Wednesday, July 30, 2025
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Mumbai Train Blasts : 12 आरोपियों की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची महाराष्ट्र सरकार, 24 जुलाई को होगी सुनवाई

Mumbai Train Blasts : उच्चतम न्यायालय 11 जुलाई 2006 को मुंबई में कई ट्रेन में किए गए सात बम धमाकों के मामले में सभी 12 आरोपियों को बरी करने के मुंबई उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की याचिका पर 24 जुलाई को सुनवाई करेगा। प्रधान न्यायाधीश बी.आर. गवई, न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन और न्यायमूर्ति एन.वी. अंजारिया की पीठ ने मंगलवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा उच्च न्यायालय के 21 जुलाई के फैसले के खिलाफ राज्य की अपील का तत्काल सुनवाई के अनुरोध का संज्ञान लिया और कहा कि बृहस्पतिवार को सुनवाई की जाएगी।

मेहता ने कहा, यह गंभीर मामला है। एसएलपी (विशेष अनुमति याचिका) तैयार है। कृपया इसे कल सूचीबद्ध करें। मामला जरूरी है… अब भी कुछ अहम पहलुओं पर गौर किया जाना बाकी है। मुंबई उच्च न्यायालय ने सोमवार को सभी 12 आरोपियों को यह कहते हुए बरी कर दिया कि अभियोजन पक्ष अपराध को साबित करने में पूरी तरह नाकाम रहा और ‘‘यह विश्वास करना कठिन है कि आरोपियों ने अपराध किया है।’’

उच्च न्यायालय का यह फैसला मुंबई पश्चिमी रेलवे नेटवर्क को हिला देने वाले आतंकवादी हमले के 19 साल बाद आया। इस हमले में 180 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य लोग घायल हुए थे।

Bihar Election 2025 : निर्वाचन आयोग ने एसआईआर सही ठहराया, कहा- मतदाता सूची से ‘अयोग्य व्यक्तियों को हटाकर’ चुनाव की शुचिता बढ़ाता है

Bihar Election 2025 : निर्वाचन आयोग ने बिहार में मतदाता सूची के जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को उचित ठहराते हुए कहा है कि यह सूची से ‘‘अयोग्य व्यक्तियों को हटाकर’’ चुनाव की शुचिता को बढ़ाता है। बिहार से शुरू कर पूरे भारत में मतदाता सूची के एसआईआर का निर्देश 24 जून को दिया गया। इस निर्देश को चुनौती देने वाली याचिका के संबंध में निर्वाचन आयोग द्वारा दायर हलफनामे में कहा गया है कि कानूनी चिंताओं के बावजूद आयोग एसआईआर-2025 प्रक्रिया के दौरान पहचान के सीमित उद्देश्य के लिए आधार, मतदाता कार्ड और राशन कार्ड पर पहले से ही विचार कर रहा है।

एक अपात्र व्यक्ति को मतदान का कोई अधिकार नहीं : चुनाव आयोग

आयोग ने एक विस्तृत हलफनामे में कहा, ‘एसआईआर प्रक्रिया मतदाता सूची से अपात्र व्यक्तियों को हटाकर चुनावों की शुचिता बढ़ाती है। मतदान का अधिकार लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धाराओं 16 और 19 के साथ अनुच्छेद 326 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 62 से प्राप्त होता है जिसमें नागरिकता, आयु और सामान्य निवास के संबंध में कुछ पात्रताओं की बात की गई है। एक अपात्र व्यक्ति को मतदान का कोई अधिकार नहीं है और इसलिए वह इस संबंध में अनुच्छेद 19 और 21 के उल्लंघन का दावा नहीं कर सकता।’

इसमें शीर्ष अदालत के 17 जुलाई के उस आदेश का हवाला दिया गया, जिसमें निर्वाचन आयोग से एसआईआर-2025 के लिए आधार, मतदाता और राशन कार्ड पर विचार करने को कहा गया था। इसमें कहा गया है, …आयोग इन दस्तावेजों पर वास्तव में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान पहचान के सीमित उद्देश्य के लिए पहले से ही विचार कर रहा है। ईसीआई ने कहा, ‘‘एसआईआर आदेश के तहत जारी किए गए गणना प्रपत्र के अवलोकन से पता चलता है कि गणना प्रपत्र भरने वाला व्यक्ति आधार संख्या स्वेच्छा से दे सकता है। ऐसी जानकारी का उपयोग लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 23(4) और आधार (वित्तीय और अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लक्षित वितरण) अधिनियम, 2016 की धारा नौ के अनुसार पहचान के उद्देश्य से किया जाता है।

मतदाता सूची से अपात्र व्यक्तियों को हटाया गया है : चुनाव आयोग

लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 23(4) में प्रावधान है कि निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी किसी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने के उद्देश्य से आधार (वित्तीय और अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लक्षित वितरण) अधिनियम, 2016 के प्रावधानों के अनुसार उस व्यक्ति से भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा जारी किया गया आधार नंबर मांग सकता है। साथ ही 2016 के अधिनियम की धारा नौ कहती है कि आधार नंबर नागरिकता या निवास आदि का प्रमाण नहीं है।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि बिहार से अस्थायी रूप से अनुपस्थित प्रवासियों को छोड़कर प्रत्येक मौजूदा मतदाता को बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा उनके घरों पर व्यक्तिगत रूप से पहले से भरे हुए उनके गणना प्रपत्र उपलब्ध कराए जाते हैं। उसने कहा, प्रत्येक मौजूदा मतदाता को अपने निवास स्थान पर बीएलओ को पात्रता प्रमाण सहित सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने का समान अवसर मिलता है। …पिछले सभी एसआईआर में भी यही पद्धति अपनाई गई है। इसके अलावा, बीएलओ, बीएलए (बूथ स्तरीय एजेंट) और स्वयंसेवक उन सभी वास्तविक मतदाताओं को पात्रता दस्तावेज प्राप्त करने में सक्रिय रूप से सहायता कर रहे हैं जिन्हें सहायता की आवश्यकता है…।

बिहार में 7.9 करोड़ मतदाताओं को कवर किया : चुनाव आयोग

आयोग ने न्यायालय को बताया कि 18 जुलाई तक बिहार में 7,89,69,844 मौजूदा मतदाताओं में से 7,11,72,660 मतदाताओं (90.12 प्रतिशत) से गणना प्रपत्र पहले ही एकत्र किए जा चुके हैं। इसमें कहा गया, मृत व्यक्तियों, स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं और एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत लोगों को ध्यान में रखते हुए एसआईआर के प्रपत्र संग्रह चरण के दौरान बिहार में लगभग 7.9 करोड़ मतदाताओं में से 94.68 प्रतिशत को प्रभावी रूप से कवर किया है। बीएलओ द्वारा कई बार घर पर जाने के बावजूद जिन मतदाताओं का पता नहीं चल पाया है, वे कुल मतदाताओं का मात्र 0.01 प्रतिशत हैं। अठारह जुलाई, 2025 तक केवल 5.2 प्रतिशत मतदाता ही 25 जुलाई की समय सीमा से पहले प्रपत्र जमा करने के लिए शेष हैं।

Jagdeep Dhankhar Resignation: ‘BJP-RSS या प्रधानमंत्री को पता होगी सच्चाई’, जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर अशोक गहलोत बोले-‘राजस्थान वासियों को बहुत धक्का लगा’

Ashok Gehlot On Jagdeep Dhankhar Resignation: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा देकर पूरे देश को चौंका दिया है, वहीं राजनीति में भी भूचाल ला दिया है. उनके इस्तीफे पर सत्ता पक्ष ने चुप्पी साध रखी है, तो वहीं विपक्ष इस पर लगातार सवाल खड़े कर रहा है. इस बीच धनखड़ के इस्तीफे पर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को चौंकाने वाली घटना बताया है, गहलोत ने कहा कि ‘दबाव में काम करने वाला व्यक्ति ही इस प्रकार से चौंकाने वाला इस्तीफा दे सकता है.’ गहलोत ने यह भी कहा कि धनखड़ के इस्तीफे से राजस्थान वासियों को गहरा धक्का लगा है.

ये घटना पूरे देश को चौंकाने वाली: गहलोत

गहलोत ने धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा, ‘ये घटना पूरे देश को चौंकाने वाली है इसमें कोई दोराय नहीं है. क्योंकि आजादी के बाद उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा पहली बार हुआ है. इस्तीफे के लिए बताए गए कारणों में किसी को भी सच्चाई नजर नहीं आ रही है.

इस्तीफे से राजस्थान वासियों को बहुत धक्का लगा : गहलोत

उन्होंने कहा, ‘धनखड़ साहब राजस्थान के हैं तो उनके इस्तीफे से राजस्थान वासियों को बहुत धक्का लगा. क्योंकि वह किसानों की बात संसद के अंदर व बाहर लगातार उठाते रहे हैं. थोड़े दिन पहले ही उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री को खरी खोटी भी सुनाई. 10 जुलाई को ही उन्होंने कहा कि मैं 2027 तक सेवानिवृत्त हो जाऊंगा.’

‘सभापति व लोकसभा अध्यक्ष दोनों दबाव में काम कर रहे’

पूर्व सीएम गहलोत ने कहा, ‘जोधपुर में मैंने 10 दिन पहले कहा था कि राज्यसभा के सभापति व लोकसभा अध्यक्ष दोनों राजस्थान से हैं और दोनों दबाव में काम कर रहे हैं. वह सच्चाई सामने आ गई. अब दबाव में काम करने वाला व्यक्ति ही इस प्रकार से चौंकाने वाला इस्तीफा दे सकता है. ये मेरा मानना है. गहलोत के अनुसार हालांकि, धनखड़ ने बाद में किसी तरह के दबाव में होने का खंडन किया था.

‘BJP और RSS को पता इस्तीफे की सच्चाई’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अब असली बात क्या हुई है वह तो RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) वाले जानें या BJP वाले जानें. या प्रधानमंत्री को मालूम होगा. मेरे ख्याल से दोनों को ही मालूम होगा कि किन कारणों से इस्तीफा हुआ है. इस चौंकाने वाली घटना की सच्चाई तो आने वाले वक्त में ही सामने आएगी. मेरे उनके परिवार से 50 साल से संबंध रहे हैं. हम सबको बड़ा दुख हुआ कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया.’

जो सोचने-समझने लगा, बोलने लगा है वो अब बोझ है: डोटासरा

कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने धनखड़ के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘भाजपा को न किसानों से कोई विशेष लगाव है, न ही उनके बेटों से. आजीवन संघर्ष करके भाजपा संगठन को सींचने वाले किसान के बेटों के लिए इनके दिलों में कोई स्थान नहीं है.’ डोटासरा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘हालांकि किसको पद पर बैठाना है, और किससे इस्तीफा लेना है, यह भाजपा का आंतरिक मामला है. लेकिन संकेत स्पष्ट हैं चाहे संगठन हो या संवैधानिक पद. जो सोचने-समझने लगा, बोलने लगा है वो अब बोझ है.’

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Bihar Election 2025 : आरजेडी का बड़ा दावा- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और नीतीश कुमार को हटाने की भाजपा की साजिश

Bihar Elections 2025 : बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मंगलवार को दावा किया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भाजपा द्वारा रची गई एक साजिश है, जिसका उद्देश्य विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘हटाना’ है। हालांकि, राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी, राज्य सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया।

बीजेपी नीतीश कुमार से छुटकारा पाना चाहती है : RJD

नीतीश को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए ‘राजग का चेहरा’ घोषित किया गया है। विधानसभा में राजद के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने दावा किया, लंबे समय से, भाजपा नीतीश कुमार से छुटकारा पाकर अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। विधानसभा चुनावों से पहले वे हताश हो गए हैं, जिसमें राजग की हार निश्चित है।

शाहीन ने ‘पीटीआई वीडियो’ से बातचीत में दावा किया, लंबे समय से, भाजपा के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार को हटाने के पक्ष में बोलते रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने तो एक बार नीतीश कुमार को उप-प्रधानमंत्री बनाने की वकालत तक कर दी थी। इसलिए, यह निष्कर्ष निकालना गलत नहीं होगा कि धनखड़ का इस्तीफा भाजपा की एक साजिश है, जिसका उद्देश्य उपराष्ट्रपति जैसा राजनीतिक रूप से महत्वहीन पद देकर नीतीश कुमार को हटाना है। दिवंगत सुशील कुमार मोदी ने एक बार आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति पद के लिए पैरवी कर रहे हैं और जब लोकसभा में बहुमत रखने वाली भाजपा ने जदयू अध्यक्ष को पद देने से इनकार कर दिया, तो वह राजग से बाहर हो गए थे।

2022 में जदयू ने तोड़ा था बीजेपी से नाता

नीतीश कुमार ने 2022 में भाजपा से नाता तोड़ लिया था और उस पर जदयू को ‘तोड़ने’ की कोशिश करने का आरोप लगाया था, लेकिन पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने फिर से गठबंधन कर लिया, जिसके बाद उनकी पार्टी एक महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में उभरी, जिस पर अब भाजपा केंद्र में सत्ता में बने रहने के लिए निर्भर है।

इस बीच, जदयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने राजद नेता के दावे पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, नीतीश कुमार के बिहार छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। वह यहीं रहेंगे, विधानसभा चुनावों में राजग को जीत दिलाएंगे और राज्य की जनता की सेवा करते हुए एक और कार्यकाल लेंगे। धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया और कहा कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं।

Jagdeep Dhankhar: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूर किया उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा, पीएम मोदी का भी सामने आया बयान

Jagdeep Dhankhar: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. धनखड़ ने 1 दिन पहले स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सौंपा था. जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है. इस बीच पीएम मोदी ने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने धनखड़ के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की. उन्होंने लिखा,’जगदीप धनखड़ को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है. मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं.

धनखड़ ने अपने इस्तीफे में क्या लिखा

जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति को भेजे इस्तीफे में लिखा-‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता और चिकित्सीय सलाह का पालन करते हुए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने लिखा- मेरे कार्यकाल के दौरान महामहिम राष्ट्रपति से मिले सहयोग और हमारे बीच बने सुखद और अद्भुत कामकाजी संबंधों के लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. मैं प्रधानमंत्री और सम्मानित मंत्रिपरिषद के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. प्रधानमंत्री से मिला सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है, मैंने अपने कार्यकाल के दौरान उनसे बहुत कुछ सीखा है. संसद के सभी सदस्यों से मुझे जो गर्मजोशी, विश्वास और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरी यादों में रहेगा.

धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर विपक्ष उठा रहा सवाल

धनखड़ के अचानक से इस्तीफा देने को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि धनखड़ का इस्तीफा उनके बारे में बहुत कुछ कहता है और साथ ही यह उन लोगों की नीयत पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है जिन्होंने उन्हें उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचाया. कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने कहा कि धनखड़ ने सोमवार को दोपहर 12.30 बजे राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की अध्यक्षता की थी. सोमवार दोपहर 1 बजे से शाम 4.30 बजे के बीच कुछ बहुत गंभीर घटित हुआ था कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और किरेन रीजीजू कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में नहीं पहुंचे थे.

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Maharashtra News : महाराष्ट्र विधान भवन परिसर में हाथापाई, आव्हाड और जितेंद्र पडलकर के दो समर्थकों को जमानत

Maharashtra News : महाराष्ट्र विधानमंडल परिसर में पिछले सप्ताह हुई हाथापाई के मामले में यहां की एक अदालत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) विधायक जितेंद्र आव्हाड और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक गोपीचंद पडलकर के दो समर्थकों को जमानत दे दी है। एस्प्लेनेड अदालत के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रभारी) के. एस. झंवर ने सोमवार को आव्हाड के समर्थक नितिन देशमुख और पडलकर के समर्थक सरजेराव टाकले को जमानत दे दी।

आव्हाड और गोपीचंद पडलकर के दो समर्थकों को जमानत

देशमुख के वकील नवनाथ देवकाटे ने बताया कि दोनों आरोपियों को 25-25 हजार रुपये के जमानत मुचलके पर रिहा कर दिया गया है। विस्तृत आदेश अभी उपलब्ध नहीं है। आव्हाड और पडलकर के समर्थकों के बीच 17 जुलाई को विधानमंडल में जारी मानसून सत्र के दौरान विधानमंडल भवन के भूतल पर हाथापाई हुई थी। इससे पहले 16 जुलाई को दोनों विधायकों के बीच तीखी बहस हुई थी।

एक अधिकारी ने पहले बताया था कि मरीन ड्राइव पुलिस ने 18 जुलाई को देशमुख और टाकले को गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होने, शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने और दंगे को नियंत्रित कर रहे एक लोक सेवक पर हमला करने या उसके काम में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस रिमांड की अवधि समाप्त होने पर उन्हें सोमवार को अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बाद में उनके वकीलों ने जमानत का अनुरोध किया, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया।

पिछले हफ्ते हुई इस घटना के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दुख व्यक्त करते हुए कहा था, संसदीय मर्यादा, आचरण और संवाद बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। फडणवीस ने कहा कि टाकले के खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज हैं और देशमुख का नाम आठ मामलों में दर्ज है। पडलकर और आव्हाड ने अपने अपने समर्थकों के बीच हुई हाथापाई पर विधानसभा में खेद व्यक्त किया था।

Parliament Session: लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, दोनों सदनों में कार्यवाही स्थगित

Parliament Monsoon Session: संसद के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा. जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले सोमवार को भी सत्र का हंगामेदार आगाज हुआ. विपक्षी दल के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद, पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर को रोकने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावों समेत विषयों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया.

लोकसभा अध्यक्ष ने की कार्यवाही चलने देने की अपील

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रश्नकाल में किसानों के मुद्दों पर चर्चा होनी है, इसलिए विपक्ष के लोगों को सदन चलने देना चाहिए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों ने अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘क्या आप लोग देश के किसानों और उनके मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहते? आप हंगामा करने के लिए तख्तियां लेकर आएंगे, यह सदन की पंरपरा के अनुकूल नहीं है. आप लोग अपने स्थान पर बैठिए, यह सदन चलने दीजिए. हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने करीब 11 बजकर 3 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी.

राज्यसभा की कार्यवाही भी हंगामे के चलते स्थगित

सदन की बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद उन्होंने बताया कि उन्हें, नियत कामकाज स्थगित कर बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की कवायद समेत अन्य विषयों पर चर्चा करने के लिए सदस्यों की ओर से कुछ नोटिस मिले हैं. उन्होंने कहा कि नोटिस यथोचित न पाए जाने की वजह से अस्वीकार कर दिए गए हैं.

इसी दौरान विपक्षी सदस्यों ने अपने-अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. कुछ सदस्य अपने स्थानों से उठकर आगे भी आ गए. शोरगुल के बीच ही उपसभापति ने शून्यकाल के तहत सदस्यों से मुद्दे उठाने को कहा. उन्होंने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और शांत रह कर सदन की कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया. हंगामा थमते न देख उन्होंने करीब 11 बजकर 5 मिनट पर बैठक को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.

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Odisha: फ्रेंड की बर्थडे पार्टी से लौट रही युवती का अपहरण कर गैंगरेप, पीड़िता को गंभीर हालत में अस्पताल में कराया भर्ती

Odisha News: ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले में अपनी सहेली के साथ घर लौट रही युवती का 2 लोगों ने कथित तौर पर अपहरण कर उससे गैंगरेप किया. यह घटना सोमवार रात करीब 8.30 बजे की है और पीड़िता को गंभीर हालत में जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया.

पीड़िता के पिता ने मामला कराया दर्ज

पीड़िता के पिता ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनकी बेटी दूसरे गांव में एक बर्थडे पार्टी में शामिल होने के बाद अपनी सहेली के साथ घर लौट रही थी तभी उन पर हमला किया गया. उनकी बेटी का अपहरण कर आरोपी एक खेत में ले गए और उससे कथित तौर पर गैंगरेप किया, जबकि उसकी सहेली भागने में सफल रही.

घटनास्थल से मोबाइल किया गया बरामद

जगतसिंहपुर सदर थाने के प्रभारी प्रवास साहू ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वहां से एक मोबाइल फोन बरामद किया. पुलिस को दी शिकायत के अनुसार पीड़िता जब घर लौटी तो वह खून से लथपथ अवस्था में थी जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. वे पीड़िता की दोस्त और उसकी मां से पूछताछ कर रहे हैं.

विधायक ने दिया कड़ी कार्रवाई का भरोसा

जगतसिंहपुर से BJP विधायक अमरेंद्र दास ने कहा कि पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाश अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैंने पुलिस अधीक्षक से बात की है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’ बहुत जल्द दोषी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. मुझे विश्वास है कि जल्द ही मामले की जड़ तक पहुंचा जाएगा’

बढ़ते महिला अपराधों पर विपक्ष का प्रदर्शन

राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन किया. विपक्ष का आरोप है कि 1 साल पहले सरकार बनाने वाली भाजपा राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही है. बीजू जनता दल (बीजद) के नेता प्रियव्रत महापात्र ने कहा, ‘हम तब तक पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करेंगे जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता.’

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Bangladesh Fighter Jet Crash: बांग्लादेश में वायु सेना के ट्रेनी फाइटर जेट के ढाका में एक स्कूल की इमारत से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है. चीन में निर्मित प्रशिक्षण लड़ाकू विमान एफ-7 बीजीआई में उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद तकनीकी खराबी आ गई और सोमवार को यह ढाका के उत्तरा क्षेत्र के दियाबारी में स्थित ‘माइलस्टोन स्कूल एवं कॉलेज’ की 2 मंजिला इमारत से टकरा गया.

मरने वालों की संख्या 27 हुई

मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद युनुस के विशेष सलाहकार सैदुर रहमान ने पत्रकारों से कहा, ‘अब मृतकों की संख्या 27 हो गई है और उनमें से 25 बच्चे हैं.’
लगभग 170 लोग घायल हुए है जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. शुरूआत में 20 लोगों की मौत की सूचना दी गई थी और 7 लोगों की सोमवार रात में मौत हो गई. दुर्घटना में मारे गए लोगों में पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहम्मद तौकीर इस्लाम भी शामिल थे.

बांग्लादेश में विमान हादसे को लेकर राजकीय शोक

सरकार ने दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों की याद में मंगलवार को राजकीय शोक दिवस घोषित किया है. सोमवार को मुख्य सलाहकार कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में घोषणा की गई कि देश भर के सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी, स्वायत्त संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.

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Chandan Mishra Murder case: पटना के पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा हत्याकांड में पुलिस लगातार एक्शन जारी है. हत्या में शामिल 4 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, अब उनके सहयोगियों पर शिकंजा कसा जा रहा है. मंगलवार को आरा के बिहिया इलाके में अपराधियों और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के बीच मुठभेड़ हुई है. जिसमें पुलिस की गोली लगने से 2 अपराधी घायल हो गए हैं. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से 2 पिस्टल, 1 देशी कट्टा, 3 मैग्जीन और 4 कारतूस बरामद किए गए हैं.

पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 2 अपराधियों के लगी गोली

जानकारी के अनुसार, चंदन मिश्रा हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम गई थी. बिहिया कटेया पथ पर नदी के पास अपराधियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 2 अपराधियों को गोली लग गई. मुठभेड़ में घायल दोनों अपराधियों को बिहिया अस्पताल लाया गया और बेहतर इलाज के लिए रैफर कर दिया. रविरंजन के जांघ में गोली लगी है, जबकि बलवंत को हाथ-पैर में गोली लगी है. वहीं पुलिस ने अभिषेक नाम के एक अपराधी को भी गिरफ्तार किया है.

मुख्य आरोपी तौसीफ 72 घंटे की रिमांड पर

बता दें कि पटना पुलिस की टीम सोमवार को ही चंदन मिश्रा हत्याकांड के मुख्य आरोपी शूटर तौसीफ समेत 4 आरोपियों को पश्चिम बंगाल से पटना लेकर पहुंची थी. पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया. अदालत ने तौसीफ के लिए 72 घंटे की रिमांड दी है. वहीं अन्य तीन को जेल भेज दिया है.

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