दुनियाभर में सेनाओं की ताकत का विश्लेषण करते हुए ग्लोबल फायरपावर (जीएफपी) ने ‘सैन्य ताकत रैंकिंग 2023’ के लिए 60 से अधिक व्यक्तिगत कारकों का आकलन किया। रक्षा संबंधी डेटा रखने वाली वेबसाइट ग्लोबल फायरपावर की ‘सैन्य ताकत सूची-2023’ में दुनिया के 145 देशों की सेनाओं की क्षमताओं का विश्लेषण कर रैंकिंग जारी की है।
ग्लोबल फायर पावर के मुताबिक यह मिलिट्री यूनिट, आर्थिक स्थिति, क्षमताएं और भूगोल को देखकर किसी देश का पावर इंडेक्स निर्धारित करता है। किसी देश की कुल मारक क्षमता को पावर इंडेक्स कहा जाता है।
ग्लोबल फायरपावर के मुताबिक, अमेरिका के पास दुनिया की सबसे मजबूत सैन्य शक्ति है। अमेरिका की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.0712 है। इस सूची में दूसरे स्थान पर रूस और तीसरे स्थान पर चीन हैं। रूस की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.0714 है, वहीं चीन की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.0722 है। चीन के पास 20 लाख सैनिक हैं। वहीं, भारत ने चौथे स्थान पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। पिछले साल भी इस सूची में भारत चौथे नंबर पर ही था। भारत में 14.44 लाख सक्रिय सैन्यकर्मी हैं, जो दुनिया में दूसरे नंबर पर है। भारत की पैरामिलिट्री फोर्स में 25,27,000 सैनिक हैं। भारतीय सेना के पास 4,500 टैंक और 538 लड़ाकू विमान हैं। भारत की पावरइंडेक्स रैंकिंग वैल्यू 0.1025 है।
वहीं यूनाइटेड किंगडम 5वें स्थान पर है। दक्षिण कोरिया की बात करे तो यह देश सैन्य ताकत रैंकिंग में छठें नंबर पर है। वहीं 7वें नंबर पर पाकिस्तान ने जगह बनाई है। पाकिस्तान में पैरामिलिट्री फोर्स की संख्या सिर्फ 5 लाख है। पाकिस्तान की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.1694 है।
जापान इस सूची में 8 वें पायदान पर है। 9वें नंबर पर है फ्रांस और 10 वें नंबर पर है इटली। ग्लोबल फायर पावर की सूची में शामिल कुल 145 देशों में से भूटान सैन्य रूप से सबसे कम शक्तिशाली देश है। भूटान इस लिस्ट में 145वें स्थान पर है।