Monday, December 23, 2024
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Telangana Politics : रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, भाजपा की जड़ों से सीखे, एनमौक़े पर थामा कांग्रेस का हाथ

हैदराबाद। कांग्रेस विधायक दल के नेता ए. रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने रेवंत रेड्डी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। रेवंत रेड्डी के अलावा, मल्लू बी. विक्रमार्क (उपमुख्यमंत्री), एन. उत्तम कुमार रेड्डी, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, डी. श्रीधर बाबू, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, पोन्नम प्रभाकर, कोंडा सुरेखा, डी. अनसूया (सीथक्का के नाम से मशहूर), तुम्मला नागेश्वर राव और जुपल्ली कृष्णा राव ने मंत्री पद की शपथ ली।

Hyderabad: Congress supporters attend the swearing-in ceremony of A Revanth Reddy as Telangana Chief Minister, at LB Stadium in Hyderabad, Thursday, Dec. 7, 2023. (PTI Photo) (PTI12_07_2023_000199B)

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया यहां एलबी स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।

एबीवीपी से राजनीतिक सफर शुरू कर तेलंगाना के मुख्यमंत्री बनने तक अनुमूला रेवंत रेड्डी का राजनीतिक सफर जमीनी स्तर के एक नेता के हौसले और चुनावी लड़ाई को अपनी पार्टी के पक्ष में अंजाम तक पहुंचाने का शानदार उदाहरण है।

Hyderabad: Telangana Governor Tamilisai Soundararajan with newly sworn-in CM A Revanth Reddy, Dy CM Mallu Bhatti Vikramarka and other ministers at the oath taking ceremony, at LB Satdium in Hyderabad, Thursday, Dec. 7, 2023. (PTI Photo)(PTI12_07_2023_000197B)

‘केसीआर’ के नाम से मशहूर के. चंद्रशेखर राव के बाद तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री बने रेवंत रेड्डी बेहद जुझारू हैं और कभी हार न मानने वाले अपने जज्बे के लिए साथी नेताओं, पार्टीजनों और लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख केसीआर के मुखर आलोचक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख रेड्डी अक्सर बीआरएस और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के तीखे राजनीतिक हमलों का निशाना बनते रहे हैं।

Hyderabad: Newly sworn-in Telangana CM A Revanth Reddy with Congress President Mallikarjun Kharge and party leaders Sonia Gandhi, Priyanka Gandhi, Rahul Gandhi and others during his oath taking ceremony, in Hyderabad, Thursday, Dec. 7, 2023. (PTI Photo)(PTI12_07_2023_000169B)

बीआरएस नेता उन पर पार्टी बदलने को लेकर निशाना साधते रहे हैं। 2015 के ‘नोट के बदले वोट’ मामले में रेड्डी को गिरफ्तार किया गया था और उस समय उन्हें तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू का ‘एजेंट’ बताया गया था।

एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की रेड्डी की पृष्ठभूमि को लेकर उन पर निशाना साधते रहे हैं।

रेड्डी पहले कुछ समय के लिए बीआरएस (तब तेलंगाना राष्ट्र समिति) में रह चुके हैं। वह 2006 में जिला परिषद चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते थे।

Hyderabad: Newly sworn-in Telangana CM A Revanth Reddy with Congress President Mallikarjun Kharge and party leaders Sonia Gandhi, Priyanka Gandhi, Rahul Gandhi and others during his oath taking ceremony, in Hyderabad, Thursday, Dec. 7, 2023. (PTI Photo)(PTI12_07_2023_000169B)

वह 2007 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अविभाजित आंध्र प्रदेश में विधान परिषद में निर्वाचित हुए। रेड्डी तेदेपा में शामिल हो गए थे और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के करीबी थे।

कला में स्नातक रेड्डी ने 2009 में तेदेपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था और 2014 में तेलंगाना के अलग राज्य बनने पर भी उन्होंने चुनाव में जीत दर्ज की थी।

रेड्डी को 2015 में अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी चुनौती का तब सामना करना पड़ा जब उन्होंने विधान परिषद चुनाव में तेदेपा के पक्ष में वोट देने के लिए एक मनोनीत विधायक को रिश्वत देने की कोशिश की थी। यह घटना कैमरे के सामने हुई थी। रेड्डी को हैदराबाद की एक जेल में भेज दिया गया था और बाद में उन्हें जमानत मिल गई।

**EDS: IMAGE VIA AICC** Hyderabad: Congress leader Sonia Gandhi during the oath ceremony of A Revanth Reddy as Telangana CM, at LB Stadium in Hyderabad, Thursday, Dec. 7, 2023. (PTI Photo) (PTI12_07_2023_000217B)

रेड्डी 2018 के विधानसभा चुनाव में बीआरएस उम्मीदवार से हार गए थे और कुछ समय तक चर्चाओं से दूर रहे। उन्होंने तेदेपा छोड़कर 2017-18 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।

रेड्डी 2019 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना की मल्काजगिरि संसदीय सीट से कांग्रेस सांसद के रूप में निर्वाचित हुए। इस निर्वाचन क्षेत्र में देश भर के लोगों की मौजूदगी के कारण इसे ‘मिनी-इंडिया’ बताया जाता है।

उन्हें 2021 में कांग्रेस में ‘जूनियर’ नेता होने के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। इससे प्रदेश कांग्रेस इकाई में अनेक वरिष्ठ नेता असंतुष्ट दिखे।

Hyderabad: Congress Parliamentary Party (CPP) chairperson Sonia Gandhi being greeted by Konda Surekha after taking oath as Telangana Minister during the ceremony at LB Stadium, in Hyderabad, Thursday, Dec. 7, 2023. Karnataka Chief Minister Siddaramaiah, Congress President Mallikarjun Kharge and party leaders Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra are also seen. (PTI Photo) (PTI12_07_2023_000204B)

रेड्डी के सामने चुनौतीपूर्ण हालात के बीच कांग्रेस का भविष्य संवारने का कठिन कार्य था और वह पार्टी नेताओं को एकजुट करने में लग गए।

तेलंगाना में 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के 12 विधायकों का 2019 में बीआरएस में शामिल हो जाना भी कांग्रेस पार्टी को असहज करने वाला घटनाक्रम था।

तेलंगाना में बंडी संजय कुमार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कमान मिलने के बाद 2020 और 2021 में दो विधानसभा उपचुनावों और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में भाजपा को बड़ी सफलता मिली और कांग्रेस को एक बार फिर झटका लगा।

इन कड़ी चुनौतियों के बावजूद रेड्डी कांग्रेस को सफलता दिलाने की मशक्कत करते रहे और इस साल मई में कर्नाटक चुनाव के बाद कांग्रेस को थोड़ी ऊर्जा मिली।

**EDS: IMAGE VIA @SukhuSukhvinder** Hyderabad: Himachal Pradesh Chief Minister Sukhvinder Singh Sukhu being greeted by Telangana Chief Minister-designate A Revanth Reddy as he arrives to attend the latter’s swearing-in ceremony, in Hyderabad, Thursday, Dec. 7, 2023. (PTI Photo) (PTI12_07_2023_000194B)

कर्नाटक में जीत के बाद तेलंगाना की जनता में कांग्रेस को लेकर धारणाएं बदलने के साथ पार्टी का ग्राफ बढ़ता दिखाई दिया। बीआरएस और भाजपा के बीच कथित मौन सहमति के बारे में लोगों और राजनीतिक हलकों के बीच धारणा के मद्देनजर तेलंगाना में कांग्रेस अपनी पकड़ बनाने लगी। केसीआर की बेटी के. कविता पर दिल्ली आबकारी नीति मामले में लगे आरोपों ने भी कांग्रेस को बल प्रदान किया।

फुटबॉल प्रेमी रेड्डी को राहुल गांधी और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी शिवकुमार का करीबी माना जाता है।

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