Wednesday, February 5, 2025
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अलास्का प्रायद्वीप क्षेत्र में भूकंप, तीव्रता 7.2

वाशिंगटन। अमेरिका के अलास्का प्रायद्वीप क्षेत्र में रविवार सुबह 7.2 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (यूएसजीएस) की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गयी है। अभी जान या माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

यूएसजीएस ने बताया कि भूकंप अलास्का प्रायद्वीप के अपतटीय क्षेत्र में 21 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। इसने शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 7.4 बताई थी लेकिन बाद में इसमें सुधार कर इसे 7.2 कर दिया। अलास्का भूकंप केंद्र के अनुसार, भूकंप के झटके अलास्का प्रायद्वीप, अलूशन आइलैंड्स और कुक इनलेट क्षेत्रों में महसूस किए गए।

विपक्ष एकजुट होकर 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री को दे सकता है चुनौती – पी चिदंबरम

नई दिल्ली। कांग्रेस की ओर से बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की अहम बैठक से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को विश्वास व्यक्त किया कि विपक्ष एकजुट होकर 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दे सकता है। चिदंबरम ने साथ ही कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोधी गुट का नेता ‘‘ठीक वक्त’’ पर सामने आएगा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्षी दलों में कांग्रेस का ‘खास स्थान’ है लेकिन ‘‘इस पर इस वक्त बात करने की जरूरत नहीं है।’’ पूर्व केद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने पटना में विपक्ष की बैठक में जिस तरह से दिल्ली अध्यादेश का मुद्दा उठाया था वह ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मुद्दे पर उसके गुण-दोष के आधार पर, उचित वक्त पर और उचित स्थान पर फैसला लिया जाएगा।

कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि विपक्षी दलों के कई साझा उद्देश्य हैं जैसे कि वे भाजपा सरकार की सामाजिक और आर्थिक नीतियों के खिलाफ हैं तथा धीमी आर्थिक वृद्धि, बढ़ती मंहगाई एवं बढ़ती बेरोजगारी को लेकर चिंतित हैं, साथ ही ‘‘वे नागरिक स्वतंत्रता में कटौती, मीडिया पर दबाव, संस्थाओं को कमजोर करने तथा जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर भी चिंतित हैं।’’

चिदंबरम ने कहा, ‘‘वे सीमाओं पर सुरक्षा के हालात पर भी चिंतित हैं और इन साझा चिंताओं ने उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करने के लिए एकजुट किया है। विपक्षी दलों के पास चुनाव को देखते हुए जितनी बार हो सके, उतनी बार बैठकें करने के पर्याप्त कारण हैं।’’ उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में होने वाली बैठक यकीनन उद्देश्यपूर्ण होगी और ‘‘हमें धैर्य रखकर देखना होगा कि अगले कदम क्या होंगे।’’

टि्वटर को नकदी का नुकसान – एलन मस्क

अमेरिका। अमेरिका के दिग्गज उद्योगपति एलन मस्क ने कहा है कि विज्ञापनों से आमदनी आधे से भी कम होने की वजह से टि्वटर को नकदी का नुकसान हो रहा है। कारोबारी सलाह देने वाले एक ट्वीट के जवाब में मस्क ने शनिवार को कहा, ‘‘विज्ञापन राजस्व में (लगभग) 50 प्रतिशत की गिरावट और कर्ज के भारी बोझ की वजह से हमारा नकदी प्रवाह अब भी नकारात्मक है।’’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमें कुछ और करने से पहले नकदी प्रवाह को सकारात्मक करने की जरूरत है।’’ ट्विटर का 44 अरब डॉलर के सौदे में अधिग्रहण करने के बाद से मस्क विज्ञापनदाताओं को आश्वस्त करने का प्रयास कर रहे हैं। विज्ञापनदाता शीर्ष अधिकारियों को कंपनी से बाहर करने, बड़े पैमाने पर छंटनी को लेकर चिंतित हैं। कुछ दिग्गज उपयोगकर्ता जिन्हें ट्विटर ने प्रतिबंधित कर दिया था अब साइट पर वापस आ गए हैं। मस्क ने अप्रैल में कहा था कि जो विज्ञापनदाता चले गए थे उनमें से अधिकांश वापस आ गए हैं और कंपनी का दूसरी तिमाही में नकदी प्रवाह सकारात्मक हो सकता है।

मई में ट्विटर ने नई मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) लिंडा याकारिनो की नियुक्ति की है। अब ट्विटर के समक्ष एक नया प्रतिद्वंद्वी भी आ गया है। फेसबुक का स्वामित्व रखने वाली मेटा ने भी ट्विटर की तर्ज पर टेक्स्ट आधारित ऐप थ्रेड्स पेश किया है। हालांकि, ट्विटर के इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

टमाटर के गिरे भाव

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर और कुछ अन्य क्षेत्रों में रविवार से टमाटर 80 रुपये किलोग्राम के भाव पर बेचने की घोषणा की है। टमाटर की ऊंची कीमतों से आम लोगों को राहत देने के लिए पहले सरकार इसकी बिक्री 90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर कर रही थी।

सरकार ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल वैन के जरिये रियायती 90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी। शनिवार को कुछ अन्य शहरों में सरकार ने रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘सरकार के हस्तक्षेप के बाद टमाटर की थोक कीमतों में कमी आई है। सरकार ने देश में कई स्थानों पर 90 रुपये की रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी।’’

बयान में कहा गया है कि देश में 500 से अधिक स्थानों से मिली सूचनाओं के आधार पर सरकार ने स्थिति का आकलन किया है। अब सरकार ने रविवार 16 जुलाई से 80 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर टमाटर की बिक्री करने का फैसला किया है। सहकारी समितियों…भारतीय राष्ट्रीय कृषि विपणन संघ (नेफेड) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) के माध्यम से दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा में कई स्थानों पर रविवार से 80 रुपये किलो के भाव पर टमाटर की बिक्री शुरू हो गई है। सोमवार से कुछ और शहरों में रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की जाएगी।

भारत सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है। सहकारी समितियां एनसीसीएफ और नेफेड केंद्र की ओर से मोबाइल वैन के जरिये टमाटर बेच रही हैं। मानसूनी बारिश और कम उत्पादन के सीजन की वजह से देश के प्रमुख शहरों में खुदरा बाजारों में टमाटर के दाम ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। कई शहरों में तो यह 250 रुपये किलो के भाव पर बिक रहा है। सरकार के अनुसार, शनिवार को टमाटर का अखिल भारतीय औसत दाम लगभग 117 रुपये प्रति किलोग्राम था।

उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की औसत अखिल भारतीय खुदरा कीमत शनिवार को 116.86 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि अधिकतम कीमत 250 रुपये प्रति किलोग्राम और न्यूनतम 25 रुपये प्रति किलोग्राम थी। टमाटर का मॉडल दाम 100 रुपये प्रति किलो था। महानगरों की बात करें, तो दिल्ली में टमाटर 178 रुपये प्रति किलोग्राम पर था। इसके बाद मुंबई में 150 रुपये और चेन्नई में 132 रुपये प्रति किलोग्राम था। सबसे ज्यादा 250 रुपये प्रति किलो का भाव हापुड़ में था।

टमाटर की कीमतें आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर की अवधि के दौरान बढ़ती हैं। ये आमतौर पर कम उत्पादन के महीने होते हैं। एनसीसीएफ के प्रबंध निदेशक ए. जोसफ चंद्रा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि टमाटर मदनपल्ली (आंध्र प्रदेश), कोलार (कर्नाटक) और सांगानेरी (महाराष्ट्र) से खरीदे जा रहे हैं। एनसीसीएफ ने पिछले दो दिन में 35,000 किलोग्राम टमाटर बेचे हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को दिल्ली-एनसीआर में 20,000 किलोग्राम, वाराणसी में 15,000 किलोग्राम, लखनऊ और कानपुर में 10,000 किलोग्राम टमाटर बिकने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि एनसीसीएफ ने शनिवार को लखनऊ में लगभग 7,000 किलोग्राम टमाटर बेचा। इससे टमाटर का थोक दाम 130 रुपये से घटकर 115 प्रति किलोग्राम पर आ गया। जोसफ चंद्रा ने कहा, ‘‘टमाटर की बिक्री 80 रुपये प्रति किलो के भाव पर करने से आने वाले दिनों में इसके दाम और नीचे आएंगे।’’ अभी एनसीसीएफ मोबाइल वैन और दिल्ली-एनसीआर में नेफेड के स्वामित्व वाले 4-5 आउटलेट के जरिये से टमाटर बेच रहा है। इसकी बिक्री रविवार से केंद्रीय भंडार की खुदरा दुकानों के माध्यम से शुरू की जा रही है।

राहुल गांधी ने शीर्ष अदालत में दी चुनौती

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुजरात उच्च न्यायालय के 7 जुलाई के आदेश को चुनौती देते हुए शनिवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया और कहा कि यदि उस आदेश पर रोक नहीं लगाई गई तो इससे ‘‘स्वतंत्र भाषण, स्वतंत्र अभिव्यक्ति, स्वतंत्र विचार और स्वतंत्र वक्तव्य’’ का दम घुट जाएगा। गुजरात उच्च न्यायालय ने ‘‘मोदी उपनाम’’ वाली टिप्पणी को लेकर आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की दोषसिद्धि के फैसले पर रोक लगाने के अनुरोध वाली उनकी याचिका 7 जुलाई को खारिज कर दी थी।

गांधी ने अपनी याचिका में कहा कि यदि उच्च न्यायालय के फैसले पर रोक नहीं लगाई गई तो यह लोकतांत्रिक संस्थानों को व्यवस्थित तरीके से, बार-बार कमजोर करेगा और इसके परिणामस्वरूप लोकतंत्र का दम घुट जाएगा, जो भारत के राजनीतिक माहौल और भविष्य के लिए गंभीर रूप से हानिकारक होगा। उनकी याचिका में कहा गया है अत्यंत सम्मानपूर्वक यह दलील दी जाती है कि यदि विवादित फैसले पर रोक नहीं लगाई गई, तो इससे स्वतंत्र भाषण, स्वतंत्र अभिव्यक्ति, स्वतंत्र विचार और स्वतंत्र बयान का दम घुट जाएगा।

गांधी ने कहा कि उनके बयान के लिए उन्हें दोषी ठहराने और दोषसिद्धि पर रोक लगाने से इनकार करने की गलती 3 बार की गई है तथा यह और भी बड़ा कारण है कि शीर्ष अदालत को जल्द से जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए और नुकसान को रोकना चाहिए। गांधी ने ‘एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड’ प्रसन्ना एस. के जरिये अपील दायर की। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा दायर 2019 के मामले में सूरत की मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने 23 मार्च को राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए 2 साल जेल की सजा सुनाई थी। इस फैसले के बाद गांधी को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत संसद की सदस्यता से 24 मार्च, 2023 को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। यदि दोषसिद्धि पर रोक लग जाती, तो इससे राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने का मार्ग प्रशस्त हो जाता।

उच्च न्यायालय ने इस मामले में दोषसिद्धि पर रोक संबंधी राहुल गांधी की याचिका खारिज करते हुए 7 जुलाई को कहा था कि ‘राजनीति में शुचिता’ अब समय की मांग है। न्यायमूर्ति हेमंत प्रच्छक ने याचिका खारिज करते हुए टिप्पणी की थी, ‘‘जनप्रतिनिधियों को स्वच्छ छवि का व्यक्ति होना चाहिए।’’ अदालत ने यह भी कहा था कि दोषसिद्धि पर रोक लगाना नियम नहीं, बल्कि अपवाद है, जो विरले मामलों में इस्तेमाल होता है। अदालत ने कहा था कि दोषसिद्धि के फैसले पर रोक लगाने का कोई तर्कसंगत आधार नहीं है। न्यायमूर्ति प्रच्छक ने याचिका खारिज करते हुए 125 पृष्ठ के अपने फैसले में कहा था कि गांधी पहले ही देशभर में 10 मामलों का सामना कर रहे हैं और निचली अदालत का कांग्रेस नेता को उनकी टिप्पणियों के लिए 2 साल कारावास की सजा सुनाने का आदेश ‘‘न्यायसंगत, उचित और वैध’’ है।

गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में शिकायतकर्ता भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने भी उच्चतम न्यायालय में एक कैविएट दायर की है। कैविएट में अनुरोध किया गया है कि अगर राहुल गांधी ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी मामले में उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देते हुए कोई याचिका दाखिल करते हैं, तो शिकायतकर्ता के पक्ष को भी सुना जाए। ‘कैविएट’ किसी वादी के द्वारा अपीलीय अदालत में दाखिल की जाती है और उसमें निचली अदालत के फैसले अथवा आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर कोई आदेश पारित किए जाने से पहले उसके पक्ष के सुने जाने का अनुरोध किया जाता है।

राहुल गांधी ने 13 अप्रैल, 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली के दौरान टिप्पणी की थी कि ‘‘सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही क्यों होता है?’’ इस टिप्पणी को लेकर विधायक ने गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रच्छक ने कहा था कि मौजूदा शिकायत दर्ज कराने के बाद हिंदुत्ववादी विचारक वी. डी सावरकर के पोते ने राहुल गांधी के ‘कैम्ब्रिज में वीर सावरकर के खिलाफ अपमानजनक बयान’ के लिए पुणे की एक अदालत में एक और शिकायत दर्ज करायी थी। साथ ही लखनऊ की एक अदालत में भी उनके खिलाफ एक अलग शिकायत दायर की गई थी।

न्यायाधीश ने कहा था कि इस परिप्रेक्ष्य में दोषसिद्धि पर रोक लगाने से इनकार करना किसी भी प्रकार से आवेदक के साथ अन्याय नहीं कहलाता। उच्च न्यायालय ने कहा था, ‘‘अपीलीय अदालत (सूरत) द्वारा पारित किया गया आदेश न्यायसंगत, उचित और कानून-सम्मत है, और इसमें किसी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, संबंधित जिला न्यायाधीश से अनुरोध किया जाता है कि वह अपनी योग्यता के आधार पर तथा कानून के दायरे में यथाशीघ्र आपराधिक अपील पर निर्णय लें।’’

न्यायमूर्ति प्रच्छक ने अपराध गंभीर न होने की गांधी की दलील पर कहा था, ‘‘अभियुक्त सांसद थे, वह राष्ट्रीय स्तर पर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष थे तथा उस पार्टी के अध्यक्ष थे, जिसने 50 साल से अधिक समय तक देश में शासन किया था। वह हजारों लोगों के सामने भाषा दे रहे थे और उन्होंने चुनाव परिणाम प्रभावित करने के इरादे से चुनाव में गलतबयानी की थी।’’ उन्होंने कहा था कि राहुल उस वक्त एक रैली को संबोधित कर रहे थे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लेकर खलबली पैदा करना चाहते थे। अदालत ने कहा था कि मौजूदा मानहानि मामला गंभीर प्रकृति का है। उसने अपने आदेश में कहा था आरोपी वहीं नहीं रुके, बल्कि यह भी कहा कि ‘सारे चोरों के (उप)नाम मोदी ही क्यों है। इस प्रकार मौजूदा मामला निश्चित तौर पर गंभीर अपराध की श्रेणी में आएगा।

इस मामले में सूरत की मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने 23 मार्च को राहुल गांधी को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 499 और 500 (आपराधिक मानहानि) के तहत दोषी ठहराते हुए 2 साल जेल की सजा सुनाई थी। फैसले के बाद गांधी को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। राहुल गांधी 2019 में केरल के वायनाड से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। इसके बाद गांधी ने दोषसिद्धि पर रोक लगाने का अनुरोध करते हुए एक अर्जी के साथ सूरत की एक सत्र अदालत में आदेश को चुनौती दी थी। सत्र अदालत ने 20 अप्रैल को गांधी की जमानत मंजूर कर ली थी, लेकिन दोषसिद्धि के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

Browsing through Cultural Variations in Asian Interactions

Navigating cultural differences in Asian connections can be a challenge. However , with tolerance and understanding, it has possible to build a lasting georgia bride healthful relationship. The difficulties that can occur from cultural differences consist of communication breakdowns to clashing areas, but when kept untreated, they can result in serious concerns.

One of these is the concept of “face” in Hard anodized cookware culture. Face refers to an individual’s sense of esteem, reverance, and pride. This is an essential concept in Asia and has immediate impact on the way they are identified simply by others. Losing confront is upsetting to an Asian and they will head to great plans to guard that.

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A further issue are the differences in way of living expectations. With regards to https://fashionmagazine.com/wellness/sex-relationships/how-to-start-a-conversation-with-a-guy-online/ model, Westerners may think it’s ordinary to break program a partner after a few dates, while Asians would be amazed if you broke up after just dating for a few several weeks. Also, Asians don’t usually date to get married just like people on the western part of the country, and they are typically hesitant to get started dating another man until they are completely sure they want to commit to the relationship.

It’s important too to keep in mind that many Hard anodized cookware cultures are certainly more communautaire in design, using a high focus on family and a hierarchical framework. This can sometimes result in a lack of split and an inclination to avoid conflict. For example , it’s considered incredibly rude to contradict someone who is mature or more senior citizen than you in Hard anodized cookware culture, in case you disagree with these people.

बारिश में डूब गए हिमाचल प्रदेश के 8000 करोड़, 70 हजार पर्यटकों को बचाया

शिमला। हिमाचल प्रदेश में आई भारी बारिश ने राज्य को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि भारी बारिश के चलते राज्य को लगभग 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, शुक्रवार रात तक यह नुकसान लगभग 4,000 करोड़ रुपये का था और सुक्खू ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से 2,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि मांगी है।

15 हजार वाहनों को भेजा बाहर

सुक्खू ने कहा कि राज्य में फंसे लगभग 70,000 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, जबकि 15 हजार वाहनों को बाहर भेजा गया। लगभग 500 पर्यटकों ने स्वेच्छा से यहीं रुकने का फैसला किया। कुल्लू जिले के कसोल, मणिकरण और आसपास के अन्य इलाकों में फंसे कुछ पर्यटकों ने अपने वाहनों के बिना यहां से जाने से इनकार कर दिया है। उन्होंने स्थिति सामान्य होने तथा सभी सड़कें खुलने तक यहीं रुकने का फैसला किया है।

80 प्रतिशत क्षेत्रों में आ रही है बिजली

कसोल-भुंटर मार्ग पर डुंखरा के पास भूस्खलन के कारण वाहन फंस गए और पर्यटकों को दूसरी ओर जाने के लिए पैदल चलना पड़ा। राज्य सरकार ने कहा कि इन पर्यटकों का ध्यान रखा जा रहा है। आपदा प्रभावित 80 प्रतिशत क्षेत्रों में बिजली, पानी और दूरसंचार सेवाएं अस्थायी रूप से बहाल कर दी गई हैं। शेष क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

899 मार्गों पर बस सेवा बंद

हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बस सेवा 899 मार्गों पर बंद है और 256 बसों को बीच रास्ते में रोक दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि एचआरटीसी को 5.56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस बीच, मौसम विभाग के स्थानीय कार्यालय ने 15 से 17 जुलाई तक लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर राज्य के 12 जिलों में से 10 में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। साथ ही इसने भूस्खलन, अचानक बाढ़ आने और नदियों व नालों के जलस्तर में वृद्धि का अनुमान भी जताया है।

अभी भी बारिश का येलो अलर्ट

मौसम कार्यालय ने 18 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है और 21 जुलाई तक राज्य में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। राज्य में जुलाई में अब तक 284.1 मिलीमीटर(मिमी) बारिश हुई है, जो सामान्य बारिश यानी 110.4 मिलीमीटर से 157 प्रतिशत अधिक है। राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश जारी है। धर्मशाला में 131 मिमी बारिश हुई। वहीं, पालमपुर में 51 मिमी, सुंदरनगर और नाहन (दोनों में 45-45 मिमी), कांगड़ा (27 मिमी), मंडी और नारकंडा, प्रत्येक में 16 मिमी बारिश हुई।

डूब रही दिल्ली! सियासत आरोप-प्रत्यारोप में डूबी

नई दिल्ली। डूब रही दिल्ली के नेता खुद आरोप-प्रत्यारोप में डूबे नजर आ रहे हैं। जी हां, दिल्ली की बाढ़ पर आ रहे सियासी बयान इस ओर इशारा कर रहे हैं। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में बाढ़ के लिए यहां की आम आदमी पार्टी सरकार की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार जिम्मेदार है। पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्थिति से निपटने में ‘असफल’ रहने के लिए जनता से माफी मांगे।

आरोप, नहीं साफ की यमुना

यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया और पार्टी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई क्योंकि केजरीवाल सरकार ने गत आठ साल में यमुना से गाद निकालने के लिए काम नहीं किया। भाटिया ने कहा, आप और केजरीवाल अपने भ्रष्टाचार और निष्क्रियता से बचने के लिए बहाना बना रहे हैं। जिस तरह से उन्होंने कोविड-19 और प्रदूषण के दौरान केंद्र और अन्य राज्यों को जिम्मेदार ठहराया था, उसी तरह अब वह दिल्ली में आई बाढ़ के लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

मदद की जगह साजिश कर रही ‘आप’

उन्होंने कहा कि केंद्र, सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, दिल्ली के उप राज्यपाल और अन्य एजेंसियां लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं जबकि ‘आप’ नेता और केजरीवाल सरकार के मंत्री शहर में आई बाढ़ के लिए ‘साजिश’का आरोप लगा रहे हैं। वर्मा ने दावा किया इस साल 23 मई को हुई बैठक में मानसून के दौरान यमुना में कितना पानी छोड़ा जाएगा और दिल्ली की आप सरकार यह जानती थी। भाटिया ने सवाल किया कि केजरीवाल सरकार ने नदियों की सफाई के लिए केंद्र द्वारा दिए गए 6800 करोड़ रुपये में से कितनी राशि यमुना से गाद निकालने पर व्यय की। उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार जल निकासी की उचित व्यवस्था करने में असफल रही और समय से दिल्ली के नालियों की सफाई नहीं कराई जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर जल जमाव की स्थिति की उत्पन्न हुई।

काम करने की जगह, बहाने बनाते हैं केज​रीवाल

भाटिया ने आरोप लगाया, वर्ष 2013 से 2019 के बीच हथिनीकुंड बैराज से यमुना में आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस साल केवल 3.5 लाख क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया और इससे भी दिल्ली में बाढ़ आ गई। यह इसलिए हुआ क्योंकि केजरीवाल की प्राथमिकता काम करना नहीं बल्कि बहाने बनाना है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली की स्थिति के लिए लोगों से माफी मांगनी चाहिए। वर्मा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार और ‘आप’ के नेता अपनी असफलता के लिए केंद्र और हरियाणा को जिम्मेदार ठहराने एवं राजनीति करने में संलग्न हैं।

खेल-खेल में खेल कर गई मौत

कोटा। रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। पूनम कॉलोनी इलाके में रहने वाली 14 साल की बच्ची के गले में खेल-खेल में फंदा लग गया, जिससे उसकी मौत हो गई।

आपको बता दें कि घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है। घटना के बाद से परिजन सदमे में हैं। परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से भी इनकार कर दिया। मामला शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे का है। बच्ची का नाम दीपिका है और वो छठी क्लास में पढ़ रही थी। उसके पिता राजेंद्र शर्मा रेलवे में वेंडर के पद पर कार्यरत हैं। दीपिका तीन-भाई बहनों में सबसे छोटी थी। बड़े भाई की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की बहन जयपुर में पढ़ाई करती है।

बता दें जिस घर में यह हादसा हुआ उसकी पहली मंजिल पर रेलिंग लगी है। दूध, सब्जी और अन्य सामान लेने के लिए परिवार के लोगों ने इस रेलिंग पर रस्सी बांध रखी थी ताकि सामान लेने में आसानी हो सके और नीचे नहीं आना पड़े। रात को दीपिका अपने डॉग के साथ घर के बाहर खेल रही थी। परिवार के सदस्य घर के अंदर थे। खेलते-खेलते दीपिका ने रेलिंग से लटक रही रस्सी को अपने गले में डाल लिया। कुछ सेकेंड तक तो वह रस्सी के साथ खेलती रही फिर अचानक रस्सी टाइट हो गई जिससे दीपिका के गले में रस्सी फंस गई।

पुलिस उपाधीक्षक शंकर लाल ने बताया कि बच्ची रात को घर के बाहर बंधे डॉग के साथ खेल रही थी। खेलते समय बच्ची ने रस्सी को गले में डाल लिया। करीब 10-15 मिनट बाद पड़ोसी की नजर पड़ी, तब उसने परिजनों को बताया। परिजन उसे उतार कर MBS हॉस्पिटल लेकर गए। जहां ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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