Shimla Building Collapse: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कई जगह से भारी नुकसान की खबरें भी सामने आई हैं. सोमवार को सुबह शिमला के उपनगरीय क्षेत्र भट्टाकुफर में एक 5 मंजिला इमारत ढह गई वहीं रामपुर के सिकासेरी गांव में बादल फटने से एक बाड़े से कई मवेशी बह गए. कई इलाकों में भूस्खलन और रास्तों के बंद होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ.
भट्टाकुफर में पांच मंजिला इमारत ढही
चमियाना सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की ओर जाने वाले रास्ते पर स्थित माथू कॉलोनी की एक इमारत ढह गई. हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि जिला प्रशासन ने गंभीर खतरे को भांपते हुए पहले ही इमारत खाली करवा ली थी. पास की दो अन्य इमारतों पर भी खतरा बना हुआ है। इमारत की मालकिन रंजना वर्मा ने बताया, ‘शनिवार की बारिश के बाद जमीन खिसक रही थी, इसलिए हमने रविवार रात को ही इमारत खाली कर दी थी। सोमवार सुबह करीब 8.15 बजे इमारत ढह गई। उन्होंने यह भी कहा कि पास में बन रही चार लेन वाली सड़क के निर्माण से इमारत कमजोर हो गई थी, लेकिन उसकी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया.
First rain and a multiple story building collapses in Shimla. Monsoon has just started and destruction is already here. Big question is what lessons were learnt from previous disasters or are we going to repeat the same story again? pic.twitter.com/r8tB9jZxjq
— Nikhil saini (@iNikhilsaini) June 30, 2025
फोरलेन सड़क निर्माण के कारण इमारत हो गई थी कमजोर
चमियाना ग्राम पंचायत के उपप्रधान यशपाल वर्मा के अनुसार पिछले वर्ष भवन में दरारें आ गई थीं, लेकिन कैथलीघाट-ढली चार लेन वाली सड़क का निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि भवन सुरक्षित है. वर्मा ने बताया कि पंचायत ने कंपनी को काम रोकने के लिए कहा था क्योंकि इससे इमारतें असुरक्षित हो रही थीं. लेकिन, उन्होंने निर्माण कार्य जारी रखा, जिसके कारण इमारत ढह गई. निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण इमारत ढह गई।’
#WATCH हिमाचल प्रदेश: शिमला के निकट भटाकुफर इलाके में आज सुबह एक पांच मंजिला आवासीय इमारत ढह गई, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2025
एहतियात के तौर पर स्थानीय अधिकारियों ने आसपास की पांच इमारतों को खाली करा दिया है, जिन्हें इसी तरह की संरचनात्मक विफलता के लिए संवेदनशील माना… pic.twitter.com/4mTiqkBRGe
सिकासेरी गांव में बादल फटने मवेशी बहे
इस बीच, रामपुर के सरपारा ग्राम पंचायत के सिकासेरी गांव में बादल फटने से 2 गौशालाएं, तीन गायें और दो बछड़े, एक रसोई और एक कमरा बह गया. इस घटना में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ. पिछले वर्ष जुलाई में सरपारा पंचायत के समेज में बादल फटने से 21 लोगों की जान चली गई थी.
शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर 5 जगह भूस्खलन
लगातार हो रही बारिश के कारण शिमला-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर 5 जगहों पर भूस्खलन होने के कारण यातायात को एक ही लेन पर मोड़ा गया, जिससे जाम लग गया. सोलन जिले के कोटी के पास चक्की मोड़ पर भी राजमार्ग पर यही स्थिति रही, वहां भी सड़क पर पत्थर गिरने के कारण यातायात बाधित हो गया और यात्रियों को एक लेन से धीमी गति से वाहन चलाने को मजबूर होना पड़ा. सोलन के डेलगी में भूस्खलन के कारण सुबाथू-वाकनाघाट मार्ग भी बंद हो गया. अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन सड़क को साफ करने में जुटा है. बिलासपुर जिले में भी कई जगहों पर भूस्खलन से रास्ते बंद हो गए हैं.
भारी बारिश को लेकर जारी की गई चेतावनी
मौसम विभाग ने सोमवार सुबह चेतावनी दी कि अगले 24 घंटों में चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में मध्यम से तेज बाढ़ आने का खतरा है. हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बुधवार को भारी बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है और 6 जुलाई तक पहाड़ी राज्य में बारिश का अनुमान जताया गया है.
29 जून तक वर्षाजनित घटनाओं में 20 लोगों की मौत
बता दें कि राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 20 जून को मॉनसून के आगमन से लेकर 29 जून तक वर्षाजनित घटनाओं में राज्य में 20 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 4 लोग लापता हैं.
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