लखनऊ। वनडे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया को उनकी सबसे बड़ी हार मिली है। टीम को लखनऊ में साउथ अफ्रीका ने 134 रन के बड़े अंतर से हरा दिया। इससे पहले साल 1983 में ऑस्ट्रेलिया को भारत ने 118 रन से हराया था। इकाना स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग चुनी। साउथ अफ्रीका ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट पर 311 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया टीम 40.5 ओवर में 177 रन ही बना सकी। साउथ अफ्रीका से ओपनर क्विंटन डी कॉक ने शतक लगाया, वहीं दूसरी पारी में कगिसो रबाडा ने 3 विकेट झटके।
109 रन की पारी खेलने के लिए डी कॉक को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला। उन्होंने लगातार दूसरे वर्ल्ड कप मैच में शतक लगाया था। ऑस्ट्रेलिया को वनडे वर्ल्ड कप में लगातार दूसरी हार मिली है। टीम को इससे पहले भारत के खिलाफ 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। दूसरी ओर साउथ अफ्रीका ने लगातार दूसरा मुकाबला जीता है। टीम ने पहले मुकाबले में श्रीलंका 102 रन से हराया था। पॉइंट्स टेबल में 4 पॉइंट्स के साथ साउथ अफ्रीका पहले नंबर पर पहुंच गया है, जबकि कंगारू टीम 9वें नंबर पर पहुंच गई। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बहुत निराशाजनक रही। पहले पावरप्ले में ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट खो दिए। ऑस्ट्रेलिया के टॉप 3 बैटर मिचेल मार्श, डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ पवेलियन लौटे।
गलत निर्णय के शिकार हुए स्टोयनिस
मार्कस स्टोयनिस ऑस्ट्रेलिया के छठे विकेट के रूप में आउट हुए। कगिसो रबाडा की गेंद (18वें ओवर की तीसरी गेंद) लेग स्टंप को छोड़ते हुए निकल रही थी। स्टोयनिस से इस पर बल्ला लगाने की कोशिश की। जब गेंद बैट के पास से गुजर रही थी तब हल्की सी आवाज आई। साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों ने अपील की लेकिन अंपायर ने नॉट आउट करार दिया। इसके बाद रिव्यू लिया गया। रिव्यू में थर्ड अंपायर ने स्निको मीटर में आवाज आने के कारण स्टोयनिस को आउट दे दिया। हालांकि, बाद में फिर से रिप्ले देखने पर पता चला कि गेंद बैट से नहीं बल्कि स्टोयनिस के ग्लव्स में लगी थी।