Bihar Chunav 2025 : वैशाली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में सुशासन कायम हुआ है और इतने वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी मामला नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किए हैं।
बिहार को आगे बढ़ाने की सोच सिर्फ राजग ही रख सकता है : राजनाथ
बिहार के वैशाली में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने लोगों से राजग के पक्ष में मतदान की अपील की। भाजपा के वरिष्ठ नेता का कहना था, बिहार को आगे बढ़ाने की सोच सिर्फ राजग ही रख सकता है। हमें मिलकर ‘विकसित बिहार’ बनाना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले भारत की अर्थव्यवस्था विश्व में 11वें स्थान पर थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश अब पांचवे स्थान पर पहुंच गया है और जल्द तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।
#WATCH | राघोपुर, बिहार: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राघोपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "जब केंद्र में कांग्रेस-राजद यानि UPA सरकार थी, तो उन्होंने बिहार के लिए 10 साल में केवल 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जब से हमारी सरकार सत्ता में आई है, हमने बिहार के विकास के लिए 15 लाख… pic.twitter.com/vxtImWzWIj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 4, 2025
रक्षा मंत्री ने केंद्र की पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि संप्रग शासन के दौरान केंद्र सरकार ने बिहार को मात्र दो लाख करोड़ रुपये दिए थे, जबकि मोदी जी की सरकार ने पिछले 10 वर्षों में पंद्रह लाख करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि राजग ने बिहार को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम किया है।
राजनाथ सिंह ने विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा, वे हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं, लेकिन यह नहीं बता पा रहे कि इसके लिए धन कहां से आएगा। उन्होंने कहा कि ‘‘इंडिया गठबंधन के नेता जनता से झूठ न बोलें, उन्हें सच बोलना चाहिए। सभा के अंत में उन्होंने लोगों से कहा कि राज्य में एक बार फिर राजग की सरकार बनेगी तो बिहार विकास की नई राह पर अग्रसर होगा। जंगलराज नहीं, सुशासन और प्रगति का युग जारी रहेगा।



                                    
