Friday, June 20, 2025
Home Blog Page 691

ED Arrest Sanjay singh : संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद सुप्रीम कोर्ट की ED को फटकार…

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके दिल्ली वाले घर पर बुधवार सुबह 7 बजे ईडी की टीम पहुंची थी। 10 घंटे तक चली इस छापेमारी के बाद गिरफ्तार हुई। बताया जा रहा है, करीब 7-8 अधिकारी आबकारी नीति केस के सिलसिले में छानबीन कर रहे थे। आबकारी नीति केस की चार्जशीट में संजय सिंह का भी नाम है। इस केस में मनीष सिसोदिया जेल में हैं। ईडी की कार्रवाई को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस केस में 1000 रेड पड़ चुकी हैं। संजय सिंह के घर पर कुछ नहीं मिलेगा। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा, ईडी, सीबीआई और जैसी सभी एजेंसियां ​​सक्रिय हो जाएंगी। उधर, दिल्ली में बीजेपी ने आप पार्टी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा के कार्यकर्ता, अब तो ये स्पष्ट है, केजरीवाल भ्रष्ट है, वाले पोस्टर लेकर सड़क पर उतरे।

भाजपा को सता रहा हार का डर

आप सांसद नेता राघव चड्ढा ने कहा कि पिछले 15 महीनों से भाजपा आप कार्यकर्ताओं पर शराब घोटाले का आरोप लगा रही है। अब तक किसी भी एजेंसी को एक भी पैसा नहीं मिला। यह हताश बीजेपी है, जो आगामी चुनाव हारने वाली है, इसलिए वे डर के मारे ऐसा कर रहे हैं। इस बारे में संजय सिंह के पिता बोले कि मैंने उससे कहा कि चिंता न करें। मुझे लगता है कि ईडी को गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं मिला, लेकिन अधिकारियों को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था, इसलिए उन्होंने संजय को गिरफ्तार कर लिया।

इधर, सुप्रीम कोर्ट की फटकार

सुप्रीम कोर्ट ने ईडी को फटकार लगाते हुए मनी लॉन्ड्रिंग के दो मामलों में अरेस्ट को कैंसिल कर दिया। जस्टिस ए.एस.बोपन्ना और संजय कुमार की बेंच ने कहा कि जांच एजेंसी को पूरी निष्पक्षता के साथ काम करना चाहिए और बदला लेने की प्रवृत्ति रखने से बचना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने ये बात गुरुग्राम के एक रियल्टी ग्रुप एम3एम के डायरेक्टर्स की याचिका पर सुनवाई के दौरान कही।

फरवरी में शुरु होगी रामायण, साई बनेगी सीता मां…

बॉलीवुड में बीते कुछ सालों से रामायण बेस्ड कई प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की जा रही है। 2020 में फिल्ममेकर मधु मंटेना ने कन्फर्म किया था कि वे डायरेक्टर नितेश तिवारी के साथ इस प्रोजेक्ट पर काम करने जा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक फिल्म में रणबीर कपूर, साई पल्लवी और यश जैसे एक्टर्स लीड रोल में नजर आएंगे। यह 2024 की शुरुआत में फ्लोर पर जाएगी।

बता दें रणबीर और साई अगले साल फरवरी में इस फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगे। वहीं यश जुलाई 2024 तक इसकी शूटिंग शुरू करेंगे।

मेकर्स इस फिल्म में वीएफएक्स से ज्यादा स्टोरीटेलिंग और कैरेक्टर इमोशंस पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। फिल्म में जहां रणबीर, प्रभु श्री राम के रोल में नजर आएंगे वहीं साई सीता मां का किरदार निभाएंगी।

फिल्म में यश, रावण का कैरेक्टर प्ले करेंगे। चर्चा है कि यह फिल्म 3 पार्ट में बनाई जाएगी। इसके कुछ पोर्शन की शूटिंग श्रीलंका में भी की जाएगी। हाल ही में मेकर्स ने कास्ट का लुक टेस्ट भी कर लिया है।

Sachin Pilot in Rajasthan Election: 4 साल तक भाजपा सोती रही आराम की नींद

जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने बुधवार को कहा कि राजस्थान के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा. राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. पायलट ने टोंक में संवाददाताओं से कहा,‘‘मूलत: राजस्थान में चुनाव दो पार्टियों–भाजपा और कांग्रेस के बीच में होता है। बाकी छोटे दल पहले भी चुनाव लड़ते आये हैं आज भी चुनाव लड़ेंगे, शायद भविष्य में भी लड़ेंगे। लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में होगा।’’ उन्होंने कहा ‘‘साढ़े चार साल तक भाजपा का जो रवैया मैंने देखा है, उससे लगता है कि वह बिल्कुल आराम की नींद सो रही थी, उसने जनता की आवाज बनने की कोशिश भी नहीं की । जनता भी समझ रही है कि अब चुनाव करीब है इसलिये भाजपा की ओर से आक्रोश यात्रा, परिवर्तन यात्रा, संकल्प यात्रा जैसी यात्राएं निकाल जा रही हैं लेकिन जनहित की कोई बात नहीं कर रहा।’’

भाजपा के पास कोई रोड मैप तैयार नहीं

उन्होंने कहा कि बीते पांच साल में भाजपा ने वैकल्पिक व्यवस्था की कोई परियोजना जनता के सामने प्रस्तुत नहीं की है.. कोई रोड मैप तैयार नहीं किया और चुनावी रणनीति के मोर्चे पर भी कांग्रेस भाजपा से बहुत आगे है, इसलिए उन्हें पूरा विश्वास है कि न सिर्फ इस जिले में बल्कि समूचे राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को अच्छा बहुमत मिलेगा. कांग्रेस नेता ने नोटबंदी, जीएसटी, कालाधन मामले में केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा केन्द्र सरकार ने बहुत सारे वायदे किये .. स्वच्छ इंडिया, स्टेंड अप इंडिया,मेड इन इंडिया.. लेकिन धरातल पर वे नहीं उतर पाये और आज किसान परेशान हैं, नौजवान चिंतित हैं. पायलट ने कहा,‘‘ इसलिये जनता परिवर्तन चाहती है और परिवर्तन की शुरूआत हो चुकी है. जिन चार राज्यों में जो चुनाव होंगे वहां पर भाजपा निश्चित रूप से हारेगी और 2024 का लोकसभा चुनाव बहुत निर्णायक चुनाव होगा।’’

पत्रकारों पर ED की कार्रवाई पर भी बोले पायलट

इस दौरान पायलट ने दिल्ली में कुछ पत्रकारों के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि यह स्वस्थ परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा,‘‘पत्रकारों को जिस प्रकार से डराने एवं धमकाने की कोशिश की गई है, मैं उसकी निंदा करता हूं. मेरा मानना है कि स्वतंत्र वातावरण में सब लोगो पत्रकारिता करने की आजादी होनी चाहिए।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बार-बार राजस्थान दौरों पर पायलट ने कहा ‘‘ प्रधानमंत्री लगातार आ रहे है और राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. वह एक बार भी यह नहीं कह रहे हैं कि पिछले नौ साल के कार्यकाल में उन्होंने राजस्थान के लिये ऐसा क्या विशेष किया है।’’

Ranbir Kapoor ED Summon : ऑनलाइन गेमिंग के मामले बॉलीवुड़ एक्टर रणवीर कपूर को ED का समन

दिल्ली। ऑनलाइन गेमिंग के मामले में बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को ईडी द्वारा समन भेजा गया है. मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने रणवीर कपूर को 6 अक्टूबर के दिन पूछताछ के लिए बुलाया है. पूरा मामला ऑनलाइन गेमिंग से जुड़ा हुआ है. पिछले दिनों एक ऑनलाइन गेमिंग एप्लीकेशन के मालिक सौरभ चंद्राकर को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पकड़ा था.रणवीर कपूर , आरोपी सौरभ की शादी में शामिल हुए थे. बता दे कि सौरभ के ऊपर हवाला के जरिए कलाकारों को पैसे देने का आरोप है.अब ऑनलाइन गेम में विज्ञापन के जरिए फंडिंग लेने की भी जांच भी ईडी द्वारा की जाएगी. देखने वाले बात यह होगी की रणबीर कपूर ED के सामने पेश होते हैं या नहीं, वैसे रणवीर कपूर के पास अपने वकील के जरिए इस समन का जबाब देने का विकल्प भी है.

17 सेलेब्स ईडी की रड़ार पर

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कि ईडी ने इस मामले में टाइगर श्रॉफ, नुसरत भरुचा, सुखविंदर सिंह, नेहा कक्कड़ और सनी लियोन समेत 17 सेलेब्स को रडार पर ले रखा है. अब रणबीर कपूर का नाम भी इसी लिस्ट में शामिल हो गया है. ईडी इन दिनों 5 हजार करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में दुबई से ऑनलाइन बैटिंग ऐप चलाने वाले सौरभ चंद्राकर और उनके बिजनेस पार्टनर रवि उप्पल के खिलाफ जांच कर रही है.

Sikkim Flood : बादल फटने से आई तीस्ता नदी में बाढ़, सेना के 23 जवान हुए लापता

सिक्किम। मंगलवार देर रात सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फट गया. जिसके कारण तीस्ता नदी में पानी का स्तर बढ़ गया. इस कारण लाचेन घाटी में अचानक बाढ़ आ गई. इस बाढ़ की चपेट में आने से तीस्ता नदी से सटा हुआ सेना का कैंप बह गया. गुवाहाटी के डिफेंस PRO से मिली जानकारी के अनुसार अचानक पानी बढ़ने के कारण चुंगथांग बांध से पानी छोड़ना पड़ा। इसके बाद निचले इलाके भी डूबने लगे हैं. सिंगताम के पास बारदांग में सेना के करीब 41 वाहन डूब गए.

**EDS: IMAGE VIA @PSTamangGolay ON WEDNESDAY, OCT. 4, 2023** Gangtok: A flood-affected locality at Singtam in Gangtok district, Sikkim. A sudden cloud burst over Lhonak Lake in North Sikkim on Wednesday has resulted in a flash flood in the Teesta River in Lachen valley, which was compounded by the release of water from a dam. (PTI Photo)(PTI10_04_2023_000113B) *** Local Caption ***

15 से 20 फीट तक बढ़ गया नदी का जलस्तर

एक जानकारी के अनुसार बादल फटने की घटना से तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक 15 से 20 फीट तक बढ़ गया. अचानक आई बाढ़ से आसपास के इलाकों में पानी भर गया इसके अलावा कई घरों में नदी का पानी घुस गया.लोग बाढ़ग्रस्त इलाकों को छोड़कर सुरक्षित इलाकों में चले गए.अचानक बादल फटने के कारण नदी पर बने पुल व सड़कों को भी काफी नुकसान हुआ है.

North Sikkim: Flooded Teesta River at Muguthang in north Sikkim, Wednesday, Oct. 4, 2023. A sudden cloud burst over Lhonak Lake in North Sikkim has resulted in a flash flood in the Teesta River in Lachen valley, which was compounded by the release of water from a dam, leading to 23 army personnel being washed away, camps and vehicles being submerged. (PTI Photo) (PTI10_04_2023_000057B) *** Local Caption ***

लापता हुए जवानों की तलाश जारी

गुवाहाटी के डिफेंस PRO ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसे के बाद सेना के लापता जवानों की तलाशी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.स्थानीय प्रशासन द्वारा भी अपने स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हादसे में अभी तक कोई जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है.  नदी से लगे इलाकों में पानी भर गया है. पुलिस-प्रशासन द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

North Sikkim: A flooded locality in north Sikkim, Wednesday, Oct. 4, 2023. A sudden cloud burst over Lhonak Lake in North Sikkim has resulted in a flash flood in the Teesta River in Lachen valley, which was compounded by the release of water from a dam, leading to 23 army personnel being washed away, camps and vehicles being submerged. (PTI Photo) (PTI10_04_2023_000055B) *** Local Caption ***

Rajasthan Election 2023 : यहां संघर्ष सिर्फ सत्ता का नहीं, विजन, मिशन और भविष्य का, राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री Vs मुख्यमंत्री

Editorial By राजेश कसेरा

जयपुर। चुनाव की आंच से भले पांच राज्यों में सत्ता की सिकाई हो रही है, पर इसकी गर्मी का असर पूरे देश में महसूस हो रहा है। तभी तो राजस्थान चुनाव में तो भाजपा और कांग्रेस से कहीं ज्यादा सीधा मुकाबला देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच दिख रहा है। गहलोत जहां सत्ता वापसी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में मिली हार का हिसाब राजस्थान से चुकता करना चाहते हैं। दोनों राज्यों में पीएम मोदी के ड्राइविंग सीट पर बैठने के बावजूद भाजपा जीत की मंजिल तक नहीं पहुंच पाई और सत्ता हाथ से गंवानी पड़ी। यही कारण है कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम से कहीं ज्यादा पीएम मोदी का फोकस राजस्थान के चुनाव पर है। वे अच्छी तरह से जानते हैं कि गहलोत को उनके गढ़ में मात देकर वे कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। देश की राजनीित में सियासत के सटीक और अमोघ दांव खेलने वाले चुनिंदा राजनीतिज्ञों में गहलोत की गिनती होती है। ऐसे में यदि पीएम मोदी चुनावी मोर्चे पर उनको शिकस्त देने में कामयाब रहे तो वर्ष 2024 की केन्द्र में मिलने वाली तीसरे कार्यकाल की चुनाैतियां आसान हो जाएंगी। मौजूदा सियासत के समीकरणों को देखें तो गहलोत अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसे हैं और उनके अपने उनको संघर्ष करता हुआ देख रहे हैं।

गहलोत की ताकत : दूरदर्शी और सियासत के समीकरण बिठाने में माहिर

राजनीति में जादूगर की उपमा पाने वाले गहलोत ने अपनी राजनीतिक बुद्धिमता, दूरदर्शी सोच और कड़े फैसले के बूते नाम और मुकाम पाया। पांच दशक से राजनीति के मैदान में डटे गहलोत चार बार सांसद, तीन बार केन्द्रीय मंत्री, तीन बार मुख्यमंत्री और इतनी ही बार प्रदेशाध्यक्ष रहे। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की सूची से वे कभी बाहर नहीं हुए। गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ काम किया। वर्ष 2014 के बाद देश में मोदी और शाह के नेतृत्व में फैली भाजपा की लहर को बांधने का काम गहलोत ने दमदार तरीके से किया। 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बतौर प्रभारी गहलोत ने मोदी और शाह के सशक्त गढ़ की नींव हिलाकर रख दी। यदि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व गहलोत को मजबूती के साथ काम करने के लिए फ्री हैण्ड देता तो आज देश में पार्टी का अस्तित्व कमजोर नहीं पड़ता।

गहलोत की कमजोरी : अपनों से मिले संघर्षों से पांच साल लगातार जूझते रहे

तीसरे कार्यकाल के पहले चार साल गहलोत अंदरूनी सियासी संग्राम से जूझते रहे। इस दौरान कोरोना ने भी कामकाज की रफ्तार पर ब्रेक लगाए रखा। ऐसे में चुनावी साल में घोषणाओं और उनके क्रियान्वयन में गहलोत ने पूरा दम-खम झोंक दिया। लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुश्किल समय में उनका साथ नहीं दिया। इसका परिणाम यह रहा कि वे सरकार बचाने के संघर्ष में लगे रहे। प्रदेश महंगाई, महिला अपराध, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों से जूझता रहा। मंत्री और विधायक विवादों में घिरे रहे। विपक्ष ने भी इन्हीं मुद्दों पर सरकार को घेरा। पीएम मोदी ने भी अपनी 10 यात्राओं के दौरान चुन-चुन कर गहलोत पर निशाने साधे और जयपुर रैली में तो उनकी सरकार को शून्य नंबर तक दे दिए। 

पीएम मोदी की रणनीति : राजस्थान को जीतकर गहलोत को कमजोर करना

राजस्थान में भाजपा के चुनाव अभियान की कमान हाथ में लेकर प्रधानमंत्री मोदी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की नींव को मजबूत करना चाहते हैं। भाजपा के सभी दिग्गज रणनीतिकार मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा ये अच्छी तरह से जानते हैं कि राजस्थान में गहलोत को मात देकर वे सिर्फ यहां सत्ता हासिल नहीं करेंगे, बल्कि कांग्रेस के सबसे मजबूत पिलर को कमजोर कर देंगे। कांग्रेस के मौजूदा शीर्ष नेतृत्व की बात करें तो गहलोत के कैडर का कोई बड़ा नेता वहां नहीं है। यही कारण है कि पार्टी उनके कद के अनुरूप उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष का जिम्मा देना चाहती थी। इसके बाद इंडिया गठबंधन के संयोजक के रूप में भी कांग्रेस ने उनको दमदार विकल्प के रूप में माना। लेकिन गहलोत ने प्रदेश छोड़कर जाने से इनकार किया तो भाजपा को अवसर मिल गया कि गहलोत को घेरने का इससे अच्छा मौका उनको नहीं मिलेगा। यही कारण रहा कि भाजपा ने यहां मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में किसी को आगे नहीं किया और पार्टी के चुनाव चिन्ह कमल को सामने रख दिया। इस चिन्ह की परछाई खुद मोदी बन गए और वे पूरी रणनीति बनाकर गहलोत को मात देने में जुटे हैं। वे राजस्थान के दौरों के दौरान केवल गहलोत पर कड़े वार करते हैं और उनको बयानबाजी में उलझाने का क्रम करते हैं। लेकिन गहलोत भी सियासत का जवाब उसी तेवरों के साथ देते हैं और अपने मिशन में लगे रहते हैं।

Stock Market Big Update: चौतरफा बिकवाली से बाजार में आहाकार, सेंसेक्स 600 अंक नीचे गिरा, Axis Bank के शेयर 5% गिरे

दिल्ली। बुधवार को शेयर बाजार में आहाकार मचा हुआ है. चारो तरफ से शेयर के बिकने के कारण बाजार में गिरावट जारी है. इसका मुख्य कारण ग्लोबल संकेतों को माना जा रहा है.  बुधवार सुबह इंडेक्स का बाजार लाल निशान के साथ खुला. ताजा रिर्पोट के अनुसार BSE सेंसेक्स 385 अंक गिरते हुए 65,100 के लेवल पर आ गया. इसी के साथ NIfty भी 100 अंक की गिरावट के साथ 19,400 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है.

एक तरफ जंहा बाजार की बिक्री का जोर रहा वहीं इसके ठीक विपरीत FMCG सेक्टर में खरीदारी रही. इसकी वजह से नेस्ले कंपनी के शेयर में 1% से ज्यादा उछाल देखने को मिली. बाजार में अभी भी ऑटो, बैंकिंग, रियल्टी सेक्टर में बिक्री जारी है. Axis बैंक के शेयर में 3 फीसदी से ज्यादा टूट देखने को मिली. बुधवार को सीमेंट सेक्टर फोकस देखने को मिली.इससे पहेल मंगलवार को BSE सेंसेक्स में 316 अंको की गिरावट देखने को मिली. जिसके कारण यह 65,512 पर बंद हुआ था.

वहीं पर बुधवार को  ALEMBIC PHARMA के शेयर में गिरावट आ गई. दरअसल कंपनी के सिक्किम प्लांट में पानी घुस गया. जिस कारण मैन्युफैक्चरिंग पर असर पड़ गया. और BSE पर ALEMBIC PHARMA के शेयरों में डेढ़ फीसदी की गिरावट देखने को मिली. इसका एक शेयर की कीमत 778.10 रुपए पर आ गई.

ED Raid on AAP MP Sanjay Singh : भाजपा उठा रही है हताश भरे कदम, केजरीवाल ने पीएम पर साधा निशाना

नई दिल्ली। बुधवार सुबह आप से राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कार्रवाई की. इस कार्रवाई पर अब दिल्ली के सीएम और आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने निशाना साधा है. केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह के आवास पर प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) के छापे दिखाते हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव में हार को देखते हुए हताशा भरे कदम उठा रही है. ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा कि ऐसे कई छापे मारे जाएंगे, लेकिन डरने की कोई जरूरत नहीं है.

आबकारी नीति से जुड़े मामले में पड़ा छापा

अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले के संबंध में बुधवार सुबह ‘आप’ सांसद संजय सिंह के परिसरों पर छापे मारे. उन्होंने बताया कि मामले से जुड़े कुछ अन्य लोगों के परिसर पर भी छापे मारे जा रहे हैं. केजरीवाल ने ओखला ‘लैंडफिल’ स्थल के दौरे के बीच पत्रकारों से कहा, ‘‘वे एक साल से कथित शराब घोटाले की जांच कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला है. संजय सिंह के आवास पर कुछ नहीं मिलेगा। जब किसी को हार दिख रही होती है, तो वे हताशा भरे कदम उठाते हैं। अभी यही हो रहा है।’’ उन्होंने दावा किया कि चुनाव नजदीक आने पर ऐसे छापे बढ़ेंगे. केजरीवाल ने कहा, ‘‘चुनाव नजदीक आने पर ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग और पुलिस-सभी एजेंसियां सक्रिय हो जाएंगी. कल पत्रकारों के परिसरों पर छापे मारे थे और आज संजय सिंह के परिसर पर। ऐसे कई छापे मारे जाएंगे, लेकिन डरने की कोई बात नहीं है।’’ उच्चतम न्यायालय द्वारा पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के संबंध में केजरीवाल ने कहा, ‘‘बच्चों की दुआएं उनके साथ हैं। हमें उम्मीद है कि उन्हें आज उच्चतम न्यायालय से न्याय मिलेगा।’’

Maharashtra News : अस्पताल के डीन से करवाया शौचालय साफ, सांसद पर हुआ केस दर्ज

छत्रपति संभाजीनगर । पुलिस ने शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जानकारी के अनुसार शिवसेना के सांसद हेमंत पाटिल ने मंगलवार को नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल का जायजा लिया. इस दौरान सांसद ने अस्पताल के कार्यवाहक डीन से एक गंदा शौचालय साफ करवाया. इस पर अस्पताल के कार्यवाहक डीन एस आर वकोडे ने सरकारी सेवक के काम में बाधा डालने और उसका अपमान करने के आरोप में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया.

इस अस्पताल में हुई थी एक साथ 31 मरीजों की मौत

दरअसल 30 सितम्बर से दो अक्टूबर के बीच इस अस्पताल में 12 शिशुओं समेत 31 मरीजों की मौत हो गई थी. इस हादसे को लेकर जनता के बीच आक्रोश था. इस दौरान सांसद पाटिल मंगलवार को डॉक्टर शंकरराव चह्वाण राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें पाटिल को वकोडे को एक झाडू थमाते और उनसे गंदा शौचालय साफ करवाते हुए देखा जा सकता है.

सरकार करती है करोड़ो रुपए खर्च

सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना से जुड़े पाटिल ने कहा कि “सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन मुझे यहां के हालात देखकर दुख हुआ. शौचालय महीनों से साफ नहीं किए गए हैं.अस्पताल के वार्ड में बने शौचालयों पर ताला लगा है। शौचालयों में पानी नहीं है।” पुलिस ने अब वकोडे की शिकायत के बाद पाटिल और 10-15 अन्य लोगों के खिलाफ बुधवार को सुबह भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 353 (सरकारी सेवक को उसके कर्तव्यों के निवर्हन से रोकने के लिए उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग करना), धारा 500 (मानहानि) और 506 (आपराधिक धमकी) के साथ ही अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया.

घटना का वीडियो हुआ वायरल

दर्ज शिकायत में बताया गया कि वकोडे मंत्री के दौरे की तैयारियों में व्यस्त थे, तभी पाटिल मंगलवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे डीन के कार्यालय में आए. शिकायत के अनुसार, एक वार्ड की तरफ जाते वक्त पाटिल ने उन्हें अस्पताल का शौचालय दिखाने के लिए कहा। शौचालय के गंदा होने पर पाटिल ने डीन से उसे साफ कराया. शिकायत में दावा किया गया है कि इस घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिससे डीन की मानहानि हुई है. शिकायत में वकोडे ने कहा कि बाद में पाटिल ने उनसे अस्पताल के वार्ड नंबर छह का एक शौचालय भी साफ कराया। उन्होंने कहा, ‘‘घटना के बाद मेरा रक्तचाप बढ़ गया।’’

न्यायालय ने अजमेर दरगाह के मौलवी को जमानत देने से किया इनकार

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाने के लिए लोगों को उकसाने के मामले में अजमेर दरगाह के मौलवी सैयद हुसैन गौहर चिश्ती को मंगलवार को जमानत देने से इनकार किया।

चिश्ती ने कथित तौर पर पिछले साल भाजपा की तत्कालीन प्रवक्ता के खिलाफ दरगाह परिसर में लोगों से सर तन से जुदा नारा लगाने के लिए कहा था।

शर्मा ने एक टीवी कार्यक्रम में कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था।

न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने आरोपी और राजस्थान सरकार की दलीलों पर गौर किया और जमानत याचिका खारिज कर दी।

राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ वकील मनीष सिंघवी ने किया।

पीठ ने जमानत याचिका खारिज करते हुए निचली अदालत से सुनवाई में तेजी लाने और 6 महीने में सुनवाई पूरी करने को कहा।

Met Gala 2025: Bollywood Celebrities जिसने लूटी महफ़िल – शाहरुख, आलिया और भी कई सितारे ₹25,000 के अंदर बेस्ट Phones: Top 7 Smartphones with Best Features & Performance! महाशिवरात्रि 2025: जानिए पूजा विधि, मंत्र जाप और रहस्यमयी महत्व Naga Sadhu Facts: नागा साधुओं के बारे में 7 रोचक तथ्य: रहस्य, साधना और जीवनशैली Best Indoor Cat Breeds- सबसे अच्छी इनडोर बिल्लियाँ