अयोध्या। अयोध्या में रामलला के आगमन का इंतजार पूरा हुआ। शुभ घड़ी आ गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला की मूर्ति का अनावरण किया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद ही 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया। पीएम ने रामलला के आंख से पट्टी खोली, हाथ में कमल का फूल लेकर पूजा की
इससे पहले हाथ में पूजन सामग्री लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर में प्रवेश किया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा शुरू हो गई है। वे चांदी का छत्र लेकर राम मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे। मोदी के साथ गर्भगृह में 6 यजमान बैठे हुए हैं। उनके साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत, UP की गवर्नर आनंदी बेन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं। गर्भगृह में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा का विधि विधान शुरू हो चुका है। यह 12 बजकर 55 मिनट तक चलेगा।
इसके बाद 1 बजे वे सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान वे राम मंदिर का निर्माण करने वाले मजदूरों से मिलेंगे। दोपहर करीब 2:15 बजे वे श्रीराम जन्मभूमि परिसर स्थित कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। करीब 4 घंटे 35 मिनट के कार्यक्रम के बाद दोपहर 3 बजे वे दिल्ली लौट जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन के अनुष्ठान के दौरान उपवास, जप और गो-पूजन किया। वे 11 दिन तक फर्श पर सोए और सिर्फ नारियल पानी पीकर, फल खाकर रहे। मोदी इस दौरान रामायण से जुड़े 4 राज्यों के 7 मंदिरों में दर्शन-पूजन भी किए।
11 जनवरी को PM का ऑडियो मैसेज, बोले- यम-नियम का पालन करूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जनवरी को 10 मिनट 50 सेकेंड का एक ऑडियो मैसेज जारी किया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि, वह यम नियम का पालन करेंगे। उन्होंने कहा था, मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी इस पुण्य का साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है। ये मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है। मैं भावुक हूं, भाव-विह्वल हूं। मैं जीवन में पहली बार इस तरह के मनोभावों से गुजर रहा हूं।