US Venezuela Conflict: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने वेनेजुएला में आने-जाने वाले सभी प्रतिबंधित तेल टैंकरों की नाकेबंदी का आदेश दिया है. इस कदम से दक्षिण अमेरिकी देश के नेता निकोलस मादुरो पर दबाव और बढ़ गया है तथा इसका उद्देश्य वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था को और कमजोर करना प्रतीत होता है. यह घोषणा उस घटना के एक सप्ताह बाद आई है, जब अमेरिकी बलों ने वेनेजुएला के तट के पास एक तेल टैंकर जब्त किया था. यह असामान्य कार्रवाई क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य जमावड़े के बाद की गई थी.
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर की नाकेबंदी की घोषणा
मंगलवार रात को सोशल मीडिया पर नाकेबंदी की घोषणा करते हुए ट्रंप ने आरोप लगाया कि वेनेजुएला तेल का इस्तेमाल मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराधों के वित्तपोषण के लिए कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका सैन्य दबाव तब तक बढ़ाता रहेगा, जब तक वेनेजुएला अमेरिका को उसका तेल, ज़मीन और संपत्तियां लौटा नहीं देता. ट्रंप ने कहा, ‘दक्षिण अमेरिका के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी नौसेना द्वारा वेनेजुएला को पूरी तरह घेर लिया गया है.’
वेनेजुएला ने इसे बताया अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन
वहीं, वेनेजुएला सरकार ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि ट्रंप अंतरराष्ट्रीय कानून, मुक्त व्यापार और नौवहन की स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रहे हैं. उसने कहा कि अमेरिका इस कथित नौसैनिक नाकेबंदी के जरिए देश की संपदा लूटना चाहता है और इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाया जाएगा.
अमेरिका के नावों पर किए हमले में 95 लोगों की मौत
अमेरिकी सैन्य अभियान के तहत कैरेबियाई सागर और पूर्वी प्रशांत में अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नावों पर कई हमले किए गए हैं, जिनमें कम से कम 95 लोगों की मौत हुई है. ट्रंप प्रशासन ने कहा कि यह अभियान अमेरिका में मादक पदार्थ की तस्करी रोकने के लिए है. हालांकि, राष्ट्रपति की चीफ ऑफ स्टाफ सुसी वाइल्स ने मंगलवार को प्रकाशित एक इंटरव्यू में संकेत दिया कि इसका उद्देश्य मादुरो को सत्ता से हटाना भी है. बता दें कि वेनेजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा प्रमाणित तेल भंडार है और वह प्रतिदिन लगभग 10 लाख बैरल तेल का उत्पादन करता है.




