IND vs WI 2nd Test Match : नई दिल्ली। कप्तान शुभमन गिल के करियर के दसवें टेस्ट शतक की मदद से भारत ने दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच की अपनी पहली पारी में विशाल स्कोर बनाया जिसके जवाब में वेस्टइंडीज ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 140 रनों पर 4 विकेट गंवा दिए है। भारत ने इससे पहले अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 518 रन पर समाप्त घोषित की। इस तरह से वेस्टइंडीज अभी भारत से 492 रन पीछे है।
रविंद्र जडेजा ने चटकाये तीन विकेट
दूसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले तेगनारायण चंद्रपाल 43 रन और जॉन कैम्पबेल 10 रन, रोस्टन चेज़ बिना खाते खोल आउट हो गए। इन तीनों बल्लेबाजों को शिकार रवींद्र जडेजा ने किया। वहीं एलिक अथानाज़े 41 रनों पर कुलदीप यादव ने पवेलिन भेजा। सलामी बल्लेबाज जॉन कैंपबेल जडेजा की गेंद पर लगाए गए अपने ज़ोरदार स्वीप शॉट के साई सुदर्शन के हाथों में चिपक जाने से पवेलियन लौटे। सुदर्शन ने खुद को बचाने की कोशिश की। गेंद उनके दाहिने हाथ पर लगी और वहीं पर ठहर गई जिससे बल्लेबाज भी हैरान रह गया।
यशस्वी के बाद गिल ने ठोका शतक
भारत की पारी के आकर्षण यशस्वी जायसवाल (258 गेंदों पर 175 रन) और कप्तान शुभमन गिल (196 गेंदों पर नाबाद 129 रन) के शतक रहे। इन दोनों के अलावा साई सुदर्शन (87) ने अर्धशतक बनाया। वेस्टइंडीज की ओर से बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वारिकन (98 रन देकर तीन विकेट) सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे।
गिल ने भारत की पहली पारी तब समाप्त घोषित कर दी जब ध्रुव जुरेल (79 गेंदों पर 44 रन) रोस्टन चेज की गेंद पर पुल करने की कोशिश में बोल्ड हो गए। गिल के पास दोहरा शतक पूरा करने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन कमजोर गेंदबाजी आक्रमण के सामने बड़ी पारी खेलना ज्यादा मायने नहीं रखता। दूसरे सत्र में लगभग एक घंटा बीत चुका था और गिल को ड्रेसिंग रूम से संकेत मिला कि अब मेहमान टीम को बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतारने का समय आ गया है।
भारतीय कप्तान ने 196 गेंदों का सामना करते हुए 16 चौके और दो छक्के लगाए और जुरेल के साथ पांचवें विकेट के लिए 102 रन जोड़े, जिन्होंने लंच के बाद तेज़ी से रन बनाने का फैसला किया। भारत ने दूसरे दिन 44.2 ओवर बल्लेबाजी की और कल के स्कोर दो विकेट पर 318 रन में 200 रन जोड़े। गिल ने अपना शतक खैरी पियरे की गेंद पर कट शॉट लगाकर बनाया जिससे उन्हें तीन रन मिले। पिछले सात टेस्ट मैचों में अपने पांचवें शतक और पिछले मैच में अर्धशतक के साथ उन्होंने दिखा दिया कि कप्तान बनने के बाद उनकी बल्लेबाजी में निखार आया है। इसके साथ ही गिल एक कैलेंडर वर्ष में पांच शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं। विराट कोहली ने 2017 और 2018 में दो बार यह कारनामा किया था। दिन की शुरुआत में जायसवाल दुर्भाग्यवश रन आउट हो गए, लेकिन गिल की एकाग्रता में कोई कमी नहीं आई।
नीतीश कुमार रेड्डी (54 गेंदों पर 43 रन) को पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था ताकि उन्हें क्रीज पर समय बिताने का पर्याप्त मौका मिले। उन्होंने वारिकन का तीसरा शिकार बनने से पहले तेजी से रन बनाए और गिल के साथ चौथे विकेट के लिए 17.1 ओवर में 91 रन जोड़े। गिल ने अपनी पारी में कई आकर्षक शॉट लगाए। जब जेडन सील्स ने मिडिल लेग पर गेंद डाली तो गिल ने मिड-विकेट क्षेत्र में उसे फ्लिक किया। जब जस्टिन ग्रीव्स को आक्रमण पर लाया गया, तो उनकी गति की कमी के कारण गिल ने आगे बढ़कर मिड-विकेट के ऊपर से अपना पहला छक्का जड़ा।
भारतीय कप्तान ने एंडरसन फिलिप पर भी लेग साइड में खूबसूरत चौका लगाया। इस तेज गेंदबाज पर लगाया गया उनका ऑन ड्राइव दर्शनीय था। रेड्डी ने भी अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया। उन्होंने सील्स की गेंद पर कवर ड्राइव से शुरुआत और फिर स्लिप कॉर्डन से दो और चौके लगाए। वारिकन की गेंद पर फिलिप ने उनका कैच छोड़ा जिसका फायदा उठाकर उन्होंने इसी गेंदबाज पर लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्का लगाया।
जायसवाल ने जिस तरह से पहले दिन बल्लेबाजी की थी उसे देखते हुए वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के लिए उन्हें आउट करना मुश्किल लग रहा था लेकिन वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। वह तेजी से रन चुराना चाह रहे थे लेकिन गिल ने उन्हें आधी पिच से वापस भेज दिया जिससे वह रन आउट हो गए। गिल को भी इसके लिए कुछ हद तक ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है क्योंकि यह जायसवाल का फ़ैसला था। अगर गिल ने अपने साथी पर भरोसा किया होता और दौड़ना जारी रखा होता, तो एक रन लगभग तय लग रहा था।