अहमदाबाद। कहने को तो भारतीय क्रिकेट टीम के पास दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं, गेंदबाज हैं। भारत का क्रिकेट बोर्ड दुनिया का सबसे शक्तिशाली और अमीर बोर्ड है जिसके पास पैसे की कोई कमी नहीं। लेकिन इतना सबकुछ होकर भी ये टीम आईसीसी टूर्नामेंट में जीत के लिए तरस रही है। साल 2013 में आखिरी बार आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाली टीम इंडिया एक बार फिर नाकाम रही। वन डे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से जीत हासिल की। इससे पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया से 209 रनों से हारी थी।
टीम इंडिया की इस हार के साथ ही उसे एक बार फिर आईसीसी टूर्नामेंट में हार से शर्मसार होना पड़ा। आपको बता दें टीम इंडिया पिछले 10 सालों से आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीती है और लगातार 10वीं बार वो जीत हासिल करने में नाकाम रही है जिसमें से 8 तो नॉक आउट मैच हैं। आईसीसी टूर्नामेंट में भारत साल 2013 में जीता था. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
इस तरह से लगा बड़े टूर्नामेंट में चॉकर्स का ठप्पा
2014 में टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में हार मिली
2015 में भारत वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हारा
2016 में भारत टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हारा
2017 में भारत आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में हारा
2019 में एक बार फिर वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हारे
2021 में टी20 वर्ल्ड कप में पहले ही दौर से बाहर हुए
2021 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार मिली
2022 टी20 वर्ल्ड कप में भारत सेमीफाइन में हारा
2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार
2023 वन डे वर्ल्ड कप के फाइनल में मिली हार
टीम इंडिया 10 सालों में 4 फाइनल हारी
आईसीसी टूर्नामेंट्स में टीम इंडिया की नाकामी इसलिए भी कचोटती है क्योंकि वो चार बार फाइनल हार चुकी है. भारतीय टीम अहम मौकों पर चोक हो जाती है. कभी साउथ अफ्रीका को चोकर्स कहा जाता था जो कि बड़े मौकों पर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहती थी लेकिन अब टीम इंडिया के प्रदर्शन को देखकर ऐसा लगने लगा है कि अब ये अनचाहा टैग उस पर लग चुका है.