Thursday, June 19, 2025
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हमर राज पार्टी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 19 उम्मीदवारों की सूची की जारी…

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज के प्रमुख संगठन हमर राज पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 19 उम्मीदवारों की सूची जारी की। सूची में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक पूर्व अधिकारी का नाम भी शामिल है।

हमर राज पार्टी ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 10 सीटों और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 2 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के लिए 2 चरणों में 7 और 17 नवंबर को मतदान होगा। हमर राज पार्टी ने सामान्य सीटों पर भी आदिवासियों को मैदान में उतारा है। सूची में 19 उम्मीदवारों में से 2 अनुसूचित जाति वर्ग के हैं और शेष 17 उम्मीदवार आदिवासी समाज से हैं। सूची में 3 महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

राज्य में आदिवासी समाज का संगठन सर्व आदिवासी समाज (एसएएस) द्वारा गठित इस पार्टी ने पहले आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सभी 29 सीटों सहित 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी, लेकिन पार्टी अब 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है। एसएएस के कार्यकारी अध्यक्ष बीएस रावटे ने यहां संवाददाता सम्मेलन में सूची जारी की और कहा कि उनकी पार्टी अब 60-70 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है, क्योंकि लोग स्वेच्छा से उनके साथ जुड़ रहे हैं और अधिक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारने का आग्रह कर रहे हैं। रावटे ने कहा कि लोग कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तंग आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी इलाकों के लोग उनकी पार्टी को अपना जनादेश देंगे। हमें जीत या हार की चिंता नहीं है। महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने अपने अधिकारों के लिए और शोषण के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है। पार्टी पहली बार चुनाव मैदान में उतरी है।

पार्टी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी और 2020 में पुलिस उप महानिरीक्षक पद से सेवानिवृत हुए अकबर राम कोर्राम को भानुप्रतापपुर से चुनाव मैदान में उतारा है। यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। कोर्राम ने पिछले वर्ष भानुप्रतापपुर सीट पर हुआ उपचुनाव लड़ा था। यह सीट तत्कालीन विधायक और विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज मंडावी की मृत्यु के बाद रिक्त हो गई थी। उस उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार और मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम को 21,171 मतों से हरा दिया था। निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने वाले कोर्रम ने उपचुनाव में 23,417 वोट हासिल किए थे।

रावटे ने बताया कि अन्य उम्मीदवारों में सूरजपुर जिला पंचायत की सदस्य गीता सोनहा को प्रतापपुर (एसटी) सीट से और स्कूल के पूर्व प्राचार्य भवानी सिंह सिदार को खरसिया सीट से मैदान में उतारा गया है। रावटे ने बताया कि ज्यादातर उम्मीदवार अपने क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हैं।

PM मोदी ने की 23,000 करोड़ रुपये की समुद्री परियोजनाओं की शुरुआत…

मुंबई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को 23,000 करोड़ रुपये की समुद्री परियोजनाओं की शुरुआत की और इसके साथ ही नीली अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घकालिक दृष्टि दस्तावेज जारी किया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार इसमें बंदरगाह सुविधाओं में वृद्धि, सतत प्रथाओं को बढ़ावा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को सुविधाजनक बनाए जाने के मकसद से रणनीतिक पहल की रूपरेखा तैयार की गई है। उन्होंने ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट के तीसरे संस्करण के दौरान भारतीय समुद्री नीली अर्थव्यवस्था के लिए 23,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन कर उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया।

इस शिखर सम्मेलन में भविष्य के पत्तनों सहित समुद्री क्षेत्र से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा बैठक में कार्बन में कटौती (डिकार्बोनाइजेशन), तटीय जहाजरानी और अंतरदेशीय जल परिवहन, पोत निर्माण, वित्त, समुद्री पर्यटन आदि मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के दीनदयाल पत्तन प्राधिकरण में करीब 4,500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टूना-टेकरा टर्मिनल की नींव रखी। इस ग्रीनफील्ड टर्मिनल को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) प्रक्रिया के तहत विकसित किया जाएगा। इस टर्मिनल के एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र के रूप में उभरने की संभावना है और यह अगली पीढ़ी के पोतों का प्रबंधन करेगा और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) के जरिए भारतीय व्यापार के लिए प्रवेश द्वार का कार्य करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने समुद्री क्षेत्र में वैश्विक और राष्ट्रीय भागीदारी के लिए करीब 7.16 लाख करोड़ रुपये के 300 से अधिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) भी समर्पित किए। इस शिखर सम्मेलन में यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया (मध्य एशिया, मध्य पूर्व और बिम्सटेक क्षेत्र सहित) के विभिन्न देशों के मंत्री भाग लेंगे। इस अहम समुद्री कार्यक्रम में वैश्विक मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ), व्यापारिक क्षेत्रों के प्रमुख लोग, निवेशक, अधिकारी और वैश्विक स्तर के अन्य हितधारक भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन में कई राज्यों का भी प्रतिनिधित्व होगा।

कोटा में काले हिरण का शिकार, 2 लोग गिरफ्तार…

कोटा। कोटा के वनक्षेत्र में एक कार में मृत मादा काला हिरन पाए जाने के बाद 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

स्थानीय थाना प्रभारी जगदीश राय ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रविवार देर रात देवली-मांजी थाना क्षेत्र के चोमा कोट गांव के पास, इस लुप्तप्राय प्रजाति के शिकारियों के खिलाफ चलाए गए एक अभियान के दौरान कार में मृत मादा हिरन पाया गया। पुलिस ने जंगल में एक थार जीप में 4 लोगों को देखा और उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह लोग वाहन से उतरकर भागने लगे।

पुलिस दल ने कोटा शहर के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले अब्दुल कलाम (72) और वसीम अंसारी (39) को पकड़ लिया, लेकिन 2 लोग फरार हो गए। वाहन जब्त कर लिया गया है और उसमें से 10 महीने के मृत काले हिरण के अलावा 12 बैरल की बंदूक और कारतूस भी मिले।

फरार हुए लोगों की पहचान सिकंदर और शाहिद के रूप में की गई है। इन चारों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस के साथ मुठभेड़ में तस्कर की मौत…

जयपुर। राजस्थान के पाली जिले में सोमवार देर रात पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक तस्कर मारा गया।

पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ के बाद गुजरात में पंजीकरण नंबर वाली एक एसयूवी से मादक पदार्थ डोडा बरामद किया गया जिसकी तस्करी की जा रही थी। घटना खिंवाड़ा थाना क्षेत्र की है। पुलिस की एक टीम राजसमंद से संदिग्ध वाहन का पीछा कर रही थी।

खिंवाड़ा के थानाधिकारी घेवर राम ने कहा तस्करों ने वाहन का पीछा कर रहे पुलिस दल पर गोलीबारी की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर की मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान दूसरा तस्कर भाग निकला जिसकी तलाश की जा रही है। मारे गए तस्कर की पहचान नहीं हो सकी है। डोडा और एसयूवी इनोवा को जब्त कर लिया गया है।

‘इंडिया’ गठबंधन करता है देश के 60 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व – राहुल गांधी

आइजोल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ देश के 60 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से भी अधिक है।

पार्टी उम्मीदवारों के प्रचार के लिए चुनावी राज्य मिजोरम की यात्रा के दौरान राजधानी आइजोल में राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्षी गठबंधन अपने मूल्यों, संवैधानिक ढांचे और धर्म या संस्कृति से परे लोगों की खुद को अभिव्यक्त करने और सद्भाव से रहने की स्वतंत्रता को संरक्षित कर भारत की अवधारणा की रक्षा करेगा।

भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा हमारे देश के लिए उनका दृष्टिकोण हमसे अलग है। आरएसएस का मानना है कि भारत को एक ही विचारधारा और संगठन द्वारा शासित किया जाना चाहिए, जिसका हम विरोध कर रहे हैं। हम विकेंद्रीकरण में विश्वास करते हैं जबकि भाजपा का मानना है कि सभी निर्णय दिल्ली में लिए जाने चाहिए। उन्होंने भाजपा पर देश के संपूर्ण संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश की नींव स्थापित करने में मदद की है और इस पुरानी पार्टी का उस नींव की रक्षा करने का इतिहास रहा है। पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्य भाजपा और आरएसएस के हमलों का सामना कर रहे हैं, यह आपकी धार्मिक आस्थाओं की बुनियाद के लिए खतरा है। 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए 7 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को मतगणना की जाएगी।

पत्रकार संगठनों ने किया कठोर कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति से हस्तक्षेप का अनुरोध…

नई दिल्ली। नौ पत्रकार संगठनों ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मीडिया कर्मियों के खिलाफ कठोर कानूनों का उपयोग करने के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, इंडियन वुमेन प्रेस कोर्प, प्रेस एसोसिएशन, दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट, डिजिपब, फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट्स क्लब, केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स, वेटरन जर्नलिस्ट ग्रुप और ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन ने भारत में स्वतंत्र मीडिया की अभूतपूर्व स्थिति को लेकर एक प्रदर्शन भी किया। उन्होंने कहा आज, हमारे समुदाय को अधिक घातक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। हमारे पेशे में ज्यादातर लोग काम करने की खतरनाक परिस्थितियों का सामना करते हैं लेकिन पत्रकारों के खिलाफ कठोर कानूनों का प्रयोग काफी बढ़ गया है।

पत्रकार संगठनों ने कहा हम सर्वोच्च संवैधानिक प्राधिकारी होने के नाते आपसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि हमारे संविधान में स्वतंत्रता की सुरक्षा दी गयी है जिसमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, आजीविका की स्वतंत्रता शामिल है। यह पत्र तब लिखा गया है जब कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस ने चीन समर्थक प्रचार के लिए कथित तौर पर धन प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक से जुड़े कई पत्रकारों के परिसरों में छापे मारे।

न्यायालय ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने से किया इनकार…

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय की 5 न्यायाधीशों की पीठ ने मंगलवार को ऐतिहासिक फैसला देते हुए समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने से इनकार कर दिया। न्यायालय ने यह भी कहा कि इस बारे में कानून बनाने का काम संसद का है।

समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दिए जाने का अनुरोध करने संबंधी 21 याचिकाओं पर प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने सुनवाई की। प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायालय कानून नहीं बना सकता, बल्कि उनकी केवल व्याख्या कर सकता है और विशेष विवाह अधिनियम में बदलाव करना संसद का काम है। सुनवाई की शुरुआत में न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि मामले में उनका, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट्ट और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा का अलग-अलग फैसला है। न्यायमूर्ति हिमा कोहली भी इस पीठ में शामिल हैं।

प्रधान न्यायाधीश ने केंद्र, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि समलैंगिक समुदाय के साथ मतभेद नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि समलैंगिकता प्राकृतिक होती है जो सदियों से जानी जाती है और इसका केवल शहरी या अभिजात्य वर्ग से संबंध नहीं है। न्यायमूर्ति कौल ने कहा कि वह समलैंगिक जोड़ों को कुछ अधिकार दिए जाने को लेकर प्रधान न्यायाधीश से सहमत हैं। उन्होंने कहा समलैंगिक और विपरीत लिंग के संबंधों को एक ही सिक्के के 2 पहलुओं के रूप में देखा जाना चाहिए। समलैंगिक संबंधों को कानूनी मान्यता देना वैवाहिक समानता की दिशा में एक कदम है।

न्यायमूर्ति भट्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि वह प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ के कुछ विचारों से सहमत और कुछ से असहमत हैं। प्रधान न्यायाधीश ने इस अहम मामले पर फैसला सुनाते हुए कहा कि विशेष विवाह अधिनियम की व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है या नहीं, इसका निर्णय लेना संसद का काम है। उन्होंने कहा यह अदालत कानून नहीं बना सकती, वह केवल उसकी व्याख्या कर सकती है और उसे प्रभावी बना सकती है।

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायालय सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता का यह बयान दर्ज करता है कि केंद्र समलैंगिक लोगों के अधिकारों के संबंध में फैसला करने के लिए एक समिति गठित करेगा। उन्होंने अपने फैसले का प्रभावी हिस्सा पढ़ते हुए केंद्र, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिया कि वे समलैंगिक अधिकारों के बारे में आम लोगों को जागरूक करने के लिए कदम उठाएं और यह सुनिश्चित करें कि लिंग-परिवर्तन ऑपरेशन की अनुमति उस आयु तक न दी जाए, जब तक इसके इच्छुक लोग इसके परिणाम को पूरी तरह समझने में सक्षम नहीं हों।

प्रधान न्यायाधीश ने पुलिस को समलैंगिक जोड़े के संबंधों को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच करने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि यह सोचना कि समलैंगिकता केवल शहरी इलाकों में मौजूद है, उन्हें मिटाने जैसा होगा और किसी भी जाति या वर्ग का व्यक्ति समलैंगिक हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि विवाह एक स्थिर और अपरिवर्तनीय संस्था है। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि जीवन साथी चुनने की क्षमता अनुच्छेद 21 के तहत जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार से जुड़ी है। संबंधों के अधिकार में जीवन साथी चुनने का अधिकार और उसे मान्यता देना शामिल है। इस प्रकार के संबंध को मान्यता नहीं देना भेदभाव है। समलैंगिक लोगों सहित सभी को अपने जीवन की नैतिक गुणवत्ता का आकलन करने का अधिकार है। इस अदालत ने माना है कि समलैंगिक व्यक्तियों के साथ भेदभाव न किया जाना समानता की मांग है। कानून यह नहीं मान सकता कि केवल विपरीत लिंग के जोड़े ही अच्छे माता-पिता साबित हो सकते हैं क्योंकि ऐसा करना समलैंगिक जोड़ों के खिलाफ भेदभाव होगा।

न्यायालय ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने के अनुरोध वाली याचिकाओं पर अपना फैसला 11 मई को सुरक्षित रख लिया था। केंद्र ने अपनी दलीलें पेश करते हुए न्यायालय से कहा था कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने वाली विभिन्न याचिकाओं पर उसके द्वारा की गई कोई संवैधानिक घोषणा संभवत: सही कार्रवाई नहीं हो क्योंकि अदालत इसके परिणाम का अनुमान लगाने, परिकल्पना करने, समझने और इससे निपटने में सक्षम नहीं होगी। न्यायालय ने इस मामले में 18 अप्रैल को दलीलें सुननी शुरू की थीं।

जयाप्रदा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी…

उत्तर प्रदेश। रामपुर जिले की एमपी-एमएलए अदालत ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित एक मामले में पूर्व सांसद और भाजपा नेता जया प्रदा के खिलाफ सोमवार को गैर-जमानती वारंट जारी किया है।

एमपी-एमएलए अदालत के न्यायाधीश शोभित बंसल ने गैर जमानती वारंट जारी करते हुए मामले की अगली सुनवाई की तारीख 21 अक्टूबर तय की है। जया प्रदा के खिलाफ 2019 में स्वार थाने में मामला दर्ज किया गया था और वह पिछली कुछ सुनवाइयों में अदालत में पेश नहीं हो रही थीं। अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने कहा कि अदालत ने जयाप्रदा को व्यक्तिगत रूप से अदालत में उपस्थित होने के लिए कहा था, लेकिन जब वह हाजिर नहीं हुई तो अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुई समाजवादी पार्टी की पूर्व सांसद जया प्रदा ने सपा नेता मोहम्मद आजम खां के खिलाफ चुनाव लड़ा था मगर उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था।

डेस्टिनेशन वेडिंग में अब गुरु ग्रंथ साहिब रखने पर रोक…

चंडीगढ़। सिख धर्म की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त ने समुद्र किनारे और रिसोर्ट में विवाह के दौरान आचरण संहिता के उल्लंघन का हवाला देते हुए गुरु ग्रंथ साहिब (सिखों की पवित्र पुस्तक) को रखने पर सोमवार को प्रतिबंध लगा दिया।

अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने अमृतसर में 5 तख्तों के सिंह साहिबान की बैठक के बाद इस निर्णय की घोषणा की। सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा संगत की कुछ शिकायतों के अनुसार, कुछ लोग मर्यादा का उल्लंघन करते हुए समुद्र तटों और रिसॉर्ट्स पर गुरु ग्रंथ साहिब की स्थापना कर आनंद कारज (सिख विवाह समारोह) का आयोजन करते हैं। 5 तख्तों के सिंह साहिबान ने समुद्र तटों, रिसॉर्ट्स और डेस्टिनेशन वेडिंग में आनंद कारज करने के लिए गुरु ग्रंथ साहिब को स्थापित करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।

बैठक में जत्थेदार के अलावा तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह, तख्त हरमंदर साहिब के ग्रंथी ज्ञानी गुरमिंदर सिंह और तख्त हजूर साहिब से ज्ञानी गुरदयाल सिंह मौजूद थे। पिछले कई वर्षो में एक चलन सामने आया है, जिसमें सिख समुदाय के लोग रिसॉर्ट, समुद्र तटों और  अन्य स्थलों पर विवाह समारोह के दौरान सिखों की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब को रखते हैं। अकाल तख्त ने होटलों, रिसॉर्ट्स और अन्य स्थानों पर विवाह समारोहों के दौरान सरूप (गुरु ग्रंथ साहिब की एक प्रति) ले जाने पर पहले से ही प्रतिबंध लगा रखा है।

जयशंकर और वियतनामी विदेश मंत्री ने स्मारक डाक टिकट किए जारी…

हनोई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वियतनाम के उनके समकक्ष बुई थान सोन ने भारत-वियतनाम कूटनीतिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर सोमवार को संयुक्त रूप से 2 स्मारक डाक टिकट जारी किए।

रविवार को वियतनाम की 4 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे जयशंकर ने प्रधानमंत्री फाम मिन चिन से मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दीं। इससे पहले, उन्होंने वियतनाम के अपने समकक्ष सोन से मुलाकात की और उनसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर दृष्टिकोण साझा करते हुए व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और समुद्री सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। वियतनाम के सूचना एवं संचार मंत्रालय और विदेश मंत्रालय, भारत के विदेश मंत्रालय, वियतनाम में भारतीय दूतावास और वियतनाम पोस्ट कॉर्पोरेशन द्वारा संयुक्त रूप से जारी डाक टिकट का उद्देश्य दोनों देशों की संस्कृतियों से रूबरू कराना है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये डाक टिकट वियतनाम और भारत की पारंपरिक मार्शल आर्ट वोविनाम और कलारीपट्टू दर्शाते हैं। इसमें दोनों देशों के संयुक्त ध्वज की एक तस्वीर भी है। कलारीपट्टू पर डाक टिकट का डिजाइन भारतीय चित्रकार ब्रह्म प्रकाश ने बनाया है जबकि वोविनाम पर डाक टिकट का डिजाइन वियतनामी चित्रकार फाम त्रुंग हा ने बनाया है।

जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा भारत और वियतनाम के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर स्मारक डाक टिकटों का संयुक्त रूप से अनावरण किया। कलारीपट्टू और वोविनाम को दर्शाने वाले टिकट खेलों के प्रति हमारा साझा लगाव दिखाते हैं। साथ ही भारत और वियतनाम के बीच मजबूत सांस्कृतिक, सामाजिक और लोगों के बीच संबंधों को रेखांकित करते हैं।

भारत और वियतनाम ने 7 जनवरी 1972 को आधिकारिक रूप से कूटनीतिक संबंध स्थापित किए थे और 2016 में अपने संबंधों का व्यापक रणनीति साझेदारी के स्तर तक विस्तार किया था। जयशंकर ने हनोई की यात्रा के दौरान वियतनाम के पूर्व विदेश मंत्री गुयेन डी निएन से भी मुलाकात की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा वियतनाम के पूर्व विदेश मंत्री (2000-06) गुयेन डी निएन से यादगार बातचीत हुई। 1950 के दशक में बीएचयू के छात्र होने के नाते भारत और वाराणसी के प्रति उनकी भावनाएं वास्तव में प्रेरक हैं। जयशंकर वियतनाम से सिंगापुर जाएंगे और 19 और 20 अक्टूबर को वहां की यात्रा करेंगे।

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