Bihar Elections 2025: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में पटना स्थित निर्वाचन आयोग के कार्यालय तक महागठबंधन के मार्च का बुधवार को नेतृत्व किया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सुबह राज्य की राजधानी पटना पहुंचे। उनके साथ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव, कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) महासचिव डी राजा और अन्य विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता भी थे।
राहुल गांधी ने किया रैली का नेतृत्व
पटना में आयकर गोलंबर से शुरू हुए विरोध मार्च के दौरान गांधी अन्य नेताओं के साथ एक वाहन पर सवार हुए। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में महागठबंधन द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद के मद्देनजर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के सड़कों पर उतरने से राज्य के कई हिस्सों में रेल और सड़क यातायात बुधवार को बाधित हो गया। पूर्णिया से लोकसभा के निर्दलीय सदस्य राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ ‘सचिवालय हॉल्ट‘ रेलवे स्टेशन पहुंचे और उन्होंने रेल यातायात बाधित करने की कोशिश की।

गरीब मतदाताओं से मताधिकार छीना जा रहा
यादव के समर्थकों ने पटना के कई इलाकों के साथ-साथ अररिया, पूर्णिया, कटिहार और मुजफ्फरपुर सहित राज्य के अन्य हिस्सों में भी रेल और सड़क यातायात बाधित कर दिया। उन्होंने पटना में पत्रकारों से कहा, निर्वाचन आयोग मतदाता सूची के अपने विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के जरिए प्रवासियों, दलितों, महादलितों और गरीब मतदाताओं से मताधिकार छीन रहा है। यह इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदान को बाधित करने की एक साजिश है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) कार्यकर्ताओं ने अरवल, जहानाबाद और दरभंगा में भी बिहार बंद के समर्थन में टायर जलाए और सड़कें बाधित कीं। इस बीच, पटना जिले के विभिन्न हिस्सों में नगर पंचायतों के उपचुनाव के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।