Air Chief Marshal On Operation Sindoor: वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने कहा कि भारत ने स्पष्ट उद्देश्य के साथ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था और उद्देश्य पूरा होने के साथ ही इसे समाप्त कर दिया गया और इससे पूरी दुनिया को इससे सबक लेना चाहिए. वायु सेना दिवस से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि वायु सेना ने अपनी लड़ाकू क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ‘रोडमैप 2047’ तैयार किया है.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गिराए कितने पाकिस्तानी विमान ?
ऑपरेशन सिंदूर के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि यह तीनों सेनाओं के तालमेल का प्रतिबिंब है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा. हमने उनके कई हवाई अड्डों और प्रतिष्ठानों पर हमला किया है. इन हमलों की वजह से कम से कम 4 जगहों पर रडार, दो जगहों पर कमांड और कंट्रोल सेंटर, दो जगहों पर रनवे क्षतिग्रस्त हुए हैं, फिर तीन अलग-अलग स्टेशनों में उनके 3 हैंगर क्षतिग्रस्त हुए हैं. हमारे पास एक सी-130 श्रेणी के विमान के संकेत हैं. और कम से कम 4 से 5 लड़ाकू विमान, संभवतः एफ-16, क्योंकि वह जगह एफ-16 की थी और जिसका उस समय रखरखाव चल रहा था. इसके साथ ही, एक एसएएम प्रणाली नष्ट हो गई है.
#WATCH | Delhi: Responding to ANI's question on the losses suffered by Pakistan during Operation Sindoor, Indian Air Force Chief Air Chief Marshal AP Singh says, "…As far as Pakistan's losses are concerned…we have struck a large number of their airfields and we struck a large… pic.twitter.com/qhf7yl27LO
— ANI (@ANI) October 3, 2025
एयर चीफ मार्शल ने आगे कहा कि हमारे पास एक लंबी दूरी के हमले का स्पष्ट सबूत है, जिसके बारे में मैंने 300 किलोमीटर से अधिक की बात की थी, जो या तो AEW&C या सिगिनट विमान था, साथ ही F-16 और JF-17 श्रेणी के बीच 5 उच्च तकनीक वाले लड़ाकू विमान थे, यही हमारी प्रणाली हमें बताती है.’
भारत ने 7 मई को शुरू किया था ऑपरेशन सिंदूर
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया. इन हमलों के बाद 4 दिनों तक भीषण सैन्य संघर्ष हुआ जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद समाप्त हुआ.
हवाई रक्षा प्रणाली ‘सुदर्शन चक्र’ पर काम शुरू
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि तीनों सेनाओं ने हवाई रक्षा प्रणाली ‘सुदर्शन चक्र’ पर काम करना शुरू कर दिया है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को भारत के महत्वपूर्ण सैन्य और नागरिक प्रतिष्ठानों की रक्षा करने और किसी भी खतरे का निर्णायक जवाब देने के लिए एक स्वदेशी हवाई रक्षा प्रणाली विकसित करने की परियोजना की घोषणा की थी. यह पूछे जाने पर, कि क्या भारतीय वायुसेना और अधिक एस-400 हवाई रक्षा मिसाइलें खरीदने पर विचार कर रही है, एयर चीफ मार्शल ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया लेकिन कहा कि यह प्रणाली अच्छी साबित हुई.
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