US Deport Illegal Indian Migrants: अमेरिका से 116 अवैध प्रवासियों को लेकर एक विमान शनिवार देर रात अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विमान रात 10 बजे के अपेक्षित समय के बजाय रात 11 बजकर 35 मिनट पर एयरपोर्ट पर उतरा. यह अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के तहत अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा 5 फरवरी के बाद निर्वासित किया गया भारतीयों का दूसरा जत्था है.
#WATCH | पंजाब | अमेरिका से निर्वासित किए गए अवैध भारतीय अप्रवासियों के दूसरे जत्थे को अब उनके संबंधित राज्यों में भेजा जा रहा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 15, 2025
वीडियो अमृतसर एयरपोर्ट के बाहर से है। pic.twitter.com/cMpBKpD9hH
पुलिस की गाड़ियों से भेजा घर
इनमें पंजाब से संबंध रखने वाले लोगों को आव्रजन संबंधी और पृष्ठभूमि की जांच के बाद रविवार तड़के करीब 4.30 बजे पुलिस की गाड़ियों में उनके घर पहुंचाया गया. हरियाणा सरकार ने भी राज्य से निर्वासित लोगों के लिए परिवहन की व्यवस्था की.
#WATCH | Punjab | The second batch of illegal Indian immigrants who were deported from the US and brought to Amritsar today are now being sent to their respective states.
— ANI (@ANI) February 16, 2025
Visuals of immigrants from Haryana taken from Amritsar airport. pic.twitter.com/Y9on7i8KbA
अवैध प्रवासियों के पहले जत्थे को 5 फरवरी को निर्वासित किया था
बता दें कि अवैध प्रवासियों के पहले जत्थे को 5 फरवरी को निर्वासित किया गया था. इनमें से अधिकतर लोग पंजाब के थे. कई लोगों ने कहा था कि वे अपने परिवारों के लिए बेहतर जीवन की खातिर अमेरिका जाना चाहते थे लेकिन उनके एजेंट ने उन्हें धोखा दिया. हालांकि, उनके सपने तब टूट गए जब उन्हें अमेरिकी सीमा पर पकड़ लिया गया और बेड़ियों में जकड़कर वापस भेज दिया गया.
निर्वासित लोगों में किस राज्य से कितने ?
सूत्रों के मुताबिक, दूसरे जत्थे में निर्वासित लोगों में पंजाब से 65, हरियाणा से 33, गुजरात से 8, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से दो-दो तथा हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर से एक-एक व्यक्ति शामिल है. सूत्रों के अनुसार, अधिकतर निर्वासित लोग 18 से 30 वर्ष की आयु के हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 157 निर्वासितों को लेकर तीसरे विमान के 16 फरवरी को भारत पहुंचने की संभावना है.
5 फरवरी को 104 अवैध भारतीय प्रवासी पहुंचे थे भारत
इससे पहले, 5 फरवरी को 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था. इनमें से 33-33 हरियाणा और गुजरात से थे, जबकि 30 पंजाब से थे. निर्वासित लोगों के परिजनों ने बताया कि उन्होंने कृषि भूमि और मवेशियों को गिरवी रखकर धन जुटाया ताकि उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए विदेश भेजा जा सके.
‘विदेश भेजने के लिए एक एकड़ जमीन बेची’
निर्वासित गुरजिंदर सिंह के एक रिश्तेदार ने पत्रकारों को बताया कि उनके परिवार ने उसे विदेश भेजने के लिए एक एकड़ जमीन बेची और करीब 50-55 लाख रुपये खर्च किए. गुरजिंदर के रिश्तेदार ने कहा, ‘‘ट्रैवल एजेंट ने उसे कानूनी तरीके से भेजने का वादा किया था, लेकिन बाद में वह उसे ‘डंकी’ (अवैध) मार्ग से ले गया.’’
‘ट्रैवल एजेंट ने की धोखाधड़ी’
होशियारपुर जिले के टांडा क्षेत्र के कुराला कलां गांव निवासी दलजीत सिंह के परिवार ने कहा कि एक ‘ट्रैवल एजेंट’ ने उनके साथ धोखाधड़ी की है. दलजीत की पत्नी कमलप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि उनके पति को ‘ट्रैवल एजेंट’ ने धोखा दिया, जिसने उन्हें अमेरिका के लिए सीधी उड़ान का वादा किया था, लेकिन इसके बजाय उन्हें अवैध तरीके से ले गया.
मंत्री कुलदीप धालीवाल ने की निर्वासितों से मुलाकात
पंजाब के NRI मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने हवाई अड्डे पर कुछ निर्वासितों से मुलाकात की. धालीवाल ने उनसे कहा कि राज्य सरकार चट्टान की तरह उनके साथ खड़ी है. उन्होंने उनसे हिम्मत न हारने को कहा. निर्वासितों में से एक व्यक्ति ने धालीवाल को बताया कि उसने और उसके रिश्ते के भाई ने अमेरिका पहुंचने के लिए 40-40 लाख रुपये खर्च किए. दोनों पंजाब के गुरदासपुर जिले के कलानौर के पास एक गांव के रहने वाले हैं.
ट्रैवल एजेंटों पर कार्रवाई की कही बात
धालीवाल ने कहा कि सरकार युवाओं को ठगने वाले ‘ट्रैवल एजेंट’ को सलाखों के पीछे भेजेगी और उन्होंने निर्वासितों से आगे आकर अपनी शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया. उन्होंने पड़ोसी राज्य हरियाणा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी उसने निर्वासित लोगों के लिए कैदियों को ले जाने में इस्तेमाल की जाने वाली दो बस भेजीं.
धालीवाल ने कहा, ”मैं परिवहन मंत्री अनिल विज से अनुरोध करता हूं कि उन्हें कैदियों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बस नहीं भेजनी चाहिए. इसके अलावा, हरियाणा सरकार का कोई भी मंत्री निर्वासित लोगों को लेने के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद नहीं था. उन्होंने कहा, हमारे पवित्र शहर को निर्वासन केंद्र न बनाएं.”
पंजाब सीएम भगवंत मान भी पहुंचे एयरपोर्ट
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी हवाई अड्डे पहुंचे. मान ने कहा कि उनकी सरकार ने पंजाब के निवासियों को उनके गृहनगरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके प्रशासन ने हरियाणा से निर्वासित लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की भी पेशकश की है. उन्होंने कहा कि अमेरिका से निर्वासित किए गए अन्य राज्यों के लोग रविवार सुबह विमान से अमृतसर से दिल्ली पहुंचेंगे और फिर उन्हें उनके घरों तक ले जाया जाएगा. उन सभी के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है.