Russia-Ukraine War : कीव। यूक्रेन की सेना ने मॉस्को क्षेत्र में स्थित एक महत्वपूर्ण ईंधन पाइपलाइन पर हमला किया है। यह ईंधन पाइपलाइन रूसी सेना को ईंधन की आपूर्ति करती है। यूक्रेन की सेना के खुफिया विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी। यूक्रेन ने यह दावा ऐसे समय में किया है जब रूस की ओर से ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए जा रहे हैं। टेलीग्राम मैसेजिंग चैनल पर दिए गए एक बयान के अनुसार यह हमला शुक्रवार देर रात को किया गया।
समाचार एजेंसी एचयूआर के मुताबिक यह हमला रूसी सेना के लिए एक गंभीर झटका है। एचयूआर ने कहा कि उसकी सेनाओं ने कोल्टसेवॉय पाइपलाइन पर हमला किया, जो 400 किलोमीटर (250 मील) तक फैली है और रूसी सेना को रियाजान, निजनी नोवगोरोड और मॉस्को की रिफाइनरियों से गैसोलीन, डीजल और जेट ईंधन की आपूर्ति करती है।
एचयूआर ने बताया कि इस अभियान में रामेन्स्की जिले के निकट अवसंरचना को निशाना बनाया गया तथा तीनों ईंधन लाइनें नष्ट कर दी गईं। एचयूआर ने कहा कि यह पाइपलाइन प्रतिवर्ष 30 लाख टन जेट ईंधन, 28 लाख टन डीजल और 16 लाख टन गैसोलीन की आपूर्ति करने में सक्षम है।
मॉस्को क्षेत्र के रामेंस्की में बनाया निशाना
हूर ने कहा कि यूक्रेनी बलों ने कोल्टसेवॉय पाइपलाइन पर हमला किया, जो 400 किलोमीटर (250 मील) तक फैली है और रूसी सेना को रियाजान, निजनी नोवगोरोड और मॉस्को की रिफाइनरियों से गैसोलीन, डीजल और जेट ईंधन की आपूर्ति करती है। आगे कहा गया कि इस कार्रवाई में, जिसमें रामेंस्की के पास बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसमें तीनों ईंधन लाइनें नष्ट हो गईं। यह पाइपलाइन सालाना 30 लाख टन जेट ईंधन, 28 लाख टन डीजल और 16 लाख टन गैसोलीन का परिवहन करने में सक्षम है।
हूर के प्रमुख किरिलो बुडानोव ने रूस पर उसके पूर्ण युद्ध और फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के कारण लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का हवाला देते हुए कहा, “हमारे हमलों का प्रतिबंधों से ज्यादा असर हुआ है।




