घटना: सत्यमंगलम बाघ अभयारण्य
इरोड/ तमिलनाडु। कल ‘अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस’ हैं। इससे पूर्व एक दु:खद खबर तमिलनाडु के इरोड कस्बे से सामने आ रही है। सत्यमंगलम बाघ अभयारण्य (एसटीआर) के वनकर्मियों ने बृहस्पतिवार रात को भवानीसागर वन क्षेत्र में एक बाघ को मारने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया।
वन अधिकारियों के अनुसार 25 जुलाई को भवानीसागर वन रेंजर एन.शिवकुमार और विभाग के अन्य अधिकारी कोठ मंगलम के निकट कोमारथुर क्षेत्र में नियमित गश्त कर रहे थे, इसी दौरान उन्हें एक बाघ का शव मिला था।
उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी वन पशु चिकित्सक सदाशिवम को दी गई और उन्होंने मौके पर पहुंचकर मृत बाघ की जांच की और मौत के कारण का पता लगाने के लिए उसकी आंत और पेट को परीक्षण के वास्ते प्रयोगशाला भेजा।
वन अधिकारियों ने रिपोर्ट मिलने पर बताया कि बाघ को कुछ दिन पहले कुछ लोगों ने लोहे के जाल का इस्तेमाल करके फंसाया था। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह से अधिक समय तक जाल में फंसे रहने के कारण भोजन और पानी के अभाव में उसकी मौत हो गई और इसके बाद शव क्षत-विक्षत होने लगा।
जांच के बाद सात लोगों की गिरफ्तारी
उन्होंने बताया कि गहन जांच के बाद 17 वर्षीय एक लड़के सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि वे आमतौर पर हिरण और अन्य जानवरों को फंसाने के लिए जाल का इस्तेमाल करते थे और इन जानवरों को मारकर खा जाते थे या इनका मांस बेच देते थे। वन अधिकारियों ने बाघ को मारने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और इस संबंध में जांच जारी है।