अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय नागरिकों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में जवाब दिया. उन्होंने कहा, “. यह सभी देशों का दायित्व है कि यदि उनके नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहे पाए जाते हैं तो उन्हें वापस ले लिया जाए. हम अमेरिकी सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वापस लौटने वाले निर्वासितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न हो.”
ऐसा पहले भी होता आया है : एस जयशंकर
कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय नागरिकों के बारे में राज्यसभा में उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा, “हम जानते हैं कि कल 104 लोग वापस भारत पहुंचे हैं. हमने ही उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि की है. हमें ऐसा नहीं समझना चाहिए कि यह कोई नया मुद्दा है. यह एक ऐसा मुद्दा है जो पहले भी होता रहा है.”
निर्वासन की प्रक्रिया कोई नयी नहीं है: एस जयशंकर
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, “कानूनी गतिशीलता को प्रोत्साहित करना और अवैध आवागमन को हतोत्साहित करना हमारे सामूहिक हित में है. यदि कोई नागरिक अवैध रूप से विदेश में रह रहा पाया जाता है तो उसे वापस बुलाना सभी देशों का दायित्व है.निर्वासन की प्रक्रिया कोई नयी नहीं है।” जयशंकर ने अमेरिका से अब तक भारत निर्वासित किए गए लोगों के आंकड़े भी सदन के समक्ष रखे. उन्होंने कहा कि साल 2009 में 734, साल 2010 में 799, साल 2011 में 597, साल 2012 में 530 भारतीयों को निर्वासित किया गया. उन्होंने इस संबंध में 2024 तक के आंकड़े साझा किए.
#WATCH अमेरिका से निर्वासित भारतीय नागरिकों पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "कानूनी गतिशीलता को प्रोत्साहित करना और अवैध आवागमन को हतोत्साहित करना हमारे सामूहिक हित में है…यदि कोई नागरिक अवैध रूप से विदेश में रह रहा पाया जाता है तो उसे वापस बुलाना… pic.twitter.com/bUz2iWFkyj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 6, 2025
हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर न हो : एस जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा, “अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति (अमेरिका से निर्वासित भारतीय) के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था, और हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर न हो.”