Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौते के लिए अमेरिका द्वारा पेश किए गए शुरुआती मसौदे कीव की कई मांगों को पूरा करते हैं. जेलेंस्की ने हालांकि संकेत दिया कि लगभग 4 साल से जारी इस युद्ध को समाप्त करने के लिए होने वाली वार्ताओं में दोनों पक्षों की सभी इच्छाएं पूरी होने की संभावना कम ही है.
इस फेज में काफी ठोस प्रगति हुई: जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने समझौते की कोशिश कर रहे अमेरिकी अधिकारियों के साथ हुई हालिया बातचीत के बारे में कहा, ‘कुल मिलाकर, इस चरण में काफी ठोस प्रगति नजर आ रही है.’ जेलेंस्की ने कीव में पत्रकारों से कहा, ‘कुछ बातें ऐसी हैं जिनके लिए हम शायद अभी तैयार नहीं हैं और मुझे यकीन है कि कुछ बातें ऐसी होंगी जिनके लिए रूसी भी तैयार नहीं हैं.’
स्टीव विटफॉक ने भी बातचीत को सार्थक बताया था
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले कई महीनों से शांति समझौता कराने की कोशिशों में जुटे हैं लेकिन रूस और यूक्रेन की परस्पर विरोधाभासी मांगों के कारण वार्ताएं अटक गई हैं. अमेरिका के दूत स्टीव विटकॉफ ने हालांकि रविवार को कहा था कि उन्होंने फ्लोरिडा में यूक्रेनी और यूरोपीय प्रतिनिधियों के साथ उपयोगी और सार्थक बातचीत की.
‘यूक्रेन की करीब 90 प्रतिशत मांगें मसौदा समझौतों में शामिल’
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की लगभग 90 प्रतिशत मांगें मसौदा समझौतों में शामिल कर ली गई हैं. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित समझौते का आधार 20 बिंदुओं की एक योजना है. इसके अलावा, यूक्रेन, यूरोपीय देशों और अमेरिका के बीच सुरक्षा गारंटियों से संबंधित एक रूपरेखा दस्तावेज भी है तथा अमेरिका द्वारा यूक्रेन को दी जाने वाली द्विपक्षीय सुरक्षा गारंटियों पर एक अलग दस्तावेज भी है.
जेलेंस्की ने कई अहम बिंदुओं का उल्लेख किया जिनमें यूक्रेनी सेना की संख्या 8,00,000 बनाए रखना, यूरोपीय संघ की सदस्यता तथा फ्रांस एवं ब्रिटेन के नेतृत्व में और अमेरिका की मदद से यूरोपीय बलों द्वारा हवा, जमीन और समुद्र में यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाना शामिल है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी टीम अब रूसी दूतों के साथ बातचीत कर रही है और अमेरिका ने अनुरोध किया है कि बातचीत के विवरण सार्वजनिक नहीं किए जाएं.




