राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा से कांग्रेस के विधायक जुबेर खान का आज निधन हो गया है। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। खान ने आज सुबह 5:50 बजे अपने ढाई पेडी फार्म हाउस पर अंतिम सांस ली। यहां पिछले 3 दिनों से लोग मिलने भी आ रहे थे। करीब 15 दिन पहले ही डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था। उनका डेढ़ साल पहले लीवर ट्रांसप्लांट हुआ था। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान प्रियंका गांधी की टीम के अहम सदस्थ थे।
जुबेर खान की पत्नी और पूर्व विधायक साफिया जुबेर खान ने फेसबुक पर उनके निधन की जानकारी दी। साफिया खान ने कहा- आप सभी को दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है आदरणीय जुबेर ख़ान जी का इंतक़ाल हो गया है, जुबेर जी ने आज (14 सितंबर 2024) को सुबह 5:50 बजे अंतिम सांस ली। जुबेर खान ने चार बार मेवात की रामगढ़ सीट से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया था। गौरतलब है कि लंबे समय से जुबेर खान बीमार चल रहे थे। उनके जाने से मेवात में कांग्रेस के एक युग का खत्म हो गया।
विधायक खान के निधन पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत समेत पार्टी के कई नेताओं ने गहरा दुख जताया है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा- वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं विधायक श्री जुबेर खान का इंतकाल हम सभी के लिए गहरा दुख देने वाला है। जुबेर खान अपने क्षेत्र के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध थे एवं आखिरी समय तक जनसेवा में लगे रहे। उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं।
लंबा राजनीतिक सफर रहा खान का
विधायक जुबैर खान की शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई और आगे की पढ़ाई जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली से हुई, जहां से उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वे विश्वविद्यालय की एनएसयूआई इकाई और छात्र संघ के अध्यक्ष रहे। 1990 में वे कांग्रेस के टिकट पर रामगढ़ (अलवर) से पहली बार विधायक बने। जुबैर खान 25 साल 4 महीने की उम्र में पहली बार विधायक बने थे। 1993 में वे दोबारा विधायक बने। इसके बाद वे एनएसयूआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रहे। वे कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रहे।
इसके बाद 2003 में वे विधायक बने। इसके बाद वे विधानसभा में सचेतक बने। 2008 में वे चुनाव हार गए। 2013 में वे फिर विधानसभा चुनाव हार गए। 2018 के चुनाव में उनकी पत्नी साफिया खान को कांग्रेस ने टिकट दिया और उन्होंने जीत हासिल की। जुबैर खान 2021 में मेवात विकास बोर्ड के चेयरमैन बने। 2023 में जुबैर खान फिर से विधायक बने। बता दें जुबेर खान ने 2023 के विधानसभा चुनावों में अलवर जिले की रामगढ़ सीट से बीजेपी उम्मीदवार जय आहूजा को 19696 मतो से हराकर जीत दर्ज की थी। वर्तमान में जुबैर खान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं। जुबैर खान अलवर के पास उमरेड़ गांव के रहने वाल थे।
विधानसभा में 7 सीटें खाली
राजस्थान विधानसभा में लगातार बीते कुछ सालों से 200 विधायकों की संख्या पूरी होने पर किसी न किसी तरह आंकड़ा 200 से नीचे आने की चर्चा रही है। रामगढ़ विधायक जुबेर खान के निधन के बाद अब प्रदेश में विधानसभा की खाली सीटों की संख्या सात हो गई है। फिलहाल 6 सीटों पर उपचुनाव प्रस्तावित है और सातवीं सीट अलवर के रामगढ़ से भी खाली हो चुकी है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद दौसा, देवली उनियारा, झुंझुनू, खींवसर और चौरासी विधानसभा स्थानीय विधायकों के सांसद बनने के बाद खाली हो चुकी थी। बीते दिनों उदयपुर के सलूंबर से विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के बाद एक और सीट रिक्त हो गई थी। इन सीटों में पांच पर कांग्रेस और उनके सहयोगी दल काबिज थे, तो सलूंबर में भारतीय जनता पार्टी के विधायक थे। अब अलवर के रामगढ़ से कांग्रेस के विधायक के निधन के बाद कुल 7 सीटों पर उपचुनाव होंगे।