Friday, February 7, 2025
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Digital Fraud रोकने के लिए RBI का बड़ा कदम, अप्रैल से बदल जाएगा सभी बैंकों का वेब एड्रेस, जानें क्या होगा बदलाव

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डिजिटल धोखाधड़ी से निपटने के लिए बैंकों और गैर-बैंकिंग इकाइयों के लिए विशेष इंटरनेट डोमेन ‘बैंक डॉट इन’ और ‘फिन डॉट इन’ शुरू करने की घोषणा की है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि यह पहल साइबर सुरक्षा मजबूत करने और डिजिटल बैंकिंग में विश्वास बढ़ाने के लिए की गई है। ‘बैंक डॉट इन’ अप्रैल से शुरू होगा, जबकि ‘फिन डॉट इन’ गैर-बैंकिंग वित्तीय इकाइयों के लिए बाद में लागू किया जाएगा।

RBI announce New Bank Domain: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डिजिटल भुगतान में धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए बैंकों और गैर-बैंकिंग इकाइयों के लिए विशेष इंटरनेट डोमेन. बैंक डॉट इन और फिन डॉट इन. शुरू किए जाने की घोषणा की है.

डिजिटल धोखाधड़ी से बचने के लिए बड़ा ऐलान

RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की जानकारी देते हुए कहा कि डिजिटल भुगतान में धोखाधड़ी के बढ़ते मामले चिंता का विषय है. इससे निपटने के लिए रिजर्व बैंक इस साल अप्रैल से भारतीय बैंकों के लिए विशेष इंटरनेट डोमेन ‘बैंक डॉट इन’ शुरू कर रहा है. साथ ही आने वाले समय में गैर-बैंकिंग वित्तीय इकाइयों के लिए ‘फिन डॉट इन’ शुरू किया जाएगा. इस पहल का उद्देश्य साइबर सुरक्षा खतरों और ‘फिशिंग’ जैसी दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों को करने के साथ सुरक्षित वित्तीय सेवाओं को सुव्यवस्थित बनाना है ताकि डिजिटल बैंकिंग और भुगतान सेवाओं में विश्वास बढ़े.

गैर बैंकिंग इकाइयों के लिए ‘फिन डॉट इन’ शुरू होगा

मल्होत्रा ने कहा कि इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी (IDRBT) विशेष रजिस्ट्रार के रूप में कार्य करेगा. वास्तविक पंजीकरण अप्रैल 2025 से शुरू होंगे. बैंकों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि गैर-बैंकिंग इकाइयों के लिए अलग से ‘फिन डॉट इन’ शुरू किया जाएगा.

बिना कार्ड लेनदेन को सुरक्षित बनाने के लिए निर्णय

केंद्रीय बैंक ने इसके साथ सीमा पार बिना कार्ड प्रस्तुत किये (कार्ड नॉट प्रेजेंट) लेनदेन में सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत शुरू करने का भी निर्णय किया है. डिजिटल भुगतान के लिए अतिरिक्त प्रमाणीकरण कारक (एएफए) की शुरुआत ने लेनदेन की सुरक्षा को बढ़ाया है, जिससे ग्राहकों को डिजिटल भुगतान अपनाने का भरोसा मिला है. हालांकि, यह आवश्यकता केवल घरेलू लेनदेन के लिए अनिवार्य है.

आधिकारिक बयान के अनुसार, ”भारत में जारी किए गए कार्ड का इस्तेमाल कर ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय लेनदेन पर समान स्तर की सुरक्षा प्रदान करने के लिए बिना कार्ड प्रस्तुत किये अंतरराष्ट्रीय (ऑनलाइन) लेनदेन के लिए भी AFA को सक्षम करने का प्रस्ताव है.” यह उन मामलों में सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करेगा जहां विदेशी व्यापारी एएफए के लिए सक्षम है. विभिन्न पक्षों से प्रतिक्रिया के लिए मसौदा परिपत्र जल्द ही जारी किया जाएगा.

Premanshu Chaturvedi
Premanshu Chaturvedihttp://jagoindiajago.news
समाचारों की दुनिया में सटीकता और निष्पक्षता के साथ नई कहानियों को प्रस्तुत करने वाला एक समर्पित लेखक। समाज को जागरूक और सूचित रखने के लिए प्रतिबद्ध।
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