Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि ट्रंप प्रशासन के पीस प्लान में किए जा रहे संशोधनों में प्रगति हो रही है और यह अब बेहतर लग रही है. उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के बाद पेरिस में यह टिप्पणी की, जहां रूस के लगभग 4 साल से जारी युद्ध को समाप्त करने पर चर्चा हुई.
पुतिन और स्टीव विटकॉम की आज होगी मुलाकात
इसी बीच, रूसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास क्रेमलिन ने पुष्टि की कि व्लादिमीर पुतिन मंगलवार को अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ से मिलेंगे. विटकॉफ की भूमिका पर तब सवाल उठे थे जब एक खबर आई कि उन्होंने पुतिन के सलाहकार को यह सुझाव दिया था कि पीस प्लान पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कैसे मनाया जाए.
अमेरिका और रूस ने बातचीत कर तैयार किया पीस प्लान
जेलेंस्की की पेरिस यात्रा उस बैठक के बाद हुई जिसमें अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने यूक्रेन-अमेरिका वार्ताओं को लाभप्रद बताया. दोनों पक्ष अमेरिकी मसौदा शांति योजना में सुधार कर रहे हैं. यह योजना अमेरिका एवं रूस ने आपस में बातचीत करके तैयार की है. लेकिन योजना की इस बात को लेकर आलोचना की जा रही है कि उसमें रूसी मांगों पर अधिक ध्यान दिया गया है.
रूस ने किया पोक्रोव्स्क पर कब्जे का दावा
क्रेमलिन ने सोमवार देर रात दावा किया कि रूस ने दोनेत्स्क क्षेत्र के प्रमुख शहर पोक्रोव्स्क पर कब्ज़ा कर लिया है, जबकि जेलेंस्की ने कहा कि वहां लड़ाई जारी है. जेलेंस्की ने यूक्रेन के क्षेत्रों पर नियंत्रण को सबसे जटिल मुद्दा बताया.
वहीं रूस ने यूक्रेन पर उसके तेल ढांचे पर हमलों का आरोप लगाया और दावा किया कि उसकी सेना ने 32 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए. वहीं, रूस के मिसाइल हमले में ड्नीप्रो शहर में 4 लोग मारे गए और 40 घायल हुए. यूक्रेन ने कहा कि नवंबर में रूस ने हजारों ड्रोन और मिसाइलें दागीं.
वार्ताएं अभी शुरुआती चरण में : मैक्रों
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि वार्ताएं अभी शुरुआती चरण में हैं, लेकिन यह वार्ता यूक्रेन में शांति और यूरोप में सुरक्षा के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है. मैक्रों ने पश्चिमी देशों से यूक्रेन को मजबूत सुरक्षा गारंटी देने की अपील की और कहा कि आने वाले दिनों में अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों के बीच महत्वपूर्ण वार्ताएं होंगी.
ट्रंप ने यूक्रेन और अपने यूरोपीय सहयोगियों की आलोचनाओं के बाद अपनी 28-सूत्रीय योजना को अब केवल एक संकल्पना बताया है, जिसे और बेहतर बनाया जाएगा. इसकी यह कहकर आलोचना की गई कि इससे यूक्रेन की सेना सीमित होती, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में उसकी सदस्यता रुक जाती और उसे क्षेत्र छोड़ना पड़ता.




