मुंबई। अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पड़ोसी देशों पर शुल्क लगाने की घोषणा से शेयर बाजारों में मंगलवार को काफी उतार-चढ़ाव की स्थिति रही. व्यापक बिकवाली के असर में सेंसेक्स 1,235 अंकों का गोता लगाते हुए 7 महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ. विश्लेषकों ने कहा कि व्यापार जगत में ट्रंप को लेकर व्याप्त आशंकाएं सही साबित होती दिखने लगी हैं. इसके अलावा दिग्गज कंपनियों आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में बिकवाली से भी निवेशक धारणा प्रभावित हुई.
Sensex और Nifty गिरावट के साथ बंद
बेहद उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 1,235.08 अंक यानी 1.60 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 75,838.36 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 1,431.57 अंक फिसलकर 75,641.87 पर आ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 320.10 अंक यानी 1.37 प्रतिशत गिरकर 23,024.65 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 367.9 अंक गिरकर 22,976.85 पर भी आ गया था.
इन कंपनियों के शेयर में गिरावट
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से जोमैटो, एनटीपीसी, अडानी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक में प्रमुख रूप से गिरावट रही.
इन दो कंपनियों के शेयर में लाभ
चौतरफा बिकवाली का इस कदर जोर देखने को मिला कि सेंसेक्स की कंपनियों में से सिर्फ अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ही लाभ की स्थिति में रहीं.
एशियाई और यूरोपीय शेयर बाजारों का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की एवं हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त पर रहे जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट एवं दक्षिण कोरिया का कॉस्पी अपरिवर्तित रहे. यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. सोमवार को मार्टिन लूथर किंग जूनियर दिवस के अवसर पर अमेरिकी बाजार बंद रहे थे. इस बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.76 प्रतिशत गिरकर 79.54 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने सोमवार को 4,336.54 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की. बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 454.11 अंक उछलकर 77,073.44 और एनएसई निफ्टी 141.55 अंक चढ़कर 23,344.75 पर बंद हुए थे.