उदयपुर में चाकूबाजी में घायल स्टूडेंट देवराज का अंतिम संस्कार आज कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। लोगों की भारी भीड़ के बीच जब पिता और चचेरे भाई ने बेटे को मुखाग्नि दी तो माहौल गमगीन हो गया। अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने नारेबाजी भी की। इससे पहले सुबह देवराज का शव अल सुबह 5:15 बजे परिजनों को सुपुर्द किया गया। हिन्दू रीति रिवाज से क्रियाएं पूर्ण करने के बाद सुबह 7:15 बजे अशोक नगर स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच किशोर के घर से शवयात्रा निकली, जिसमें लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा देवराज का नाम रहेगा’ के नारे लगाए।
प्रशासन और पुलिस ने किए माकूल सुरक्षा बंदोबस्त
शहर में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चौराहों और छतों पर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी निगरानी रख रहे हैं। वहीं, देवराज के घर से श्मशान घाट तक निकाले गए जुलूस के मार्ग पर ड्रोन से निगरानी की गई। मंगलवार को शहर के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहे। इसके अलावा, शहर में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और शहर के किसी भी क्षेत्र में भीड़ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है। इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं और स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं।
क्लास में साथ पढ़ने वाले छात्र ने चाकू से किया था हमला
देवराज पर पिछले सप्ताह कथित तौर पर उसी की कक्षा के एक लड़के ने चाकू से हमला कर दिया था, जिससे वह घायल हो गया था। इलाज के लिए उसे उदयपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई। हालांकि, मौत से पहले उसकी बहनों ने अस्पताल जाकर उसे रखा बांधी थी। देवराज की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं और परिवार के लिए न्याय की मांग रहे हैं।
चाकूबाजी के बाद पूरे शहर में हो गया था बवाल
चाकूबाजी की घटना के बाद पूरे शहर में बवाल हो गया था। घटना की सूचना लगते ही बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान बाहर खड़े वाहनों में लोगों ने आग भी लगा दिया था और कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की थी। जिसके बाद मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने लोगों को समझाया और स्थिति पर काबू पाया। वहीं, घटना के बाद से पूरे शहर में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। साथ ही धारा 163 भी लागू कर दिया गया था।
आरोपी छात्र के किराए के घर को भी तोड़ा गया
इस घटना के बाद प्रशासन ने आरोपी छात्र के घर को भी तोड़ दिया था। हालांकि, जिस घर को तोड़ा गया था, उस घर में आरोपी छात्र का परिवार किराए पर रहता था। किराए के घर पर बुलडोजर चलने से सियासत भी गरमा गई थी। विपक्ष के नेताओं ने राज्य सरकार की इस बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल उठाया था।