टीटीडी ने मानकों पर खरा नहीं उतरने के कारण एक साल में 42 ट्रक घी की खेप रद्द की
तिरुपति। तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर के आधिकारिक संरक्षक, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने अपने कड़े गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में विफल रहने के कारण पिछले एक साल में गाय के घी की 42 ट्रक की खेप को रद्द कर दिया। अठारह टन तक घी की खेप ले जाने वाले प्रत्येक ट्रक की शुद्धता और गुणवत्ता के लिए मंदिर निकाय के स्वास्थ्य, सतर्कता, इंजीनियरिंग जैसी विभिन्न इकाइयों से बनी एक बहु-अनुशासनात्मक समिति द्वारा ऑडिट किया जाता है। समिति में केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (सीएफटीआरआई) के एक वरिष्ठ रसायनशास्त्री भी शामिल होते हैं।
लेते हैं हर खेप से नमूने
टीटीडी के महाप्रबंधक (खरीद) पी. मुरली कृष्ण ने को बताया, 22 जुलाई, 2022 और 30 जून, 2023 के बीच हमने मानकों पर खरा उतरने में विफल रहने के कारण 42 ट्रक घी की खेप रद्द की। कृष्णा ने कहा कि विपणन गोदाम से प्राप्त नमूनों का टीटीडी की जल और खाद्य विश्लेषण प्रयोगशाला में परीक्षण किया जाता है। उन्होंने बताया कि हर खेप से नमूने लिए जाते हैं और परीक्षण में खरा उतरने के बाद ही ट्रकों को अंदर जाने की अनुमति दी जाती है। उन्होंने कहा कि डेयरी विशेषज्ञ राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में संभावित आपूर्तिकर्ताओं के संयंत्रों और नमूनों का ऑडिट करते हैं।
मिल्क फेडरेशन ने लगाए आरोप
नंदिनी ब्रांड के दूध उत्पादक कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) के अध्यक्ष भीमा नाइक ने आरोप लगाया कि टीटीडी कम गुणवत्ता वाला घी खरीद रहा है। टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी एवी धर्मा रेड्डी ने नाइक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मंदिर निकाय केवल उन आपूर्तिकर्ताओं से गाय का घी खरीदता है जो ई-टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरते हैं।