सहारनपुर। पंजाब के पूर्व पुलिस प्रमुख मोहम्मद मुस्तफा ने बेटे की मौत के मामले में खुद पर और परिवार पर लगे सभी आरोपों को ‘पूरी तरह बेबुनियाद’ बताया है। पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह अपने और अपनी पत्नी व पंजाब की पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने का स्वागत करते हैं क्योंकि जांच से ‘सच्चाई सामने आएगी।”
1985 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी मुस्तफा और सुल्ताना के खिलाफ 35 वर्षीय बेटे अकील अख्तर की 16 अक्टूबर को हरियाणा के पंचकूला में स्थित उनके आवास पर हुई मौत के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया है। अख्तर की पत्नी और बहन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
परिवार ने शुरू में दावा किया था कि अख्तर मौत नशीली दवाओं के अधिक सेवन के कारण हुई थी। बाद में उन्होंने अख्तर शव को अपने पैतृक गांव, हरदा खेड़ी में दफना दिया। बेटे के एक कथित वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व डीजीपी ने कहा कि उनका बेटा लगभग 18 वर्ष से एक मानसिक विकार से पीड़ित था और मादक पदार्थों का सेवन करता था। वीडियो में अख्तर ने मुस्तफा और परिवार के अन्य सदस्यों पर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे।
मुस्तफा ने संवाददाताओं से कहा, ‘अपनी बीमारी के कारण वह अक्सर हिंसक हो जाता था।’ उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने वर्षों तक इस मानसिक पीड़ा को सहन किया।
पूर्व डीजीपी ने कहा, ‘उसकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उसे समझ नहीं आता था कि वह क्या कह रहा है या क्या कर रहा है।’
मुस्तफा ने दावा किया कि अख्तर ने 2008 में एक बार अपनी मां के कूल्हे की हड्डी तोड़ दी थी, लेकिन परिवार ने यह कहकर इसे छुपाया कि वह गिर गई थीं। उन्होंने दावा किया कि एक अन्य अवसर पर अख्तर ने अपनी पत्नी पर हमला करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘हमने खुद के सार्वजनिक जीवन से जुड़े होने के कारण इन मामलों को छिपाने की कोशिश की, लेकिन अब सच्चाई सामने आनी ही चाहिए।’
अख्तर के वीडियो के बारे में उन्होंने आगे कहा कि उनके बेटे ने यह 27 अगस्त को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था और दो घंटे बाद हटा दिया था। लेकिन कुछ लोगों ने इसे डाउनलोड कर लिया और अब ‘परिवार को बदनाम करने के लिए इसका दुरुपयोग’ कर रहे हैं। मुस्तफा ने कहा कि वह मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का पूरा समर्थन करते हैं और ‘सच्चाई सामने लाने के लिए’ पूरा सहयोग करेंगे। मुस्तफा ने पंजाब के मलेरकोटला के निवासी शमशुद्दीन के आरोपों को भी खारिज करते हुए उन्हें ‘बेबुनियाद’ बताया। शमसुद्दीन की शिकायत पर इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उनकी राजनीतिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
पूर्व डीजीपी ने कहा कि उनके बेटे का पोस्टमार्टम उनके अनुरोध पर किया गया था, लेकिन रिपोर्ट अब तक जारी नहीं की गई है। कथित वीडियो में, अख्तर ने परिवार से जुड़े मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि वह काफी तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने वीडियो में कहा, ‘मुझे लगता है कि वे मुझे झूठे मामले में फंसा देंगे… उनकी योजना मुझे झूठे मामलों में फंसाने या यहां तक कि मार डालने की है।’
अख्तर ने यह आरोप भी लगाया कि उनके परिवार वाले अक्सर उन्हें कहते थे कि उन्हें मतिभ्रम हो रहा है।उन्होंने कहा, ‘वे एक झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।’