पुरी: ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। सुचारिता मोहंती ने चुनाव प्रचार के लिए पार्टी से पर्याप्त फंड नहीं मिलने का हवाला देते हुए अपना टिकट लौटा दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैंने चुनाव लड़ने के लिए पब्लिक फंडिंग का सहारा लिया… अपने कैम्पेन में कम से कम खर्च करने का प्रयास किया, इसके बावजूद मैं आर्थिक रूप से संघर्ष करती रही और एक प्रभावशाली चुनाव प्रचार अभियान को कायम नहीं रख सकी।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे पार्टी से फंड देने से इनकार कर दिया गया। विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया। भाजपा और बीजद पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं। यह मेरे लिए मुश्किल था। हर जगह धन का अश्लील प्रदर्शन हो रहा है। मैं उस तरह प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती। मैं एक पीपल-ओरिएंटेड कैम्पेन चाहती थी लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था। कांग्रेस भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है। खर्चों पर काफी तरह का प्रतिबंध है। मुझे पुरी में जनता का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था। वे बदलाव चाहते हैं।’
बता दें कि पुरी से बीजेपी ने संबित पात्रा को उतारा है, जबकि बीजद से अरूप पटनायक चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने संबित पात्रा को टिकट दिया था। तब वह बीजद के पिनाकी मिश्रा से मात्र 11714 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे। मिश्रा को 5,38,321 और पात्रा को 5,26,607 वोट मिले थे। कांग्रेस के सत्य प्रकाश नायक महज 44,734 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। 2014 के चुनाव में बीजू जनता दल के उम्मीदवार पिनाकी मिश्रा ने कांग्रेस की उम्मीदवार सुचारिता मोहंती को यहां से हराया था। तब सुचारिता ने 2,59,800 लाख वोट हासिल किए थे। बीजेपी के अशोक साहू को 2,15,763 वोट मिले थे।