नई दिल्ली, खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा तिरुपति मंदिर के लड्डुओं को बनाने में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल के संबंध में लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की. इस दावे से श्रद्धालुओं में चिंता पैदा हो गई है. जोशी ने यहां वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन के अवसर पर पत्रकारों से कहा, ”आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो कुछ भी कहा है, वह गंभीर चिंता का विषय है. विस्तृत जांच की आवश्यकता है और दोषी को दंडित किया जाना चाहिए.”
चंद्रबाबू नायडू ने पिछली सरकार पर लगाया ये आरोप
बुधवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक दल की बैठक के दौरान नायडू ने दावा किया कि वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया.
घी के नमूनों में मिलावट की पुष्टि
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने गुरुवार को अमरावती में एक पत्रकार वार्ता में दावा किया कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाली कंपनी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में मिलावट की पुष्टि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा की गई है.उन्होंने कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें स्पष्ट रूप से घी के नमूने में गोमांस वसा, चर्बी और मछली के तेल की पुष्टि की गई थी.
नमूना 9 जुलाई को प्राप्त किया गया था और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी. हालांकि, आंध्र प्रदेश सरकार या टीटीडी की ओर से प्रयोगशाला रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई. वाईएसआरसीपी नेताओं ने आरोपों से इनकार किया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कही ये बात
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से बात की है और तिरुपति लड्डू मुद्दे पर पूरी रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने कहा, ”रिपोर्ट मिलने के बाद इसकी जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी.”