अमेरिका। अमेरिका के न्यूजर्सी में 185 एकड़ में फैले सबसे बड़े हिंदू मंदिर बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम को उद्घाटन के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।
अमेरिका और दुनिया भर में रहने वाले लोगों के लिए यह मंदिर एकता, शांति और सद्भाव का संदेश देता है।
न्यूजर्सी के रॉबिन्सविले में अक्षरधाम मंदिर का नौ दिवसीय उद्घाटन समारोह उत्सव 30 सितंबर को शुरू हुआ था। महंत स्वामी महाराज की उपस्थिति में रविवार को मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।
स्वामी महाराज ने अनुष्ठानों और पारंपरिक समारोहों के बीच मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया। भगवान स्वामीनारायण को समर्पित इस मंदिर का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था और इस वर्ष समाप्त हुआ। इस मंदिर को दुनिया भर के 12,500 स्वयंसेवकों द्वारा बनाया गया है। मंदिर की कई प्रमुख अनूठी विशेषताओं में से एक पत्थर से निर्मित अब तक का सबसे बड़ा गुंबद है।
स्वयंसेवक लेनिन जोशी ने कहा कि स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर भारत की विरासत और संस्कृति को आधुनिक अमेरिका के सामने प्रस्तुत करता है।
हैदराबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत करते हुए मंगलवार को आदिलाबाद में एक जनसभा को संबोधित करने के साथ हैदराबाद में बुद्धिजीवियों के सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों ने बताया कि शाह दोपहर तीन बजे रैली को संबोधित करेंगे और शाम के समय बुद्धिजीवियों के सम्मेलन में शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि इस दौरान शाह के पार्टी नेताओं से मुलाकात करने और चुनावी रणनीतियां बनाने की उम्मीद है.
अभियान को मिलेगी गति
तेलंगाना में भाजपा को उम्मीद है कि शाह की इस यात्रा से 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उसके अभियान को गति मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने की शुरुआत में तेलंगाना में महबूबनगर एवं निजामाबाद में विकास कार्यक्रमों में शामिल हुए थे और उन्होंने दो रैलियों को संबोधित किया था. मोदी ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना की घोषणा की थी जिसकी निजामाबाद में किसान लंबे समय से मांग कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने राज्य में केंद्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय की स्थापना की भी घोषणा की थी. आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम में केंद्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय की स्थापना का आश्वासन दिया गया था. विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के हिस्सा लेने की संभावना है.
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में पुलिस ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ( एएमयू) के परिसर में विरोध मार्च निकालने पर सोमवार को चार नामजद समेत कई छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में कई छात्रों पर मामला दर्ज किया है, जिनमें से चार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. छात्रों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत जारी आदेश की अवज्ञा) और 505 (सार्वजनिक उत्पात फैलाने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
रविवार को किया था विरोध मार्च
छात्रों ने रविवार रात एएमयू परिसर में डक प्वाइंट से बाबे सर सैयद गेट तक विरोध मार्च निकाला. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने अपने मार्च के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं ली थी. दर्ज प्राथमिकी में कहा गया कि छात्रों ने एक ‘चरमपंथी समूह’ के ‘समर्थन’ में विरोध-प्रदर्शन किया. पाठक ने बताया कि आतिफ, खालिद, कामरान और नावेद चौधरी दर्ज प्राथमिकी में नामित चार छात्र हैं. इस बीच, अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने एक बयान में कहा कि उन्होंने पुलिस और एएमयू के कार्यवाहक कुलपति से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. एहतियात के तौर पर पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है.
स्टॉकहोम। हार्वर्ड विश्वविद्यालय की प्रोफेसर क्लॉडिया गोल्डिन को श्रम बाजार में स्त्री-पुरुष के बीच भेदभाव संबंधी समझ को बेहतर बनाने के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। ‘रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज’ के महासचिव हैंस एलेग्रेन ने सोमवार को यहां पुरस्कार की घोषणा की। गोल्डिन इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाली तीसरी महिला हैं।
अर्थशास्त्र विज्ञान क्षेत्र में पुरस्कार विजेता का चयन करने वाली समिति के प्रमुख जैकब स्वैनसन ने कहा श्रम बाजार में महिलाओं की भूमिका को समझना समाज के लिए महत्वपूर्ण है। क्लॉडिया गोल्डिन के अभूतपूर्व शोध के लिए धन्यवाद, अब हम अंतर्निहित कारकों के बारे में और अधिक जानते हैं और भविष्य में किन बाधाओं को दूर करने की आवश्यकता हो सकती है।
पुरस्कार समिति के सदस्य रैंडी एच. ने कहा कि गोल्डिन समाधान पेश नहीं करती हैं, लेकिन उनका शोध नीति निर्माताओं को समस्या से निपटने में मददगार साबित हो सकता है। गोल्डिन (श्रम बाजार में) लैंगिक भेदभाव के मूल स्त्रोत पर ध्यान आकर्षित करती हैं और यह कि समय के साथ और विकास के क्रम में इसमें किस तरह बदलाव आया। इसलिए, कोई एक नीति काफी नहीं है। एलेग्रेन ने बताया कि पुरस्कार की घोषणा के बाद 77 वर्षीय गोल्डिन आश्चर्यचकित और बेहद खुश हुई।
नोबेल पुरस्कार के तहत विजेता को 10 लाख डॉलर का पुरस्कार दिया जाता है। दिसंबर में ओस्लो और स्टॉकहोम में होने वाले पुरस्कार समारोहों में विजेताओं को 18 कैरट का स्वर्ण पदक और एक डिप्लोमा भी दिया जाता है।
जयपुर। सोमवार को भारतीय निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. इसके साथ सभी दलो के द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि कैसे भी करके चुनावों में फतह हासिल कर सके. इसको लेकर कांग्रेस भी अपने सभी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे रही है. इसके तहत सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के फोन पर एक ऑडियो संदेश भेजा जा रहा है. इस संदेश में अशोक गहलोत कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए सुनाई दे रहे हैं. अशोक गहलोत कह रहे हैं कि कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत से ही 2018 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी. अब इसे 2023 में भी दोहराना है.
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने अपने ऑडियो संदेश में कहा, ‘नमस्कार, मैं अशोक गहलोत हूं। आप कांग्रेस परिवार के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं. जैसा कि आप जानते हैं कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. यह आपकी दिन-रात की अथक मेहनत का ही परिणाम है कि 2018 में राजस्थान में सरकार बन सकी. आपके द्वारा ऐतिहासिक जनकल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के कारण ही कांग्रेस सरकार दोबारा इसे दोहरा सकती है. आपकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. अगले दो महीनों तक हमें सभी आपसी मतभेद भुलाकर केवल पार्टी हित में काम करना होगा।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विचारों को मजबूत करने और कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए फिर से एकजुट होकर बड़ा संकल्प लेना होगा.
कांग्रेस का नया नारा… काम किया दिल से…
मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि इस बार चुनौती बहुत बड़ी है। देश के सामने भी और पार्टी के सामने भी. ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम राजस्थान में कैसे सफल हो सकें, जिससे देश में एक संदेश जाए और हम आने वाले समय में सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकें। ‘काम किया दिल से, कांग्रेस फिर से.’ अशोक गहलोत का यह संदेश ऐसे समय में कार्यकर्ताओं को मिला है, जब राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची जारी होने वाली है. आज दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक भी हुई, जिसमें पार्टी आलाकमान के साथ उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की खबर है. ऐसे में राजस्थान के सियासी गलियारों में सीएम के इस ऑडियो संदेश के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
हम सब एक जुट- डोटासरा
कांग्रेस राजस्थान के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पार्टी में एकजुटता को लेकर पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस में कोई फूट नहीं है. उन्होंने कहा कि हम एक हैं. हम एकजुटता से काम करते हैं. हम अब जनता के बीच जाकर राजस्थान सरकार के सभी कामों के बारे में बताएंगे और हमें पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार का समर्थन करेगी.
जयपुर। निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राजस्थान में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है और इसके साथ ही अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादलों पर रोक लग गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने सोमवार को यहां मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता भी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।
आचार संहिता लागू होने के साथ ही राज्य में स्थानान्तरण और नियुक्तियों पर रोक लग गई है। अति आवश्यक होने पर राज्य सरकार निर्वाचन आयोग से मंजूरी लेने के बाद ही चुनाव से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को स्थानान्तरित कर सकेगी। उन्होंने कहा कि घोषित कार्यक्रम के अनुसार राज्य की सभी दो सौ सीटों के लिए आगामी 23 नवबंर को मतदान होगा और तीन दिसंबर को मतगणना होगी। राज्य में कुल 5 करोड़ 27 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। 30 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन दाखिल करने का काम शुरू हो जाएगा। राज्य में छह नवंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। सात नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 9 नवम्बर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में 34 अनुसूचित जाति, 25 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। विधानसभा चुनाव में सभी दो सौ सीटों पर केन्द्रीय पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया और उम्मीदवारों के खर्चे पर नजर रखेंगे। प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव के कानून एवं व्यवस्था के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे। गुप्ता ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए प्रदेश में पहली बार विधानसभा आम चुनावों में होम वोटिंग की पहल की गई है। इन चुनावों में पात्र 18.05 लाख से अधिक मतदाताओं को विकल्प के तौर पर ये सुविधा मिल सकेगी।
जयपुर। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को घोषित किये गए (चुनाव) कार्यक्रम के अनुसार मतदान 23 नवंबर को और मतगणना 3 दिसंबर को होगी। राज्य विधानसभा की कुल 200 सीट में इन 15 सीट पर मुख्य रूप से सभी की नजर रहेगी-
1. सरदारपुरा:
जोधपुर जिले में कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली सरदारपुरा सीट पर 1999 से अशोक गहलोत लगातार जीत रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें 63 फीसदी वोट मिले थे।
2. झालरापाटन:
झालावाड़ जिले में भाजपा के इस गढ़ का प्रतिनिधित्व 2003 से वसुंधरा राजे कर रही हैं। राजे ने पिछले चुनाव में यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह जसोल को लगभग 35,000 मतों के अंतर से हराया था।
3. टोंक:
राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व को चुनौती दे रहे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने 2018 में यह सीट जीती थी। इस विधानसभा क्षेत्र में गुर्जर, अनुसूचित जाति और मुस्लिम मतदाताओं का अनुपात अधिक है।
4. लक्ष्मणगढ़:
भाजपा इस सीट पर सिर्फ एक बार 2003 में जीती है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा 2008 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
5. झुंझुनू:
जाट नेता शीशराम ओला ने 3 बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया, और उनके बेटे बृजेंद्र ओला 2008 से यहां जीत रहे हैं। राजस्थान के पहले विधानसभा अध्यक्ष नरोत्तम लाल (कांग्रेस) यहीं से थे। विधानसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा सिंह यहां से 6 बार निर्वाचित हुई, जिनमें से 4 बार उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की।
6. चुरू:
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने 1990 के बाद भाजपा के इस गढ़ का 6 बार प्रतिनिधित्व किया है। कांग्रेस नेता डोटासरा का दावा है कि इस निर्वाचन क्षेत्र में जनता का मिजाज बदल गया है, और उन्होंने राठौड़ को चुनौती दी है कि वे यहां से फिर चुनाव लड़ें।
7. उदयपुरवाटी:
हाल ही में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए गए राजेंद्र गुढ़ा ने 2008 और 2018 में बसपा के टिकट पर यह सीट जीती थी, लेकिन दोनों ही बार वह कांग्रेस में चले गए। गुढ़ा का दावा है कि उनके पास गहलोत के भ्रष्टाचार के विवरण वाली लाल डायरी है। गुढ़ा हाल में एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना में शामिल हो गए।
8. कोटा उत्तर:
1993 से यह सीट बारी-बारी से भाजपा और कांग्रेस जीतती रही है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 2003 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। राजस्थान के मंत्री और वर्तमान विधायक शांति धारीवाल इस निर्वाचन क्षेत्र से हैं, और वह चाहते हैं कि इस बार उनके बेटे को यहां से कांग्रेस का टिकट दिया जाए।
9. अंता:
राजस्थान के खान मंत्री प्रमोद जैन भाया इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन अगर कांग्रेस ने उन्हें फिर से प्रत्याशी बनाया तो उन्हें अपनी ही पार्टी के भरत सिंह कुंदनपुर से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
10. उदयपुर:
गुलाब चंद कटारिया इस साल की शुरुआत में असम के राज्यपाल नियुक्त किए गए, जिससे यह सीट खाली हुई। कटारिया 6 बार यहां से विधायक रहे। ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा अब यहां पूर्व मेवाड़ राजपरिवार के किसी सदस्य को चुनाव मैदान में उतार सकती है।
11. खाजूवाला:
चर्चा है कि इस सीट पर दलित नेता और राजस्थान के मंत्री गोविंद राम मेघवाल और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बीच मुकाबला हो सकता है।
12. पोकरण:
यहां अक्सर चुनाव धार्मिक आधार पर लड़े जाते हैं। मुस्लिम धर्मगुरु गाजी फकीर के बेटे सालेह मोहम्मद ने 2018 में हिंदू संत और भाजपा उम्मीदवार प्रताप पुरी को हराया था। दोनों का एक दूसरे से फिर से आमना-सामना होने की संभावना है।
13. बीकानेर पश्चिम:
शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला इस सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन गहलोत के ओएसडी (विशेष अधिकारी) लोकेश शर्मा लगातार दौरा कर रहे हैं और पार्टी के टिकट के दावेदार हो सकते हैं।
14. खींवसर:
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल जाटों के गढ़ नागौर में स्थित इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।
15. ओसियां:
सचिन पायलट समर्थक दिव्या मदेरणा यहां से पहली बार की कांग्रेस विधायक हैं। लेकिन आरएलपी के बेनीवाल यहां कई रैली कर चुके हैं और उनकी पार्टी उनके लिए चुनौती खड़ी कर सकती है।
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है. सोमवार को भारत निर्वाचन आयोग ने प्रेस कांफ्रेस कर पांच राज्यो में चुनाव की तारीखो का एलान किया. इसको लेकर बीजेपी ने अपना पहली सूची जारी कर दी है. बीजेपी ने 41 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है.
बीजेपी ने सांसद पर खेला अपना दाव
बीजेपी ने सांसद पर खेला अपना दाव
बीजेपी ने राजस्थान में भी एमपी के तरह ही कई सांसदों पर दाव खेला है राजकुमारी दिया कुमारी को जयपुर के विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया है. इसके साथ ही झोटवाड़ा विधानसभा से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को उम्मीदवार घोषित किया है इसके अलावा मंडावा से नरेंद्र कुमार, तिजारा से बाबा बालकनाथ, सवाई माधोपुर से किरोड़ी लाल मीणा, किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी, सांचौर से सांसद देवजी पटेल पर अपना दाव खेला है.वहीं टोंक के देवली से स्व.किरोड़ी सिंह बैसला के बेटे विजय बैसला को मैदान में उतारा है.
पहली सूची में सिर्फ 10 फीसदी महिला उम्मीदवारों के नाम
वही महिला आरक्षण बिल को लाने वाली भाजपा ने अपनी पहले 41 उम्मीदवारों के नामों की सूची में केवल 10 फीसदी महिलाओं को टिकट दिया है. गंगानगर विधानसभा झेत्र से जयदीप बिहाणी, भादरा विधानसभा क्षेत्र से संजीव बेनीवाल, डूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से ताराचंद सारस्वत, चुरु के सुजानगढ़ से संतोष मेघवाल, झुंझुनू से बबलू चौधरी, मंडावा से नरेन्द्र कुमार, नवलगढ़ से विक्रम सिंह जाखल को टिकट मिला.
रिटार्यड IAS को बीजेपी दे रही मौका
बीजेपी ने उदयपुरवाटी सीट से शुभकरण चौधरी, फतेहपुर से श्रवण चौधरी, लक्षमणगढ़ से सुभाष मेहरिया, सीकर के दातारामगढ़ से गजानंद कुमावत, कोटपुतली से हंसराज पटेल गुर्जर, दूदू से प्रेम चंद बैरवा, बस्सी से चन्द्रमोहन मीणा रिटायर्ड IAS, बानसूर से देवी सिंह शेखावत, अलवर ग्रामीण से जयराम जाटव पर अपना दाव खेला है.
पहली लिस्ट में इनका कटा टिकट
सोमवार को बीजेपी ने पहली लिस्ट में राजपाल सिंह शेखावत और नरपत सिंह राजवी के टिकट काटते हुए क्रमश विद्याधर नगर (जयपुर) से विधायक नरपत सिंह राजवी की जगह सांसद दीया कुमारी और झोटवाड़ा (जयपुर) से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत की जगह सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को मौका दिया गया है. वहीं सीकर की हाट सीट से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने लक्ष्मणगढ़ से बीजेपी ने सीकर के पूर्व सांसद सुभाष महरिया को टिकट दिया है. महरिया ने हाल में बीजेपी जॉइन की थी. इसके अलावा देवली उनियारा से कर्नल किरोड़ीलाल बैंसला के बेटे विजय बैंसला को बीजेपी ने टिकट दिया है. इसके अलावा 2022 में हुए विधानसभा उपचुनाव में सहाड़ा (भीलवाड़ा) से लड़े रतनलाल जाट का टिकट बीजेपी ने काट दिया है जहां इस बार लादूलाल पितलिया को बीजेपी ने मौका दिया है.
बीजिंग। अमेरिकी सीनेट में बहुमत दल के नेता चक शूमर ने सोमवार को चीन की आलोचना की और चीन के विदेश मंत्री वांग यी को बताया कि हाल में हमास के हमले पर चीन की टिप्पणी को लेकर वह बहुत निराश हैं क्योंकि एशियाई राष्ट्र ने इजराइल के प्रति किसी प्रकार की सहानुभूति या फिर समर्थन नहीं दिखाया. संसद के उच्च सदन में बहुमत दल के नेता शूमर, इस सप्ताह चीन के दौरे पर पहुंचे छह अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. तीन डेमोक्रेट और तीन रिपब्लिकन सांसदों वाले इस प्रतिनिधिमंडल का 2019 के बाद से अमेरिकी सांसदों द्वारा किया जाने वाला यह पहला चीनी दौरा है. यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब अमेरिकी संसद में चीन पर लगातार हमला बोला जा रहा है.
हमले मे हजारों लोगो की हुई मृत्यु
शूमर ने कहा, ”मैं आपसे और चीनी लोगों से इजराइली लोगों के साथ खड़े होने और इन कायरना व घातक हमलों की निंदा करने का आग्रह करता हूं।” चीन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में दोनों पक्षों से संयम बरतने और दुश्मनी को तुरंत समाप्त करने का आह्वान किया था। हालांकि बयान में शनिवार को तड़के हमास द्वारा किए गए इस घातक हमले का कोई उल्लेख नहीं किया गया. इजराइल-फलस्तीन संघर्ष में 1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं और दोनों पक्षों के हजारों लोग घायल हुए हैं। इजराइली सैनिक सीमा को सुरक्षित करने और दक्षिणी इजराइली इलाकों से आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए सोमवार को भी लड़ रहे हैं. चीन के मंत्रालय ने अपने बयान में यह भी कहा था कि एक स्वतंत्र देश के रूप में फलस्तीन की स्थापना इस मुद्दे को हल करने का सबसे सही तरीका है.
गंगटोक। सिक्किम को तबाह करने वाली तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद गाद और मलबे से अब तक सेना के 10 जवानों सहित 34 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 105 से अधिक लोगों की तलाश जारी है जो अब भी लापता हैं। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि वायु सेना ने हिमालयी राज्य सिक्किम में बचाव और राहत अभियान शुरू कर दिया है और फंसे हुए पर्यटकों के पहले जत्थे को लाचेन से उत्तरी सिक्किम के मंगन तक पहुंचाया है।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सशस्त्र बलों के साथ समन्वित राहत और बचाव कार्यों के लिए मुख्य सचिव वीबी पाठक, गंगटोक पहुंचे थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सिक्किम में 34 लोगों की मौत की सूचना के अलावा निकटवर्ती उत्तरी पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कहा कि तीस्ता नदी के निचले हिस्से से 40 शव निकाले गए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने आगाह किया कि दोनों राज्यों द्वारा बताए गए आंकड़े में कुछ दोहराव हो सकता है।
सिक्किम के पाकयोंग जिले में सबसे अधिक 22 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 10 सेना के जवान शामिल हैं। इसके बाद गंगटोक में छह, मंगन में चार और नामची में दो लोग मारे गए हैं। मंगन जिले में ल्होनक झील पर बादल फटने के छह दिन बाद कुल 105 लोग लापता हैं। बादल फटने के कारण तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई, जिससे हिमालयी राज्य के चार जिलों में नदी बेसिन के कई शहरों में बाढ़ आ गई। सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बुलेटिन के अनुसार, लापता लोगों में से 63 पाकयोंग से, 20 गंगटोक से, 16 मंगन से और छह नामची से हैं।
कच्चे और पक्के दोनों तरह के 3,432 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुल 5,327 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है। कुल 14 पुल या तो बह गए या जलमग्न हो गए, जिससे राज्य में सड़क संपर्क प्रभावित हुआ। अचानक आई बाढ़ से कुल 6,505 लोग बेघर हो गए हैं और उन्होंने चार जिलों में 26 राहत शिविरों में शरण ली है। अचानक आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या 85,870 थी। इस बीच, मुख्यमंत्री तमांग ने अपने आधिकारिक आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई जहां उन्होंने मुख्य सचिव वीबी पाठक, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और अन्य अधिकारियों के साथ चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।
एक अधिकारी ने बताया कि बैठक रक्षा बलों के साथ मिलकर फंसे हुए लोगों को तेजी से बचाने के उपायों पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी। भारतीय वायु सेना ने सिक्किम में मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू कर दिया है और लाचेन से मंगन तक फंसे पर्यटकों के पहले जत्थे को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित जगह पहुंचाया है। इसने लाचेन तक आपातकालीन सेवा कर्मियों और आवश्यक साजो सामान भी पहुंचाया। पहले जत्थे में बचाए गए पर्यटकों की कुल संख्या तुरंत ज्ञात नहीं है, लेकिन अभियान में इस्तेमाल किए गए एमआई-17 हेलीकॉप्टर की क्षमता 25-30 लोगों को ले जाने की है।
रक्षा अधिकारी ने कहा वायुसेना दिवस पर वायुसेना ने सिक्किम के बाढ़ पीड़ितों के लिए वायु सेना अड्डा बागडोगरा से मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू किया। वायु सेना ने रविवार से चिनूक और एमआई 17 वी5 हेलीकॉप्टरों द्वारा गरुड़ कमांडो, संचार उपकरण, ईंधन, दवाएं, खोज और बचाव उपकरण राज्य में पहुंचाना शुरू कर दिया है। पूर्वी वायु कमान मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) कार्यों का समन्वय कर रही है। वायुसेना बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिसने इस छोटे से हिमालयी राज्य को तबाह कर दिया है। मौसम की स्थिति में सुधार होते ही फंसे हुए पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।
मौसम विभाग ने सोमवार को अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कई स्थानों पर गरज और बिजली कड़कने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है। इस बीच पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कहा है कि उन्होंने अब तक तीस्ता नदी से 40 शव बरामद किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 10 शवों की पहचान की जा चुकी है। चूंकि दोनों राज्यों में तीस्ता द्वारा छोड़ी गई गाद और मलबे से अब भी शव मिल रहे हैं, इसलिए विस्तृत जानकारी जुटाने के बाद अगले कुछ दिनों में मृतकों की कुल संख्या स्पष्ट हो जाएगी।