकार महिला आरक्षण विधेयक लेकर आई। हमेशा की तरह इस बार भी सरकार ने विपक्ष के साथ कोई संवाद नहीं किया और असली मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने की रणनीति पर ही काम किया।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दलों ने खुले दिल से महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन किया.

पीएम मोदी नहीं चाहते महिला आरक्षण

खरगे के अनुसार, ‘‘मोदीजी चाहते तो महिला आरक्षण इसी चुनाव से लागू हो सकता था। और ओबीसी महिलाओं को भी स्थान मिल सकता था। यह विधेयक केवल प्रचार और वोट बैंक के लिए लाया गया है।’’ उन्होंने कहा कि ​आज देश भर में लोग यही सोच रहे हैं कि मोदीजी ने ओबीसी महिलाओं को महिला आरक्षण के दायरे में क्यों नहीं रखा? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘महिला आरक्षण को उलझाने के लिए इसके साथ जनगणना और परिसीमन की शर्त क्यों रख दी गयी? इसीलिए पता ही नहीं है कि यह विधेयक हकीकत कब बनेगा ?’’ उन्होंने कहा, ‘‘​जातिगत जनगणना भी एक अहम सवाल है। कांग्रेस पार्टी लगातार देशव्यापी जाति आधारित जनगणना की मांग उठा रही है। यह अहम मुद्दा है लेकिन इस पर सत्तारूढ़ दल मौन है। कल्याणकारी योजनाओं में उचित सहभागिता के लिए यह जरूरी है कि हमारे पास कमजोर तबकों की स्थिति पर सामाजिक-आर्थिक आंकड़ा हो।’’

आगामी 5 राज्यों के लिए तैयार

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए इन चिंताओं को आम लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। 2024 में सत्ता में आने पर ओबीसी महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी तय करने के साथ हम महिला आरक्षण तुरंत लागू करेंगे।’’ आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘अब हमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों के लिए प्रभावी रणनीति बनानी है।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ इन राज्यों में प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री कई महीनों से दौरा कर रहे हैं। झूठ दर झूठ फ़ैला रहे हैं। उनके पास केवल मणिपुर जाने का समय नहीं है।’’ खरगे ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव भी हमारे सामने हैं। इसी बीच जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनावों का ऐलान हो सकता है। हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में निर्णायक जीत के बाद देश भर में हमारे साथियों में एक नया उत्साह है। हमें अपनी पूरी ताकत लगा कर सभी 5 राज्यों को जीतना है।’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा को आगामी चुनाव में अपनी हालत का अंदाजा हो चुका है, इसीलिए वह लोगों को मुद्दों से भटकाने के लिए झूठ पर झूठ बोल रही है।

पीएम मोदी के भाषण में दिखा विपक्षी गठबंधन का असर

खरगे ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषणों से इस गठबंधन की शक्ति का असर साफ दिख रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘ आज देश में कमरतोड़ महंगाई है, 45 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी है, नयी पेंशन स्कीम को लेकर सरकारी कर्मचारियों में भारी नाराजगी को सरकार नजरंदाज कर रही है, विभाजनकारी नीतियां देश के लिए चिंताजनक हैं, ईडी, सीबीआई, आयकर जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग विपक्षी दलों और मीडिया के खिलाफ हो रहा है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मणिपुर की हालत पिछले 5 महीने से चिंताजनक बनी हुई है। विपक्ष की मांग के बाद भी प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए।’’ उन्होंने दावा किया कि देश के संवैधानिक मूल्यों और संघीय ढांचे पर हमला हो रहा है तथा सामाजिक तनाव पैदा हो रहा है.

Rajasthan Election : 25 नवम्बर को होंगे राजस्थान में चुनाव, MP में 17, छत्तीसगढ़ में 7 और 17, तेलंगाना में 30 नवंबर को वोटिंग, 3 दिसंबर को नतीजे

दिल्ली । मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में आज चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनावी बिगुल फुंक गया. जहां मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में इस बार भी एक चरण में चुनाव होंगे. तो वहीं, छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान कराया जाएगा.

राज्यों में आज से आचार संहिता लागू

निर्वाचन आयोग ने आज राजस्थान सहित पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की. इसके साथ इन 5 चुनावी राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. दरअसर राज्य में चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है. चुनाव के नतीजे आने तक यह आचार संहिता लागू रहेगी.

राजस्थान में 5 करोड़ मतदाता

भारत निर्वाचन आयोग ने आज राज्य में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी किया. अंतिम मतदाता सूची के अनुसार राज्य में पांच करोड़ 26 लाख 80 हजार 545 मतदाता पंजीकृत किए गए. इनमें से 2 करोड़ 73 लाख 58 हजार 627 पुरूष और 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार 422 महिला मतदाता शामिल हैं.  मतदाता सूची में 80 साल से अधिक आयु के 11.78 लाख मतदाता और 100 वर्ष से अधिक आयु के 17,241 मतदाता पंजीकृत हैं. 5.61 लाख विशेष योग्यजन मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इन मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा दी जाएगी.

किन राज्यों में कितनी सीटें और कब मतदान

राज्यविधानसभा सीटमतदान
मिजोरम407 नवंबर
मध्यप्रदेश23017 नवंबर
राजस्थान20025 नवंबर
तेलंगाना11930 नवंबर
छत्तीसगढ़90 7 व 17 नवंबर

3 दिसंबर में को आयेगा नतीजा

निर्वाचन आयोग के अनुसार पांच राज्यों के चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. इन पांच राज्यो में कुल विधानसभा सीटों की संख्या 679 है साथ ही इन पांच राज्यो में कुल मतदाताओं की 16 करोड़ 14 लाख  है. 17 से 23 अक्टूबर के बीच इन में संशोधन हो सकता है. साथ ही आयोग ने बताया कि आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार को तीन बार अखबारों में अपने मुकदमों की जानकारी प्रकाशित करवानी होगी. इसी प्रकार राजनीतिक दल को भी यह बताना होगा कि अन्य कोई उम्मीदवार नहीं मिला इसलिए आपराधिक छवि वाले व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया गया है. आयोग ने बताया कि इस बार पोस्टल बैलेट में भी बदलाव किया गया है.

किंग खान को धमकियों के बीच मिली वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा…

मुंबई। महाराष्ट्र पुलिस ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के जीवन पर मंडराते संभावित खतरों के मद्देनजर उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। एक अधिकारी ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि वाई प्लस श्रेणी के सुरक्षा ढांचे में 6 कमांडो समेत 11 सुरक्षाकर्मी और 1 पुलिस एस्कॉर्ट वाहन शामिल होता है।

अधिकारी के मुताबिक, शाहरुख (57) को उनकी हालिया फिल्म जवान की रिलीज के बाद से धमकियां मिल रही हैं।  यह सुरक्षा मुफ्त नहीं है और शाहरुख को इसके बदले में भुगतान करना होगा। पिछले हफ्ते एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक में शाहरुख की सुरक्षा की समीक्षा किए जाने के बाद इसे बढ़ाने का फैसला लिया गया। उन्होंने बताया कि राज्य खुफिया विभाग ने तदनुसार सभी पुलिस आयुक्तालयों, पुलिस अधीक्षकों के कार्यालयों और विशेष सुरक्षा इकाई को इसके बारे में सूचित किया।

आपको बता दें पिछले साल शाहरुख की फिल्म पठान के गाने बेशरम रंग… को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। अयोध्या के एक साधु ने अभिनेता को धमकी दी थी। साल 2010 में फिल्म माई नेम इज खान की रिलीज को लेकर शाहरुख को धमकियां मिलने के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।

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