जयपुर। लगता है राजस्थान की राजधानी का पुलिस प्रशासन चुनाव के कामकाज संभालने में इतना व्यस्त है कि उसने आमजन की सुध लेना बंद कर दिया। तभी तो बीच सड़क मामूली झगड़े के बाद मचे बवाल को संभालने के लिए न ताे पुलिस आई और न ही कोई अन्य मदद। आधे घंटे तक शहर की जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी (इंजीनियरिंग कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर) की बस में तोड़-फोड़ होती रही और बस के अंदर फंसे 30 छात्र-छात्राएं मदद के लिए चीख-पुकार मचाते रहे, लेकिन उनके दर्द को सुनने के लिए कोई आगे नहीं आया।
मामला बीती रात को मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के पास घटा। यहां जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी की बस और कार में टक्कर हो गई। हादसे में कार का शीशा टूट गया। इसके बाद दोनों वाहन चालकों के बीच जो बहस शुरू हुई वह इतनी बिगड़ गई कि कार में सवार लोगों और उसके जानकारों ने बस पर हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार चालक बस को लेकर आगे बढ़ा ही था कि कार ड्राइवर ने उसे रूकवा लिया। इसके बाद कार सवार और कुछ अन्य लोगों ने पत्थरों और लोहे की रॉड से बस पर हमला कर दिया। बस में 25 से अधिक विद्यार्थी बैठे थे। अचानक हुए पथराव से वे डर गए। बस पर हमले को देखकर वे बस की गैलेरी में दुबक गए, जिससे कांच टूटने या पत्थर लगने से उनको चाेट नहीं पहुंचे। यह घटना गंगा जमुना पेट्रोल पम्प के पास घटी
क्या कुछ घटा मौके पर, जानें ड्राइवर की जुबानी
जेईसीआरसी के बस ड्राइवर देवी सिंह खंगारोत ने बताया वह सेकेंड ईयर के 30 विद्यार्थियों को लेकर कॉलेज से निकला था। मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के नीचे लाल बत्ती होने पर वहां रूक गया। इसी दौरान पीछे से आ रही एक कार ने बस को टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद कार सवार महिला और पुरुष बस में घुसे और मुझको गालियां दीं। इसके बाद कार चालक ने कुछ लोगों को फोन करके बुला लिया। फिर 6-7 लोगों ने बस में जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना से विद्यार्थी काफी डर गए। मामला और बिगड़ता देख चालक बस को श्याम नगर थाने लेकर चला गया। यहां पुलिस की मौजूदगी में छात्रों को बस से नीचे उतारा। थाने में शिफ्ट किया। इसके बाद उन्होंने परिजनों को फोन कर थाने बुलाया। सबके चले जाने के बाद चालक बस लेकर मानसरोवर थाने पहुंचा। पुलिस को शिकायत दी।
100 नंबर पर कॉल करने के बाद भी नहीं मिली मदद…
बस चालक ने बताया कि घटना के दौरान छात्रों ने 100 नंबर डॉयल कर पुलिस को जानकारी दी। करीब 30 मिनट तक बस चालक ने पुलिस का इंतजार किया, लेकिन मौके पर नहीं पहुंची। इसी दौरान कार चालक के साथ आए बदमाशों ने बस पर पत्थरों और डंडों से पथराव कर बस के शीशे तोड़ दिए। बदमाशों के हमले से बच्चे इतने घबरा गए की वो बस की सीटों के नीचे छिप गए।
बस में बैठे स्टूडेंट्स ने बनाया वीडियो…
बस में बैठे स्टूडेंट्स ने इस घटना का वीडियो बना लिया। वीडियो में कार चालक रवि मीणा बस के आगे आकर चालक देवी सिंह को गालियां दे रहा है। एक व्यक्ति रवि बस चालक को देख लेने की धमकी दे रहा। बस पर हाथ से बार-बार मारता रहा। कुछ ही देर में उसके साथ कुछ और लोग भी हो गए और उन सब ने बस पर पथराव और डंडों से हमला किया। छात्रों ने बताया- अचानक से हुई इस घटना से वे डर गए। लोगों ने अचानक से बस पर पथराव करना शुरू किया। बड़ी संख्या में लोगों ने बस पर पथराव किया। घर जाकर परिवार को घटना की जानकारी दी। बालों और कपड़ों से कांच के टुकड़े निकाले। कुछ समय के लिए लगा जैसे आज जान चली जाएगी। किसी ने यह भी नहीं सोचा की बस में हम बैठे हुए हैं। उन्हें चोट लग जाएगी तो क्या होगा?
बच्चों को दूसरे वाहनों से घर भेजा…
मानसरोवर थानाधिकारी रण सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर मानसरोवर और श्याम नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस दोनों पक्षों को थाने लेकर आई। छात्र-छात्राओं को दूसरे वाहन से उनके घर भेजा गया। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी की बस के चालक देवी सिंह और कार चालक रवि मीणा की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ मामले दर्ज कराए गए हैं। दोनों की ओर से दी गई शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर जांच कर ली हैं। दोनों वाहनों को जब्त कर लिया गया है।