बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के बयान से विवाद खड़ा हो गया है. सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘बेचारी’ शब्द का इस्तेमाल किया. साथ ही भाषण को बोरिंग बताया. जिसको लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निधाना साधा है और इसे राष्ट्रपति का अपमान बताया है.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सोनिया गांधी ने क्या कहा ?
संसद के बजट सत्र की शुरुआत आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हुई. राष्ट्रपति ने अपने भाषण में मोदी सरकार के कामों की तारीफ की. संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी बाहर आए. तब सोनिया गांधी से राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा-”अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थी.वे मुश्किल से बोल पा रही थीं.” नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के भाषण को बताया और कहा यही भी कहा की कुछ नया नहीं था. पुरानी बातों को रिपीट किया गया.
बीजेपी ने बताया राष्ट्रपति का अपमान
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सोनिया गांधी की टिप्पणी पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, “आज पूरे देश ने राष्ट्रपति को सतर्कता के साथ सुना है. यह दुखद है कि कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जिस प्रकार की टिप्पणी राष्ट्रपति पर की है वह बिलकुल उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति अपने भाषण में थकी हुई थी. भारतवर्ष गणतंत्र है और विश्व का सर्वोच्च लोकतंत्र है. राष्ट्रपति सशक्त और सबल हैं.”
#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, "… आज पूरे देश ने राष्ट्रपति को सतर्कता के साथ सुना है… यह दुखद है कि कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी ने जिस प्रकार की टिप्पणी राष्ट्रपति पर की है वह बिलकुल उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति अपने भाषण में… https://t.co/d1Qm6Dj9WT pic.twitter.com/Ow00KZCdOg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2025
राष्ट्रपति ने की सरकार के कामकाज की तारीफ
राष्ट्रपति ने सरकार के कामकाज की तारीफ की, उन्होंने कहा-‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसे कानूनों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया है. भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है. सरकार ने युवाओं की शिक्षा और उनके लिए रोज़गार के नए अवसर तैयार करने पर विशेष फोकस किया है. सरकार देश में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास में विश्वास करती है…सरकार का लक्ष्य 3 करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाना है’