Tuesday, July 9, 2024
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WFI Controversy : अब विनेश फोगाट का ऐलान, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड करेंगी वापस, पीएम मोदी को चिट्ठी लिख कहा, क्या हम देशद्रोही हैं?

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय पहलवानों का विरोध थमा नहीं है। संघ चुनाव के निलंबन के बावजूद रेसलर्स की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है। तभी तो मंगलवार को देश की ख्यात पहलवान विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा, मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस कर रही हूं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत-बहुत धन्यवाद। दो पेज के लिखे लेटर को उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स पर शेय़र किया। पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में विनेश ने कहा कि साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी और बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। मैं भी अपने अवॉर्ड्स वापस कर रही हूं। विनेश फोगाट के फैसलों पर साथी पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि निशब्द हूं। यह दिन किसी खिलाड़ी को न देखना पड़े। पुनिया भी पद्मश्री अवॉर्ड वापस करने का ऐलान कर चुके हैं। इससे पहले साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था।

विनेश फोगाट ने ये सब लिखा अपनी चिट्‌ठी में

विनेश फोगाट ने लिखा, ”माननीय प्रधानमंत्री, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। आप तो देश के मुखिया हैं तो आप तक भी यह मामला पहुंचा होगा। मैं आपके घर की बेटी विनेश फोगाट हूं और पिछले एक साल से जिस हाल में हूं यह बताने के लिए आपको यह पत्र लिख रही हूं। फोगाट ने लिखा कि मुझे याद है कि 2016 में जब साक्षी मलिक ओलंपिक में पदक जीतकर आई थी तो आपकी सरकार ने उन्हें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर बनाया था। इसकी घोषणा हुई तो देश की हम सारी महिला खिलाड़ी खुश थीं और एक दूसरे को बधाई के संदेश भेज रही थी। आज जब साक्षी को कुश्ती छोड़नी पड़ी तो मुझे 2016 बार-बार याद आ रहा है।

क्या हम महिला खिलाड़ी सरकार के विज्ञापनों पर छपने के लिए हैं

फोगाट ने सवाल किया कि क्या हम महिला खिलाड़ी सरकार के विज्ञापनों पर छपने के लिए ही बनी हैं। हमें उन विज्ञापनों पर छपने में कोई ऐतराज नहीं है क्योंकि उसमें लिखे नारे से ऐसा लगता है कि आपकी सरकार बेटियों के उत्थान के लिए गंभीर होकर काम करना चाहती है। मैंने ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना देखा था, लेकिन अब यह सपना भी धुंधला पड़ता जा रहा है। बस यही दुआ रहेगी कि आने वाली महिला खिलाड़ियों का यह सपना जरूर पूरा हो। उन्होंने कहा कि आप (पीएम मोदी) अपनी जिंदगी के सिर्फ 5 मिनट निकालकर उस आदमी के मीडिया में दिए गए बयानों को सुन लीजिए। आपको पता लग जाएगा कि उसने क्या- क्या किया है। उसने (बृजभूषण सिंह) महिला पहलवानों को असहज कर देने की बात सरेआम टीवी पर बोली है।

**EDS: GRAB VIA PTI VIDEO** New Delhi: Wrestler Bajrang Punia holds his Padma Shri award near the Kartavya Path, in New Delhi, Friday, Dec. 22, 2023. The Olympic medallist grappler on Friday decided to return the Padma Shri award in protest over the election of Sanjay Singh, a Brij Bhushan Sharan Singh loyalist, as the president of Wrestling Federation of India (WFI). (PTI Photo) (PTI12_22_2023_000303B)

हमें देशद्रोही बताया जा रहा है- विनेश फोगाट

फोगाट ने कहा कि कई बार इस सारे घटनाक्रम को भूल जाने का प्रयास भी किया, लेकिन इतना आसान नहीं है। सर जब मैं आपसे मिली तो यह सब आपको भी बताया था। हम न्याय के लिए पिछले एक साल से सड़कों पर रहे, लेकिन कोई हमारी सुध नहीं ले रहा।सर, हमारे मेडलों और अवार्डों को 15 रुपये का बताया जा रहा है, लेकिन ये मेडल हमें हमारी जान से भी प्यारे हैं। जब हम देश के लिए मेडल जीते थे तो सारे देश ने हमें अपना गौरव बताया। अब जब अपने न्याय के लिए आवाज उठाई तो हमें देशद्रोही बताया जा रहा है। फोगाट ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री मोदी मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि क्या हम देशद्रोही हैं? हर महिला सम्मान से जिंदगी जीना चाहती है। इस कारण मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड आपको वापस करना चाहती हूं।

**EDS: GRAB VIA PTI VIDEO** New Delhi: Wrestler Sakshi Malik hangs up boots during a press conference as she announces her retirement from the sport, protesting against Brij Bhushan Sharan Singh loyalist Sanjay Singh winning the Wrestling Federation of India (WFI) election for its presidential post, in New Delhi, Thursday, Dec. 21, 2023. (PTI Photo) (PTI12_21_2023_000388B)

समझें पूरे मामले में क्या-कुछ चल रहा है

गुरुवार (21 दिसंबर) को डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के बेहद करीबी संजय सिंह ने जीत हासिल की थी। इसके विरोध में शुक्रवार (22 दिसंबर) बजरंग पूनिया ने पीएम मोदी को पत्र लिखते हुए पद्मश्री लौटाने का ऐलान किया था।

पूनिया ने पीएम मोदी से मिलने और उन्हें लेटर सौंपने के लिए संसद पहुंचने की कोशिश की तो दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कर्तव्य पथ पर रोक दिया। इसके बाद उन्होंने इसके बाद फुटपाथ पर पद्मश्री छोड़ दिया।

रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने गुरुवार को टेबल पर अपने जूते रखकर संन्यास की घोषणा भावुक होते हुए कहा था, ‘‘हमने दिल से लड़ाई लड़ी, लेकिन बृजभूषण सिंह का करीबी सहयोगी डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुना गया है तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं।

हालांकि डब्ल्यूएफआई पर अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन की जल्दी में घोषणा करने के आरोपों के बाद खेल मंत्रालय ने रविवार (24 दिसंबर) को इसे अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया था।

बता दें कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसको लेकर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित कई खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया था. पूरे मामले को लेकर जांच चल रही है।

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