मुंबई। अफ्रीकन देश युगांडा ने गुरुवार को इतिहास रचते हुए टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए क्वालीफाई किया। युगांडा ने अफ्रीका रीजन क्वालीफायर में रवांडा को 9 विकेट से हराकर ये ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। युगांडा की जीत के साथ जिम्बाब्वे टी-20 वर्ल्ड कप 2024 से बाहर हो गया। जिम्बाब्वे को क्वालीफायर्स में नामीबिया और युगांडा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। जिम्बाब्वे ने पिछले टी520 वर्ल्ड कप में भाग लिया था, जहां उसने पाकिस्तान को हराया था। अफ्रीका रीजन क्वालीफायर के जरिए नामीबिया ने पहले ही टी-20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर लिया था।
अगले साल जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में कुल 20 टीमें भाग लेंगी। वेस्टइंडीज, यूएसए, अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, न्यूजीलैंड और नीदरलैंड्स को आगामी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए सीधी एंट्री मिली। बाकी आठ टीमों का फैसला रीजनल क्वालीफायर्स के जरिए हुआ। वहीं आयरलैंड, स्कॉटलैंड, पापुआ न्यू गिनी, कनाडा, नेपाल, ओमान, नामीबिया और युगांडा ने क्वालीफायर्स के जरिए अगले जगह बनाई।
इन 12 टीमों को मिली सीधी खेलने की एन्ट्री
1. वेस्टइंडीज
2. अमेरिका
3. ऑस्ट्रेलिया
4. इंग्लैंड
5. भारत
6. नीदरलैंड्स
7. न्यूजीलैंड
8. पाकिस्तान
9. साउथ अफ्रीका
10. श्रीलंका
11. अफगानिस्तान
12. बांग्लादेश
इन 8 टीमों ने किया क्वालीफाई
13. आयरलैंड
14. स्कॉटलैंड
15. पापुआ न्यू गिनी
16. कनाडा
17. नेपाल
18. ओमान
19. नामीबिया
20. युगांडा
ऐसा रहेगा आगामी टी-20 वर्ल्ड कप का फॉर्मेट
टी-20 वर्ल्ड कप 3 जून से लेकर 30 जून तक वेस्टइंडीज और यूएसए में खेला जाएगा। 20 टीमों वाला टूर्नामेंट कुल नॉकआउट समेत कुल तीन स्टेज में खेला जाएगा। सभी टीमों 20 टीमों को 5-5 के कुल 4 ग्रुप में बांटा जाएगा। हर ग्रुप की टॉप 2 टीमें सुपर-8 में प्रवेश करेगी। इसके बाद फिर सभी आठ टीमों को 4-4 के 2 ग्रुप में बांटा जाएगा। सुपर-8 स्टेज में दोनों ग्रुप की दो-दो शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में एंट्री करेंगी। दो सेमीफाइनल मुकाबले के जरिए दो टीमें फाइनल में जगह बनाएंगी।
इस बार बदल दिया खेलने का सारा पैटर्न
अगला टी-20 वर्ल्ड कप पिछले टी-20 वर्ल्ड कप की तुलना में काफी अलग होगा और उसमें क्वालीफाइंग राउंड नहीं खेले जाएंगे और ना ही सुपर-12 स्टेज होगा। पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में कुल 16 टीमों ने भाग लिया था, जिसमें 8 टीमों को सीधे सुपर-12 स्टेज के लिए एंट्री मिली थी। वहीं 4 चार टीमों ने क्वालीफाइंग राउंड के जरिए सुपर-12 में जगह बनाई थी.