Sabarimala Gold Issue : तिरुवनंतपुरम। केरल विधानसभा में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के विरोध प्रदर्शन के बाद विपक्ष के तीन विधायकों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। विपक्षी यूडीएफ के विरोध प्रदर्शन के कारण लगातार चौथे दिन सदन की कार्यवाही बाधित हुई। विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के दौरान सदन के नियमों का उल्लंघन करने के लिए यूडीएफ विधायक रोजी एम जॉन, एम विंसेंट और सनीश कुमार जोसेफ को निलंबित करने का सरकार का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री एम बी राजेश द्वारा पेश किया गया था। यह प्रस्ताव विधानसभा में विपक्ष की अनुपस्थिति में पारित किया गया। विपक्ष ने सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में द्वारपालक (संरक्षक देवता) की मूर्तियों पर सोने की परत चढ़ाने में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर सुबह सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया था।
सतर्कता शाखा ने स्वर्ण परत चढ़ाने वाली कंपनी के अधिकारियों के बयान दर्ज किए
त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) की सतर्कता एवं सुरक्षा शाखा ने बृहस्पतिवार को चेन्नई स्थित स्मार्ट क्रिएशन कंपनी के अधिकारियों के बयान दर्ज किए, जिस कंपनी ने सबरीमला में ‘द्वारपालकों’ (संरक्षण देवताओं) की मूर्तियों पर सोने की परत चढ़ाई थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केरल उच्च न्यायालय के निर्देशों पर टीडीबी सतर्कता एवं सुरक्षा शाखा फिर से सोने की परत चढ़ाने के लिए भेजे जाने के बाद द्वारपालकों की पहले से ही स्वर्ण आवरण मंडित मूर्तियों के वजन में कमी की प्रारंभिक जांच कर रही है।

टीडीबी अधिकारियों के अनुसार, स्मार्ट क्रिएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पंकज भंडारी समेत दो लोगों ने यहां टीडीबी कार्यालय में पूछताछ के दौरान अपने बयान दर्ज कराए। स्मार्ट क्रिएशन द्वारा 2019 और 2025 में फिर से सोने की परत चढ़ायी गयी थी। इससे पहले, टीडीबी की सतर्कता और सुरक्षा शाखा ने उन्नीकृष्णन पोट्टी से पूछताछ की थी, जिन्होंने 2019 में फिर से सोने की परत चढ़ाने का खर्च उठाने को कहा था। सतर्कता एवं सुरक्षा शाखा शुक्रवार को केरल उच्च न्यायालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद अदालत द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) अपनी जांच शुरू करेगा। इससे पहले, केरल उच्च न्यायालय ने मूर्तियों के वजन में कमी की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। मूर्तियों के वजन में कमी से साजिश की आशंका पैदा हो गयी, जिससे मामले की आपराधिक जांच की आवश्यकता पड़ी है।

मुख्यमंत्री ने सबरीमला स्वर्ण विवाद में विपक्ष पर गुमराह करने का आरोप लगाया
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को आरोप लगाया कि यूनाइटेड डेमोक्रेटिक-फ्रंट (यूडीएफ) के नेतृत्व वाला विपक्ष लोगों को सबरीमला स्वर्ण-प्लेट विवाद में गुमराह कर रहा है और कहा कि सरकार ऐसे किसी प्रयास से नहीं डरती है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला मोर्चा तथ्यों से डरा हुआ है और इसीलिए वे लगातार विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं और सदन में इस मामले पर चर्चा के लिए नोटिस देने से कतरा रहे हैं। प्रश्नकाल के दौरान यूडीएफ विधायकों और ‘वॉच एंड वार्ड’ कर्मियों (सुरक्षाकर्मी) के बीच सदन में अध्यक्ष के आसन के पास हुई हाथापाई के कारण कुछ समय के विराम के बाद सत्र के फिर से शुरू होने पर मुख्यमंत्री ने विधानसभा में यह टिप्पणी की। प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी विधायकों और सत्तारूढ़ दल के सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई।