Bihar Election 2025 : किशनगंज। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘कट्टा’ जैसे शब्दों का प्रयोग कर अपने पद की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। बिहार के कटिहार में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस आज वही लड़ाई लड़ रही है जो कभी महात्मा गांधी ने अंग्रेज़ी हुकूमत के खिलाफ लड़ी थी। उन्होंने कहा, एक तरफ प्रधानमंत्री ‘वंदे मातरम’ का गुणगान करते हैं, जो अहिंसा और एकता का प्रतीक है, और दूसरी तरफ ‘कट्टा’ (देसी पिस्तौल) जैसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। क्या यह उनके पद की गरिमा के अनुरूप है?
प्रधानमंत्री पद की गरिमा ‘कट्टा’ जैसे शब्दों के प्रयोग से गिर रही है : मोदी
कांग्रेस महासचिव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है और उसने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को “अपने दो कॉरपोरेट मित्रों” को सौंप दिया है। प्रियंका गांधी ने कहा, भाजपा को लगता है कि वह महिलाओं को 10,000 रुपए देकर उनका वोट खरीद लेगी। लेकिन बिहार की महिलाएं अब जागरूक हैं और अपना निर्णय सोच-समझकर लेंगी। उन्होंने कहा कि बिहार के मतदाता इस बार ऐसे शासन को चुनेंगे जो जनता के हितों और संवेदनाओं का सम्मान करे।
बता दें कि सीतामढ़ी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने महागठबंधन व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष बच्चों से ‘‘रंगदार’’ बनने के या ‘‘कट्टा’’ जैसे नारे लगवा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता को ‘‘कट्टा सरकार’’ नहीं चाहिए। पीएम ने दावा किया कि बिहार में लोग राजद नीत विपक्ष को वोट इसलिए नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि अगर राजद नीत गठबंधन सत्ता में आया तो शासन उनके सिर पर कट्टा रख देगा। मोदी ने राज्य के सीतामढ़ी जिले में एक रैली में कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बेहतर शिक्षा और खेल जैसे क्षेत्रों में विकास के अलावा स्टार्ट-अप उद्यमों को भी बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा और खेल के लिये कम्प्यूटर, फुटबॉल और हॉकी स्टिक जैसी सुविधाएं दे रही है, जबकि दूसरे दलों की नीतियां युवा पीढ़ी के भविष्य के लिये खतरा हैं।
मोदी ने कहा, मुझे यह सुनकर बहुत दुख होता है कि राजद अपने चुनाव प्रचार में बच्चों से यह कहलवा रही है कि बड़े होकर वे ‘रंगदार’ बनना चाहते हैं। बिहार निश्चित रूप से ऐसी सरकार नहीं चाहता जिसमें ‘कट्टा’, ‘कुशासन’, ‘क्रूरता’ और भ्रष्टाचार हो। राज्य में चुनाव की घोषणा के बाद से 12 से अधिक रैलियों को संबोधित कर चुके प्रधानमंत्री ने कहा, मैं जहां भी जाता हूं मुझे यही भावना देखने को मिलती है कि हमें ‘कट्टा’ सरकार नहीं चाहिए, हमें फिर से राजग सरकार चाहिए। मोदी ने कहा, ‘‘ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग ऐसा शासन नहीं चाहते जो उनके सिर पर कट्टा रखकर उन्हें हाथ ऊपर उठाने को कहे। लोग डर से हाथ ऊपर उठाना नहीं बल्कि स्टार्टअप चाहते हैं जिसे राजग सुगम बनाएगा।




