Share Market Update : मुंबई। एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भारी बिकवाली के बीच स्थानीय शेयर बाजार छह कारोबारी सत्रों की तेजी के बाद शुक्रवार को बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स में 694 अंक और निफ्टी में 214 अंक की गिरावट दर्ज की गई। विश्लेषकों ने कहा कि निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से भी धारणा पर असर पड़ा। निवेशकों का ध्यान जैक्सन हॉल संगोष्ठी में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के आगामी बयानों पर बना रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 693.86 अंक यानी 0.85 प्रतिशत गिरकर 81,306.85 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 708.94 अंक गिरकर 81,291.77 अंक पर आ गया था।
इन शेयरों में जबरदस्त गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला मानक सूचकांक निफ्टी 213.65 अंक यानी 0.85 प्रतिशत गिरकर 24,870.10 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, आईटीसी, एचसीएल टेक, कोटक महिंद्रा बैंक, अदाणी पोर्ट्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक और टेक महिंद्रा के शेयरों में प्रमुख रूप से गिरावट रही। दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सन फार्मा के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, बाजार में कारोबार की शुरुआत से ही धारणा कमजोर रही और आगे चलकर इसमें और गिरावट आई। जेरोम पावेल के संबोधन से मिलने वाले संकेतों और वैश्विक व्यापार की नई चिंताओं ने निवेशक धारणा पर असर डाला। इसके साथ ही दोनों शेयर बाजारों में लगातार छह दिन से जारी तेजी का सिलसिला थम गया।

बीते छह कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में 1,765 अंक यानी 2.14 प्रतिशत और निफ्टी में 596 अंक यानी 2.4 प्रतिशत की तेजी आई थी। हालांकि, साप्ताहिक स्तर पर सेंसेक्स में कुल 709.19 अंक यानी 0.87 प्रतिशत और निफ्टी में 238.8 अंक यानी 0.96 प्रतिशत की तेजी रही। लेमन मार्केट्स डेस्क के विश्लेषक गौरव गर्ग ने कहा, छह दिन तक बाजार में तेजी रहने के बाद सतर्कता का रुख देखा गया। इसके अलावा मुनाफावसूली हावी होने से भी बाजार में गिरावट रही। भारत पर लगाया गया 25 प्रतिशत अतिरिक्त अमेरिकी शुल्क 27 अगस्त से लागू होने जा रहा है जिससे बाजार पर दबाव बना है। बीएसई पर सूचीबद्ध 2,316 कंपनियां गिरावट के साथ बंद हुईं जबकि 1,765 शेयरों में तेजी रही और 159 अन्य अपरिवर्तित रहीं। छोटी कंपनियों का सूचकांक बीएसई स्मॉलकैप 0.35 प्रतिशत गिर गया जबकि मझोली कंपनियों का मिडकैप सूचकांक 0.23 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
क्षेत्रवार सूचकांकों में धातु खंड में 1.27 प्रतिशत, जिंस खंड में 1.08 प्रतिशत, बैंकिंग खंड में 1.06 प्रतिशत और वित्तीय सेवा खंड में 0.84 प्रतिशत की गिरावट रही। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजारों में बृहस्पतिवार को गिरावट रही थी। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 1,246.51 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध रूप से खरीदारी की। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.24 प्रतिशत गिरकर 67.52 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 142.87 अंक चढ़कर 82,000.71 अंक और एनएसई निफ्टी 33.20 अंक बढ़कर 25,083.75 अंक पर रहा था।